Lucknow News: शारदा बैराज क्षेत्र डी-सिल्टिंग कार्यों की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने अफसरों को दिए निर्देश, 15 जून से पहले सभी बाढ़ नियंत्रण कार्य हों पूरे

Lucknow News: डॉ. रोशन जैकब ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से शारदा बैराज क्षेत्र में जारी डी-सिल्टिंग कार्यों की समीक्षा की। आयुक्त कार्यकक्ष से की गई

Virat Sharma
Published on: 20 May 2025 2:28 PM IST
Lucknow News: शारदा बैराज क्षेत्र डी-सिल्टिंग कार्यों की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने अफसरों को दिए निर्देश, 15 जून से पहले सभी बाढ़ नियंत्रण कार्य हों पूरे
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Lucknow Today News: मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से शारदा बैराज क्षेत्र में जारी डी-सिल्टिंग कार्यों की समीक्षा की। आयुक्त कार्यकक्ष से की गई इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी लखीमपुर-खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल, जिलाधिकारी सीतापुर अभिषेक आनंद, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता (शारदा), अधीक्षण अभियंता बाढ़ मंडल, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड शारदा नगर समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में मण्डलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी बाढ़ नियंत्रण और बचाव कार्यों को 15 जून से पहले एवं वर्षा ऋतु शुरू होने से पहले हर हाल में युद्धस्तर पर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ से जन-धन की सुरक्षा हेतु सभी आवश्यक कदम तत्काल प्रभाव से उठाए जाएं। वहीं समीक्षा में यह जानकारी सामने आई कि अब तक कुल 11 लाख 20 हजार घन मीटर ड्रेजिंग कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। कार्य में 02 ड्रेजर (250 घन मीटर प्रति घंटा क्षमता), 01 ड्रेजर (150 घन मीटर प्रति घंटा क्षमता), 25 ड्रेजर (70 घन मीटर प्रति घंटा क्षमता), 25 पोकलेन मशीन, 288 ट्रैक्टर-ट्रॉली की तैनाती के साथ लगभग 45 प्रतिशत कार्य संपन्न हो चुका है।

तटीय सुरक्षा, फसल सुरक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर होगा सकारात्मक असर

इस दौरान मंडल कमिश्नर ने निर्देश दिए कि ड्रेजिंग, सफाई एवं बाढ़ सुरक्षा से संबंधित निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों में पर्याप्त मैनपावर और मशीनरी लगाई जाए, साथ ही नाइट शिफ्ट में भी काम हो ताकि कार्य 24x7 आधार पर जारी रहे। किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉ. जैकब ने निर्देश दिए कि निकाली गई मिट्टी, मौरंग और बालू का उपयोग कर नदी के दोनों किनारों पर मजबूत तटबंध बनाए जाएं, जिससे भविष्य में बाढ़ की तीव्रता कम की जा सके।

उन्होंने इसे एक पायलट प्रोजेक्ट बताया, जिससे स्थायी और सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जताई गई।उन्होंने कहा कि ड्रेजिंग से शारदा नदी की जलधारण क्षमता में वृद्धि होगी और जल प्रवाह में सुधार आएगा, जिससे आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की समस्या कम होगी। इसके साथ ही कृषि कार्यों को प्रोत्साहन मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।

संवेदनशील क्षेत्रों में हो रहे कार्यों की विशेष सराहना

मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने संवेदनशील एवं अति-संवेदनशील क्षेत्रों में किए जा रहे बाढ़ नियंत्रण कार्यों की विशेष सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल नदियों के कटाव में कमी आएगी बल्कि किसानों की फसलें और ग्रामीणों के घर भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि जनहानि को शून्य तक लाना हमारी प्राथमिकता है। वहीं उन्होंने अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारियों को परियोजना की माइक्रो मॉनिटरिंग के लिए तैनात करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और नियमित निगरानी के माध्यम से प्रगति की समीक्षा होती रहे

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Shalini singh

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