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अनिल दुजाना का ‘गुरु’ बना रंगदार: 25 लाख की मांग करने वाला इनामी बलराम ठाकुर पुलिस मुठभेड़ में ढेर
गाजियाबाद में पुलिस ने खतरनाक बदमाश बलराम ठाकुर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। 50 हजार का इनामी, अनिल दुजाना का गुरु, 25 लाख की रंगदारी मांग रहा था।
Ghaziabad News: राजधानी से सटे गाजियाबाद में शनिवार रात एक खतरनाक मुठभेड़ में पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी कुख्यात बदमाश बलराम ठाकुर को ढेर कर दिया। बलराम ने खुद को कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना का गुरु बताकर शहर के स्टील्स कारोबारी अभिषेक गोयल से 25 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी।
17 सितंबर को अभिषेक गोयल के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह बलराम ठाकुर बोल रहा है और खुद को अनिल दुजाना का गुरु बताता है। उसने धमकी दी कि यदि 25 लाख रुपये तुरंत नहीं दिए गए, तो वह और उनके पिता की दुकान में घुसकर गोली चला देगा।इस धमकी के बाद अभिषेक गोयल सन्न रह गए। उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी, लेकिन डर की वजह से उन्होंने पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड़ से व्यक्तिगत सुरक्षा की गुहार भी लगाई।
पुलिस ने शुरू की खोजबीन
पुलिस ने तत्काल बलराम ठाकुर की तलाश शुरू की। अपराधियों की हरकतों से निपटने के लिए एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह और क्राइम ब्रांच SWAT टीम प्रभारी अनिल राजपूत की टीम को तैनात किया गया।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बलराम ठाकुर वेव सिटी के अंडरपास के पास देखा गया। पुलिस मौके पर पहुंची और उसे सरेंडर करने का आदेश दिया, लेकिन बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे घायल कर अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कारोबारी और जनता में हड़कंप
अभिषेक गोयल ने बताया कि बलराम की धमकी के बाद उनका और परिवार का जीवन दहशत में था। उन्होंने कहा, “पुलिस की तेज कार्रवाई ने हमारी जान बचाई। यह एक खतरनाक अपराधी था, जो किसी भी वक्त जान लेने के लिए तैयार था।”
पुलिस ने बताया कि बलराम ठाकुर जैसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनका कहना है कि अपराध की दुनिया में किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा। गाजियाबाद पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों में डर पैदा करने और आम नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक मजबूत संदेश है।
50 हजार रुपये का इनामी अपराधी और उसका कुख्यात इतिहास
बलराम ठाकुर पहले भी कई संगीन मामलों में शामिल रहा है और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। वह इलाके में डर और आतंक का पर्याय माना जाता था। अब पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में राहत की लहर दौड़ गई है।गाजियाबाद पुलिस का संदेश साफ: अपराधियों को न तो समय मिलेगा और न ही मौका; खतरनाक हरकतों का अंजाम हमेशा मौत या गिरफ्तारी होगी।
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