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न्याय की कुर्सी पर बैठे हो... ‘हाय’ न लेना..., ADM बेटे के ऑफिस फरियादी बन पहुंचे पिता, दी नसीहत
Shahjahanpur ADM Arvind Kumar: तैनाती के बाद पहली बार राधेराम अपने बेटे से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान पिता ने बेटे को नसीहत दी।
Shahjahanpur ADM Arvind Kumar
Shahjahanpur ADM Arvind Kumar: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद में एडीएम वित्त एवं राजस्व के ऑफिस में फरियादी वाराणसी के राधेराम पहुंचे और अफसर को झुककर नमस्कार किया। जब एडीएम अरविंद कुमार ने सिर उठाकर देखा तो वह कुर्सी से उठ खड़े हुए। एडीएम के सामने खड़े वृद्ध कोई और नहीं बल्कि उनके पिता थे। दरअसल तैनाती के बाद पहली बार राधेराम अपने बेटे से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान पिता ने बेटे को नसीहत दी। कहा जिस कुर्सी पर तुम बैठे हो, वह न्याय की कुर्सी हैं। इसलिए किसी गरीब की हाय न लेना और न ही किसी से रिश्वत लेना।
फरियादी की तरह ऑफिस पहुंचे पिता, हाथों को जोड़कर किया नमस्कार
सोशल मीडिया पर पिता और पुत्र के इस भावनात्मक मिलन का वीडियो छाया रहा। वाराणसी से राधेराम बेटे अरविंद कुमार को बिना बताये ही शाहजहांपुर उनके ऑफिस में मिलने के लिए पहुंच गये। इस दौरान अरविंद कुमार काम में काफी व्यस्त थे। पिता फरियादी की तरह उनके ऑफिस पहुंचे और बेटे के सामने पहुंचते ही हाथों को जोड़कर नमस्कार किया। जब एडीएम अरविंद कुमार ने सिर उठाकर सामने देखा तो वह भौचक रह गये। वह तुरंत अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और पिता के पास पहुंचे।
बेटे के एडीएम की कुर्सी पर बैठे देख पिता भावुक हो गये। वह बेटे से बोले कि यह न्याय की कुर्सी है। किसी भी गरीब से न तो रिश्वत लेना और न ही कभी गरीब को सताना। जिस तरह भगवान के घर में हमेशा न्याय ही मिलता है। उसी तरह से एडीएम की कुर्सी पर बैठकर हमेशा न्याय करना। डुप्लीकेट काम न करना। हमेशा गरीबों की मदद करना और किसी भी गरीब की कभी हाय न लेना।
एडीएम सिर झुकाये पिता की नसीहत को ध्यान से सुनते रहे। इसके बाद पिता को सामने की कुर्सी पर बिठाया। राधेराम बोले कि वह अनपढ़ हैं लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को खूब पढ़ाया। अरविंद कुमार की पढ़ाई वाराणसी, प्रयागराज और दिल्ली से हुई है। पिता ने बताया कि आर्थिक तंगी के बावजूद भी उन्होंने बच्चों की पढ़ाई से कभी समझौता नहीं किया।
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