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प्रधानाध्यापिका ने छुट्टी पर जाते समय चाबियां नहीं दीं, बच्चे बरामदे में पढ़ने को मजबूर
Kanpur Dehat News: प्रधानाध्यापिका की कार्यशैली पर सवाल, विद्यालय में चाबी विवाद से हड़कंप
Kanpur Dehat News: पीएम श्री सविलियन विद्यालय खोजफूल इन दिनों फिर चर्चा में है। चर्चा का कारण है विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती अखिलेश कुमारी, जिनकी कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं।हाल ही में ₹16 लाख की लागत से हो रहे भवन निर्माण में अनियमितता की शिकायत सामने आई थी। अब एक नया मामला प्रकाश में आया है। बीते बुधवार को श्रीमती अखिलेश कुमारी विद्यालय में उपस्थित थीं, लेकिन गुरुवार को किसी निजी कार्यवश उन्होंने अवकाश ले लिया।
मुद्दा यह है कि मैडम विद्यालय की चाबियां साथ लेकर चली गईं, जिससे अन्य स्टाफ के पास कमरे खोलने का कोई विकल्प नहीं था। विद्यालय सुबह नियत समय पर खुला, लेकिन कक्षाएं नहीं खुल सकीं।मजबूरन बच्चों को बरामदे में फर्श पर बैठाकर पढ़ाया गया। इस दौरान कन्हैया कुमार, अतुल कुमार, अमर बाजपेई, मंजुला अवस्थी, राजकुमार सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे, जबकि चार शिक्षक प्रशिक्षण पर हैं। शिक्षामित्र, अनुदेशिका अपर्णा और सनिका के सहयोग से ही पढ़ाई कराई गई।
जब शिक्षकों से पूछा गया कि कमरे क्यों नहीं खुले, तो बताया गया कि मैडम चाबियां लेकर चली गई हैं, और यह भी स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने चाबियां कहीं रखी हैं या नहीं।बच्चों के बरामदे में पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद मामला ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा तक पहुंचा। उन्होंने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं क्षेत्रीय एसडीएम शालिनी उत्तम ने भी विद्यालय का निरीक्षण करने की बात कही है।
जब इस मुद्दे पर प्रधानाध्यापिका श्रीमती अखिलेश कुमारी से बात की गई, तो वे नाराज़ हो गईं और आरोप लगाने लगीं कि यह सब कुछ उन्हें बदनाम करने की साज़िश है। जब उनसे वायरल वीडियो और स्टाफ द्वारा दी गई जानकारी का हवाला दिया गया, तो उन्होंने फोन काट दिया।यह पूरी घटना प्रधानाध्यापिका की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है। स्टाफ का भी कहना है कि चाबियां न सौंपने के पीछे मैडम के मन में क्या चल रहा था, यह कोई नहीं जानता।
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