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Bulandshahr News: एनजीओ को ₹20 करोड़ दान का झांसा देकर ₹20 लाख की ठगी, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज
Bulandshahr News: अब कोर्ट के आदेश पर विजय मिश्रा, सत्यदेव उपाध्याय, देवराज, हरविंदर सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
Bulandshahr News (Social Media image)
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में एक एनजीओ को 20 करोड़ का दान दिलाने का झांसा देकर शातिरों के एनजीओ संचालकों से 20 लाख रुपए ठग लिए, बीएस भगत चेरिटेबल ट्रस्ट के संचालक नानक चंद्र के सहकर्मी रवींद्र और उनकी पत्नी के खाते से रकम ट्रांसफर हुई, इसके बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी। अब कोर्ट के आदेश पर विजय मिश्रा, सत्यदेव उपाध्याय, देवराज, हरविंदर सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
कोर्ट के आदेश पर हुई ये FIR
ट्रस्ट के संचालक नानक चंद्र पुत्र सुखपाल सिंह निवासी चांदपुर बुलंदशहर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट में कहा है कि वह बीएस भगत चैरिटेबिल ट्रस्ट के नाम से एनजीओ चलाते हैं, जो कि गरीब बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की व्यवस्था करती है। जनवरी माह के प्रारम्भ में उनके सहकर्मी रविन्द्र सिंह के पास विजय मिश्रा का फोन आया और कहा कि हमारे पास एक कम्पनी है जो एनजीओ को दान देती है। इस बाबत देवराज, सत्यदेव उपाध्याय व हरविन्दर सिंह व दो अन्य व्यक्तियों ने एक होटल में मुलाकात के कहा कि उनके पास एक कंपनी है जो ट्रस्ट को 20 करोड़ का दान देगी। इसके लिए आपको कम्पनी में 1 प्रतिशत की बुकिंग लगानी होगी। मना करने के बावजूद आरोपियों ने भरोसा दिलाया कि जो पैसा बुकिंग के लिए ट्रांसफर होगा उसकी डीडी बनाकर आपको दिया जायेगा। इसके बाद 15 लाख रुपये की बुकिंग लगाने पर काम करने की सहमति हुई। बुकिंग लगाने के लिए देवराज एन्ड कम्पनी ने हरविन्दर का खाता उपलब्ध कराया, जिसमें उनके द्वारा 50 हजार रुपये पे फोन से तथा 24 जनवरी 2025 को पत्नी द्वारा फर्म गोपाल इन्टरप्राइजेज के खाते से 14.5 लाख रुपये देवराज द्वारा उपलब्ध गए खाता संख्या में ट्रांसफर कर दिए। जिसकी गारंटी के बदले देवराज ने केवल 15 लाख रुपए का चैक दिया, जबकि 15 लाख का डीडी देना था। बहस होने पर देवराज ने चैक ले लिया और कहा कि डीडी बनवाकर देने की बात कहते हुए चैक लेकर चला गया। पन्द्रह लाख रुपये वापस करने मांग की तो आरोपी ने दोबारा काम के लिए बुलाया। देवराज फिर से कम्पनी को 5 लाख रुपये देने को कहा। मजबूरीवश एक बार 90 हजार तथा दूसरी बार में 4.10 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर कर दिए। परन्तु निर्धारित तिथि पर कंपनी काम करने नहीं पहुंची। अब एक बार फिर से 2.50 लाख रुपये देने का दबाव बनाया गया। इस पर 1 अप्रैल को नगर कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, 5 मई 2025 को रस्टिर्ड डाक से शिकायती पत्र एसएसपी को भेजा, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर 6 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली हैं
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