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बाप रे बाप! हिन्दू लड़कियों का धर्मांतरण कराने के लिए हाईटेक गैंग का खुलासा, छांगुर बाबा जैसे रैकेट पर आगरा पुलिस ने कसा शिकंजा!
Conversion Gang: आगरा पुलिस ने धर्मांतरण गैंग पर शिकंजा कसते हुए 7 राज्यों में छापेमारी की। गायब हुई सगी बहनों को ट्रांजिट रिमांड पर गिरफ्तार किया और गैंग के विदेश से जुड़े फंडिंग के सुराग मिले। जानें कैसे यह गैंग हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कर रहा है और पुलिस ने क्या किया बड़ा खुलासा।
High-tech gang exposed converting Hindu girls Agra police tightened its grip on racket like Changur Baba
Conversion Gang: मार्च 2025 में आगरा से गायब हुई दोनों सगी बहनों को पुलिस ने पकड़ लिया है। अब इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाया जा रहा है। इसके साथ ही, पुलिस ने इनकी धर्मांतरण से जुड़ी गैंग की तलाश के लिए 7 राज्यों में छापेमारी की है। ये दोनों बहनें पहले हिंदू थीं, लेकिन अब इन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया है। जांच में यह सामने आया है कि शायद ये बहनें धर्मांतरण रैकेट का हिस्सा बन चुकी हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला है कि इन गैंग्स की फंडिंग विदेशों से हो सकती है, जैसे छांगुर बाबा के मामले में हुआ था।
आगरा की सगी बहनों का धर्मांतरण
जानकारी के लिए, यह बात सामने आई है कि आगरा की सगी बहनों का धर्मांतरण भी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के जैसे ही कराया गया। इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस से मदद मांगी और पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को इन बहनों का पता पश्चिम बंगाल में मिला। इसके बाद धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश करने के लिए आगरा पुलिस ने शुक्रवार को 7 राज्यों में एक साथ छापेमारी की। इन राज्यों में बैरकपुर (कोलकाता) से दो आरोपी, समस्तीपुर और ऋषिकेश (उत्तराखंड) से एक-एक, बरेली (उत्तर प्रदेश) से एक और राजस्थान से एक आरोपी पकड़ा गया। पुलिस ने बैरकपुर से पकड़ी गई दोनों बहनों को कोर्ट में पेश करके तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाने का आदेश लिया है। वहीं, बाकी गिरफ्तार आरोपियों को भी आगरा लाया जा रहा है।
अपनी ही बहन का धर्मांतरण कराया
आगरा के सदर थाना क्षेत्र में रहने वाली एक पंजाबी युवती का धर्मांतरण एक गैंग ने कराया। इस गैंग की सदस्य साईमा उर्फ खुशबू, जो ऊधमपुर (जम्मू कश्मीर) की रहने वाली है, ने इस युवती को 2021 में अपने साथ ले लिया था। युवती के परिवार ने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी थी, और एक लैंड स्लाइड के कारण पुलिस और परिजन जब साथ पहुंचे तो उन्होंने युवती को अपने घर वापस ले लिया। लेकिन घर आने के बाद परिवार ने देखा कि युवती अब पूजा-पाठ का विरोध कर रही थी और इस्लाम अपनाने की बात कर रही थी।
मार्च 2025 में दोनों बहन हुई थी लापता
एडीसीपी सिटी आदित्य के मुताबिक, घर में रहते समय बड़ी बहन ने अपनी छोटी बहन का ब्रेनवॉश किया और दोनों बहनें 24 मार्च 2025 को घर से गायब हो गईं। 4 मई को उनके परिजनों ने सदर थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया और तब से पुलिस उनकी तलाश में लगी थी।
पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों को पकड़ा:
एडीसीपी ने बताया कि जब पुलिस को बहनों के बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने 7 टीमों का गठन किया। सर्विलांस और साइबर सेल की मदद से पुलिस ने जरूरी जानकारी जुटाई और फिर छापेमारी शुरू की। पुलिस को बैरकपुर, कोलकाता में इन बहनों का सुराग मिला। वहां से दोनों बहनों को सुरक्षित लिया गया और फिर पुलिस ने वहां के शेखर रॉय उर्फ हसन अली को पकड़ा। इसके बाद पुलिस ने माणिकरामपुर इलाके में दबिश देकर रीत बनिक उर्फ मोहम्मद इब्राहिम को भी गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और उन्हें तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाया जा रहा है।
पुलिस की छापेमारी
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि एक टीम ने उत्तराखंड के ऋषिकेश के समस्तीपुर में दबिश दी, जहां से रहमान को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बरेली और राजस्थान से भी एक-एक आरोपी को पकड़ा गया है। सभी आरोपियों को आगरा लाया जा रहा है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में भी दबिश जारी रखे हुए है और जल्द ही बड़ा खुलासा हो सकता है।
छांगुर बाबा जैसी गैंग:
बलरामपुर के छांगुर बाबा उर्फ जलालउद्दीन का नाम भी इन दिनों धर्मांतरण मामलों में सामने आ रहा है। इस मामले में ईडी, एटीएस, और एसटीएफ ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है और विदेशी फंडिंग के सुराग भी मिले हैं। आगरा पुलिस ने जब सगी बहनों को पकड़ा, तो पता चला कि यह गैंग बहुत गहरी जड़ों तक फैली हुई है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि विदेशों से इस गैंग को फंडिंग मिल रही है। इस गैंग ने 2015 से ही युवक-युवतियों का धर्मांतरण शुरू कर दिया था।
गैंग चला रहा धर्मांतरण अभियान:
आगरा पुलिस की छानबीन में यह बात भी सामने आई कि यह धर्मांतरण गैंग अपने सदस्य बनाकर उन्हें ब्रेनवॉश करता है और फिर वह खुद इस्लाम के पक्ष में काम करने लगते हैं। यह गैंग हाईटेक तरीके से धर्मांतरण कराता है। सबसे ज्यादा निशाना पढ़े-लिखे युवक और युवतियों को बनाया जाता है। पहले इन्हें प्रलोभन दिया जाता है, फिर सोशल मीडिया के जरिए धर्मांतरण की मुहिम चलाई जाती है। इस तरह से ब्रेनवॉश करके लोग इस गैंग का हिस्सा बन जाते हैं।
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