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छांगुर बाबा- ईसाई मिशनरियों का कनेक्शन! लोगों को फंसाने के लिए करता था प्रापर्टी का काम, नसरीन के पास धर्मांतरण का पूरा हिसाब-किताब
Changur Baba Case Update: अवैध धर्मांतरण के केस में बलरामपुर जनपद से गिरफ्तार छांगुर बाबा बेहद शातिर है। वह लोगों को फंसाने के लिए कई तरह की चालें चलता था। लोगों को खुद से जोड़ने के लिए वह प्रॉपर्टी का काम भी करता था।
Changur Baba Case Update
Changur Baba Case Update: गैर मुस्लिम लड़कियों को बहला-फुसलाकर अवैध धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के काले साम्राज्य का एक-एक खुलासा हो रहा है। पुलिस जांच में अब बड़ा खुलासा यह हुआ है कि छांगुर बाबा की पैठ केवल कट्टरपंथी संगठनों तक नहीं थी, बल्कि वह उत्तर प्रदेश के सात संवेदनशील जनपदों में सक्रिय ईसाई मिशनरियों के भी संपर्क में था।
लोगों को खुद से जोड़ने के लिए करता था प्रॉपर्टी का काम
अवैध धर्मांतरण के केस में बलरामपुर जनपद से गिरफ्तार छांगुर बाबा बेहद शातिर है। वह लोगों को फंसाने के लिए कई तरह की चालें चलता था। लोगों को खुद से जोड़ने के लिए वह प्रॉपर्टी का काम भी करता था। इस काम में उसके साथ नवीन रोहरा और महबूत भी थे। छांगुर बाबा को इससे अच्छी खासी आमदनी भी होती थी। काम से मिले मुनाफे को धर्मांतरण में खर्च किया जाता था। लोगों को बरगलाने के लिए वह उन्हें रुपयों का लालच देता था और इसके बाद धर्म बदलने का दबाव डालता था। उसे उतरौला में ही छह जगहों ने कई जमीनें खरीदी थी। साथ ही दो कॉम्प्लेक्स भी बनवाए थे। खरीदी गयी जमीनों की प्लॉटिंग का काम चल रहा था।
धर्म परिवर्तन के लिए बांटता था रुपये
धर्मांतरण के गैंग का सरगना छांगुर बाबा के राजदार रहे बब्बू चौधरी ने बताया कि धर्म परिवर्तन के लिए कई तरह से वह लोगों को रुपये बांटता था और उन्हें प्रभावित करता था। सोची-समझी रणनीति के तहत छांगुर बाबा हिंदू श्रमिकों और गरीब परिवार के लोगों को अपने घर में कामकाज के लिए रखता था। वह इन लोगों को वेतन के साथ ही अतिरिक्त रुपए भी रोजाना देता था ताकि वह लोग उससे प्रभावित हो जाएं।
जब लोग उसके झांसे में आ जाते थे। तब वह उन्हें बेहतर भविष्य का सपना दिखाकर धर्म परिवर्तन करा देता था। उसके घर पर सफाई का काम करने वाले संचित ने बताया कि धर्म परिवर्तन के लिए पांच लाख का लालच दिया था। मुकरने पर रेप के मामले में फंसा देने की धमकी भी देता था। एटीएस ने अपनी जांच में संचित के इस बयान का जिक्र किया है।
धर्मांतरण जिहाद में पास्टर-पादरी भी शामिल
हिंदू परिवारों के धर्म को बदलने का रैकेट चला रहे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के मंसूबे बेहद घातक थे। उसने अपने मकसद को पूरा करने के लिए ईसाई मिशनरियों से भी सांठगांठ कर ली थी। वह पास्टर और पादरियों को रुपयों का लालच देकर कमजोर वर्गों का ब्योरा एकत्रित करता था और फिर चिह्नित परिवारों को सुंदर भविष्य का सपना दिखाकर धर्म परिवर्तन कराता था। इस पूरे खेल में नीतू उर्फ नसरीन उसकी पूरी मदद करती थी और धर्मांतरण का पूरा हिसाब-किताब रखती थी। वहीं, नीतू का पति नवीन स्थानीय पुलिस और प्रशासन को मैनेज करने का काम करता था।
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