Jhansi News: झाँसी में अनोखी कांवड़ यात्रा: जल की जगह पौधों से दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

Jhansi News: इस विशेष यात्रा में कांवड़ियों ने गंगाजल या किसी अन्य पवित्र नदी का जल नहीं, बल्कि कांवड़ में पौधे उठाकर शिवभक्ति के साथ-साथ पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।

Gaurav kushwaha
Published on: 27 July 2025 2:58 PM IST
Jhansi News: झाँसी में अनोखी कांवड़ यात्रा: जल की जगह पौधों से दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
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Kanwar Yatra Jhansi 

Jhansi News: पूरे देश में जहां सावन माह के दौरान शिवभक्त गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं, वहीं झाँसी में एक बेहद अनोखी और प्रेरणादायक कांवड़ यात्रा देखने को मिली। इस विशेष यात्रा में कांवड़ियों ने गंगाजल या किसी अन्य पवित्र नदी का जल नहीं, बल्कि कांवड़ में पौधे उठाकर शिवभक्ति के साथ-साथ पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।

इस अनोखी पहल का आयोजन जिला जनकल्याण समिति और रानी झाँसी फाउंडेशन ने किया। यात्रा की शुरुआत रानी लक्ष्मीबाई पार्क से हुई, जिसे धर्मगुरु आचार्य हरिओम पाठक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कांवड़ में पौधे रखकर चल रहे युवाओं ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता को जनजन तक पहुँचाया।

यात्रा के दौरान एक रैली भी निकाली गई, जिसमें स्कूली बच्चों और एनसीसी कैडेट्स ने पोस्टर और बैनर लेकर भाग लिया। रैली में पर्यावरण सुरक्षा के नारे लगाए गए और प्लास्टिक, कचरा और प्रदूषण को राक्षस के रूप में दर्शाकर लोगों को उसके दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया।कांवड़ यात्रा में शामिल युवाओं ने अलग-अलग रूप धारण कर पर्यावरण के दुश्मनों, जैसे प्लास्टिक, धुंआ और कचरे, को ‘नकारात्मक शक्तियां’ बताया।

इन दृश्यों को देख राहगीर भी काफी प्रभावित हुए और कई लोगों ने फोटो और वीडियो बनाकर इस पहल को सोशल मीडिया पर साझा किया।इस यात्रा ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भगवान की पूजा केवल जल चढ़ाने से नहीं, बल्कि उनकी बनाई हुई प्रकृति की रक्षा करके भी की जा सकती है। झाँसी की इस अनोखी कांवड़ यात्रा ने न केवल भक्ति की मिसाल पेश की, बल्कि एक सार्थक सामाजिक संदेश भी दिया.. "धरती बचेगी, तो भक्ति भी बचेगी।"

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Shalini Rai

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