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Banda News: माननीयों की मुठभेड़ से भाजपा की छीछालेदर, जिला पंचायत अध्यक्ष बोले- सदर विधायक ने कूटरचना से उड़ाए 120 करोड़
Banda News: तहबाजारी नीलामी में तकरीबन छह करोड़ के लफड़े का दोषी बताए गए जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने मंगलवार को सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी पर कूटरचना से120 करोड़ रुपए उड़ाने आरोप लगाया
Banda News (Social Media image)
Banda News. भाजपा की छीछालेदर का नया संस्करण सामने आया है। तहबाजारी नीलामी में तकरीबन छह करोड़ के लफड़े का दोषी बताए गए जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने मंगलवार को सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी पर कूटरचना से120 करोड़ रुपए उड़ाने आरोप लगाया। प्रकारांतर से बालू माफिया बताया। भाजपा संगठन से हस्तक्षेप की मनुहार भी की। जबकि जिला पंचायत सदस्यों ने विधायक की मनमानी पर अंकुश न लगने और निष्पक्ष जांच न होने पर सामूहिक इस्तीफे का ऐलान कर सभी को चौंकाया। सदस्यों ने विधायक को विकास विरोधी बताते हुए चमचों से धमकाने डराने का आरोप भी लगाया। एक महिला सदस्य ने तो विधायक पर अपनी हत्या की साजिश करने की तोहमत भी मढ़ी।
भाजपाइयों की जिला संगठन पर थू-थू, विरोधी तंज कर ले रहे मजे
मुठभेड़ एपिसोड की शुरुआत बीते सितंबर में जिला पंचायत बोर्ड बैठक के दौरान हुई थी, जब सदर विधायक द्विवेदी और जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल ने एक-दूसरे के विरुद्ध बाहें सिकोड़ते हुए मर्यादाएं तार तार की थीं। तब उत्तर प्रदेश के जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने जरूरी हस्तक्षेप कर मामला बराबर करने का प्रयास किया था। उम्मीद थी, भाजपा जिला संगठन स्थिति नियंत्रित करेगा। दोनों माननीयों को उनकी हैसियत बताएगा। लेकिन तत्कालीन भाजपा जिला नेतृत्व कथित रूप से सदर विधायक की परिक्रमा कर अपनी हैसियत निर्धारित करता रहा। कमोवेश अभी भी यही नजारा है।जिलाध्यक्ष बदल गए, नई कार्यकारिणी बन गई। लेकिन जिला नेतृत्व लगातार किंकर्तव्यविमूढ़ बना है। सदर विधायक के कथित उपकार भाजपा संगठन की फजीहत के सबब बन गए हैं। भाजपाई ही जिला संगठन पर थू-थू कर रहे हैं। विरोधी दल 'औरों से अलग होने का' तंज कर मजे ले रहे हैं।
6 करोड़ के लफड़े के दोषी पाए गए जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल
माननीयों की रार के पहले दिन से शासन-प्रशासन की चौखटें गुलजार रहीं। सदर विधायक द्विवेदी ने खुद और चहेते सदस्यों से बोर्ड बैठक गलत ढंग से आयोजित होने और बीते कुछेक वर्षों में खनिज तहबाजारी नीलामी के जरिए जिला पंचायत अध्यक्ष पर करोड़ों का बेजा लाभ कमाने की शिकायत की। चित्रकूटधाम कमिश्नर ने जांच का सिलसिला चलाया। कमेटियां गठित हुईं। एडीएम को जांच मिली। फिर, बांदा डीएम को जांच दी गई। लेकिन बांदा डीएम ने विनम्रतापूर्वक खुद को जांच से पृथक कर लिया। नतीजतन, महोबा डीएम को जांच दी गई। महोबा डीएम ने बांदा जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल को खनिज तहबाजारी नीलामी में तकरीबन छह करोड़ रुपए की गड़बड़ का दोषी करार दिया है।
जांच सार्वजनिक होते ही सदर विधायक और चेलों ने ठोंकी अपनी पीठ
