Bundelkhand बनेगा सौर ऊर्जा हब, योगी सरकार बना रही 2000 मेगावाट पार्क

झांसी, ललितपुर और चित्रकूट में 2000 मेगावाट की सौर परियोजनाएं निर्माणाधीन, टुस्को लिमिटेड कर रहा निर्माण, 2026 तक बिजली उत्पादन शुरू होने की उम्मीद।

Gaurav kushwaha
Published on: 11 Oct 2025 5:05 PM IST
Bundelkhand Solar Hub
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Bundelkhand Solar Hub (image from Social Media)

Jhansi News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के सौर ऊर्जा उत्पादन के केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। इसी कड़ी में झांसी, ललितपुर और चित्रकूट में तीन बड़ी सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर काम चल रहा है और वर्ष 2026 में इन तीनों से बिजली उत्पादन के शुरू हो जाने का अनुमान है। तीनों की संयुक्त क्षमता 2000 मेगावाट है। तीनों सोलर पार्कों को स्थापित करने का काम यूपी सरकार और केंद्र सरकार का संयुक्त उपक्रम टुस्को लिमिटेड कर रहा है।

सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए बुंदेलखंड को प्राथमिकता के रूप में चुना जा रहा है। मौसम साफ रहने, शुष्क वातावरण होने और जमीन की पर्याप्त उपलब्धता के कारण इस क्षेत्र में सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर योगी सरकार का खास जोर है। सौर ऊर्जा के उत्पादन की दृष्टि से इस क्षेत्र में धूप का रेडियेशन अनुकूल है। इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद इनसे प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी।

तीन सोलर पार्कों का निर्माण कर रही टुस्को

झांसी, ललितपुर और चित्रकूट जिलों में टुस्को लिमिटेड तीन अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्कों की स्थापना कर रही है। इनकी संयुक्त क्षमता 2000 मेगावाट होगी। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 2000 मेगावाट के पावर पार्क उत्तर प्रदेश में विकसित करने के लिए आवंटित किए हैं। झांसी में 600 मेगावाट, चित्रकूट में 800 मेगावाट और ललितपुर में 600 मेगावाट के सोलर पार्क बनाए जा रहे हैं।

झांसी के गरौठा में 2700 एकड़ में सोलर पार्क

भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने झांसी जिले के गरौठा तहसील क्षेत्र में 600 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क की स्थापना के लिए टुस्को लिमिटेड को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2021 में झांसी के सोलर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इस परियोजना के लिए आठ गांव सुजानपुरा, जलालपुरा, जसवंतपुरा, नदौरा, बरारु, पुरा, खड़ौरा और मोतीकटरा में 2700 एकड़ जमीन का अधिग्रहण 30 सालों के पट्टे के आधार पर किया गया है। यहां यूपीपीटीसीएल 220/400 केवी ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण कर रही है। सोलर पार्क के विकास के लिए सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम और आंतरिक विद्युत निकासी प्रणाली का काम पूरा किया जा रहा है। मार्च 2026 तक पार्क का काम पूरा हो जाने का लक्ष्य रखा गया है और दिसंबर तक बिजली उत्पादन शुरू हो जाने का अनुमान है।

चित्रकूट में 800 मेगावाट के सोलर पार्क पर काम

चित्रकूट जिले के मऊ तहसील में 800 मेगावाट क्षमता के अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क की स्थापना के लिए भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने वर्ष 2021 में टुस्को लिमिटेड को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2023 में चित्रकूट सौर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इस सोलर पार्क के लिए 15 गांव की 3600 एकड़ जमीन 30 सालों के पट्टे के आधार पर लीज पर ली जा रही है। मऊ तहसील क्षेत्र के ग्राम खड़गदाह, छतैनी माफी, मनका छतैनी, गहुर, कोटवा माफी, डोंडिया माफी, कटैया डांडी, छरेहरा, चचोखर, उसरी माफी, बरगढ़, अटारी मजरा, गोइयां कला, गोइयां खुर्द और सेमरा में जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। एनटीपीसी रिन्यूएबल ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को चित्रकूट सौर परियोजना के लिए सौर ऊर्जा विकासकर्ता के रूप में नियुक्त किया गया है। ग्रिड सब स्टेशनों के निर्माण के लिए टुस्को ने यूपीपीटीसीएल को जमीन सौंप दी है। चित्रकूट सोलर पार्क मार्च 2026 तक शुरू हो जाने की संभावना है और दिसंबर 2026 तक यहां बिजली उत्पादन शुरू हो जाने का अनुमान है।

ललितपुर में 600 मेगावाट का सोलर पार्क

ललितपुर जिले के तालबेहट तहसील क्षेत्र में 600 मेगावाट के सोलर पार्क को स्थापित करने की टुस्को 2020 में एमएनआरआई ने मंजूरी प्रदान की। पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2024 में ललितपुर सौर परियोजना की आधारशिला रखी। इसके लिए 2700 एकड़ जमीन की आवश्यकता है, जिसके लिए 9 गांव में जमीन का अधिग्रहण तीस वर्षों के पट्टे के आधार पर किया जा रहा है। झरर, कड़ेसरा कला, बरामा बिहार, शाहपुर, सरखड़ी, पवा, पिपरई, तालबेहट अंदर और गेवरा गुंडेरा में 30 वर्षों के लिए जमीन अधिग्रहित की जा रही है। यहां 220/400/765 केवी ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण यूपीपीटीसीएल द्वारा किया जा रहा है। एनटीपीसी रिन्यूएबल ग्रीन एनर्जी को सौर परियोजना विकासकर्ता के रूप में चुना गया है। ललितपुर सौर पार्क मार्च 2026 तक शुरू हो जाने की संभावना है और दिसंबर 2026 तक यहां बिजली उत्पादन शुरू हो जाने की संभावना है।

तेज गति से जारी है काम

टुस्को लिमिटेड के सीईओ मनोज सरदाना ने बताया कि झांसी, ललितपुर और चित्रकूट की सोलर पार्क परियोजनाओं पर तेज गति से काम चल रहा है। अनुमान है कि मार्च 2026 तक तीनों पार्क का काम पूरा हो जाएगा और दिसंबर 2026 से बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

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