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Hapur News: गढ़मुक्तेश्वर हाईवे पर अवैध भैंसा बग्गी रेस पर पुलिस का बड़ा अभियान, पांच बग्गियां जब्त
Hapur News: हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर हाईवे पर कार्तिक पूर्णिमा मेले से पहले अवैध भैंसा बग्गी रेस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच बग्गियां जब्त कीं।
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Hapur News: कार्तिक पूर्णिमा मेले से पहले हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में आधी रात को मौत से खेलती रफ्तार का मंजर देखने को मिला। परंपरा के नाम पर आयोजित अवैध भैंसा बग्गी रेस ने एक बार फिर कानून को चुनौती दी। अंधेरे में भैसों के पैरो थाप और बाइकों की गर्जना के बीच सैकड़ों लोग सड़क किनारे जमा हुए, और राजमार्ग पर बैल दौड़ाने का खेल शुरू हो गया।
रफ्तार, जुनून और खतरनाक परंपरा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इन रेसों में बैलों को 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से करीब 40 किलोमीटर तक दौड़ाया जाता है।उन्हें तेज छड़ों और नुकीले डंडों से उकसाया जाता है, जिससे वे असहनीय दर्द में भागते हैं। बताया गया कि कुछ आयोजकों ने इस बार लाखों रुपये तक की नकद पुरस्कार राशि रखी थी, जिससे प्रतिस्पर्धा और भी आक्रामक हो गई।ग्रामीणों का कहना है कि पहले इन रेसों में लकड़ी की सामान्य छड़ें प्रयोग की जाती थीं, लेकिन अब हिंसक तरीके अपनाए जा रहे हैं। हापुड़ जिले के नानपुर निवासी योगेश कुमार कहते हैं, “पहले यह उत्सव होता था, अब हिंसा बन चुका है। लिंक रोड की जगह अब हाईवे रेस ट्रैक बन गया है। कई बार भैसे गिर जाते हैं, बग्गी पलट जाती हैं और दर्शक घायल हो जाते हैं।”
पशु क्रूरता का भयावह रूप
पशु अधिकार संगठन इस परंपरा को “क्रूरता की पराकाष्ठा” बता रहे हैं।एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमाली वशिष्ठ ने कहा“संवेदनशील हिस्सों में नुकीली छड़ें चुभोने से भैसों को असहनीय दर्द होता है। लगातार दौड़ने से उनका रक्तचाप खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। कई बार हम जानवरों को बचाने पहुंचते हैं, लेकिन सड़कों पर भीड़ और वाहनों की वजह से एम्बुलेंस तक नहीं पहुंच पाती।”
पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने गुरुवार देर रात अभियान चलाकर पांच भैंसा बग्गियां जब्त कीं।थाना प्रभारी मनोज बालियान ने बताया “बैलगाड़ी या भैंसा बग्गी रेस पर पूर्ण प्रतिबंध है। यह न केवल अवैध है बल्कि पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन भी है। हमने पांच बग्गियां जब्त की हैं और आयोजकों पर पशु क्रूरता अधिनियम तथा शांति भंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। किसी भी कीमत पर इस तरह की क्रूर परंपरा को नहीं चलने दिया जाएगा।”
प्रशासन सख्त, निगरानी बढ़ाई
कार्तिक पूर्णिमा मेले से पहले पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र में सख्ती बढ़ा दी है।संवेदनशील मार्गों पर गश्त के साथ पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई हैं।अधिकारियों का कहना है कि परंपरा के नाम पर कानून तोड़ने या पशुओं पर अत्याचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।मेले में आने वाले श्रद्धालुओ से भी अपील की गई है कि वे ऐसी रेसों में भाग न लें और अपने जानवरों को खतरे से दूर रखें।
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