सोमवार को जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर सदर विधायक द्विवेदी और उनके चेलों की बाछें खिल गईं। सभी छाती ठोंकते सामने आए और जंग जीतने के उदघोष से भी बाज नहीं आए। इससे पार्टी की मलिन होती छवि को नजरंदाज कर सदर विधायक के चेले अपनी ही धुन में रंगे दिखे। विधायक ने भी खुद को भ्रष्टाचार विरोधी लड़ाका साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस सबका क्या हश्र होगा, यह तय होने से पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल के पलटवार ने भाजपा की छीछालेदर को नया आयाम दिया है।
पटेल ने उजागर की विधायक की पत्नी के हस्ताक्षर बनाने की करतूत
मंगलवार को पटेल मीडिया से मुखातिब हुए और सदर विधायक द्विवेदी पर 120 करोड़ रुपए की कूटरचना का आरोप लगाते हुए दस्तावेज भी पेश किए। उन्होंने कहा, पत्नी सरिता द्विवेदी के अध्यक्ष रहते सदर विधायक द्विवेदी ने उनके हस्ताक्षर बनाकर संवैधानिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई हैं। मोटी रकमें कमाई हैं। भ्रष्टाचार की नई परिभाषाएं गढ़ी हैं। अवैध खनन और परिवहन के काले धंधे में गले तक सने हैं। अधिकारियों का उत्पीड़न करते हैं। प्रशासन और पुलिस पर दबाव बनाया हुआ है। कूटरचना की FIR बांदा कोतवाली पुलिस ने नहीं लिखी। बांदा SP ने भी शिकायत का संज्ञान नहीं लिया। पुलिस दबाव से नहीं उबरी तो कोर्ट जाएंगे। दोषी को दंडित कराएंगे।
सदस्यों ने दिखाई एकजुटता, जयराम सिंह बोले- विधायक विकास विरोधी
जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ मौजूद करीब दर्जन भर सदस्यों ने इस दौरान यह ऐलान कर चौंकाया कि सदर विधायक की मनमानी पर अंकुश न लगने और निष्पक्ष जांच न होने पर सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा। जिला पंचायत सदस्य जयराम सिंह ने सदर विधायक द्विवेदी पर करारा हमला बोला। विकास विरोधी बताया। उन्होंने कहा, विधायक द्विवेदी अगला चुनाव जीतने के लिए जिला पंचायत के सारे कार्य अपने विधानसभा क्षेत्र में कराना चाहते हैं और मंशा पूरी न होने पर पद का दुरुपयोग कर विकास कार्यों में बाधक बने हैं। संतराम सिंह आदि जिला पंचायत सदस्यों ने भी विधायक द्विवेदी के रवैए को आड़े हाथों लिया।
मीरा पटेल ने विधायक पर मढ़ी अपनी हत्या की साजिश रचने की तोहमत
जिला पंचायत सदस्य मीरा देवी पटेल ने सदर विधायक द्विवेदी पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। मीरा ने कहा, विधायक के चमचे आए दिन उन्हें धमकाते हैं। डराते हैं। वह धमकियों पर अमल भी कर सकते हैं। उनकी हत्या कर और करा सकते हैं। लेकिन विधायक द्विवेदी के चमचों की धमकियां उनका रास्ता नहीं बदल सकतीं। जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल के साथ वह और उनके अन्य साथी डट कर खड़े रहेंगे। जरूरत पड़ी तो सामूहिक इस्तीफे देकर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
जदयू नेत्री बोलीं- नैतिकता का पाठ पढ़ा रहा ट्रक भर रुपए चुराने का आरोपी
इधर, भाजपाई माननीयों की मुठभेड़ में जनतादल-यू ने भी सदर विधायक द्विवेदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष शालिनी पटेल ने कहा, जो लोग एक मंत्री का पर्सनल असिस्टेंट रहते संबंधित पार्टी को भेजा जाने वाला ट्रक भर पैसा चुराने में नहीं लजाए, वह आज नैतिकता के ठेकेदार बन बैठे हैं। तमाम आडियो वीडियो क्लिप इनकी करतूतें बयां करती हैं। कमीशनखोर चेहरा सामने लाया जाएगा।
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