TRENDING TAGS :
Lucknow News: अब महिला अपराधों पर लगेगी लगाम! लखनऊ पुलिस ने रीलॉन्च किया एंटी-रोमियो स्क्वाड, 'महिला सुरक्षा टीम' से मिली नई पहचान
Lucknow News: महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लखनऊ पुलिस की ओर से किए गए इस नए प्रयोग के साथ साथ महिला सुरक्षा टीम को आरोपियों पर एक्शन लेने का भी अधिकार देते हुए कई अन्य शक्तियां प्रदान की गई हैं।
Lucknow News
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में बढ़ते महिला अपराध पर लगाम लगाने के लिए लखनऊ पुलिस नए नए प्रयास करती नजर आ रही है। इसी प्रयास के बीच अब लखनऊ पुलिस कमिश्नर के आदेश पर महिलाओं से छेड़छाड़ जैसे मामलों की रोकथाम के लिए बनाए गए एंटी-रोमियो स्क्वाड का पुनर्गठन किया गया है। अब ये टीम महिला सुरक्षा टीम के नाम से जानी जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लखनऊ पुलिस की ओर से किए गए इस नए प्रयोग के साथ साथ महिला सुरक्षा टीम को आरोपियों पर एक्शन लेने का भी अधिकार देते हुए कई अन्य शक्तियां प्रदान की गई हैं।
महिलाओं की सुरक्षा को बेहतर करने के लिए हुआ एंटी रोमीयो स्क्वाड का पुनर्गठन
बता दें कि महिलाओं की सुरक्षा और मजबूत व बेहतर बनाने के मकसद से लखनऊ पुलिस कमिश्नर के आदेश पर एण्टी रोमियो दल का फिर से पुनर्गठन किया गया है। जिसके तहत लखनऊ के हर थाने पर 1 महिला सुरक्षा टीम का गठन किया गया है, जिसका प्रभारी उपनिरीक्षक स्तर का अधिकारी होगा। प्रत्येक थाने पर तैनात इस टीम का उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों पर छेड़छाड़, इव-टीजिंग और महिला अपराधों पर अंकुश लगाना होगा।
जानिए! कैसे काम करेगी महिला सुरक्षा टीम, खुद एक्शन लेने का होगा अधिकार
नाम बदलने के साथ ही इस स्क्वॉड की जिम्मेदारियों को और विस्तार दिया गया है। खास तौर से पहली बार पकड़े गए जिन लड़कों को समझाकर छोड़ा गया था, उन्हें दोबारा पकड़े जाने पर जेल भेजने तक की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही नारी सुरक्षा दल को मनचलों पर खुद से कार्रवाई करने का अधिकार भी दिया जाएगा। यह दल मनचलों पर एफआईआर तक दर्ज करा सकेगी। इसके साथ ही एंटी रोमियो स्क्वॉड के नाम से नई टीम सिर्फ एक क्षेत्र में कार्य करने को बाध्य था। जैसे कि सिर्फ छेड़खानी को रोकने के लिए ही एंटी रोमियो स्क्वॉड को जाना जाता था। लेकिन महिला सुरक्षा टीम का गठन कर इसे व्यापक रूप देकर इस टीम की जिम्मेदारियों को और अधिक विस्तार दिया गया है।
सिर्फ छेड़छाड़ नहीं बल्कि नशाखोरी पर भी लगाम लगाएगी ये टीम
एंटी-रोमियो स्क्वॉड मुख्य रूप से स्कूल, कॉलेज और पार्कों में छेड़खानी रोकने तक सीमित था। लेकिन अब महिला सुरक्षा टीम का दायरा अब व्यापक है। इसमें नशाखोरी, संदिग्ध गतिविधियों की जाँच, शैक्षणिक संस्थानों के आसपास मादक पदार्थों की बिक्री रोकना, बैंक चेकिंग, और कानून व्यवस्था से जुड़ी त्वरित कार्रवाई जैसे कार्य शामिल हैं। अब निवारक उपायों पर जोर दिया जाएगा, जैसे सार्वजनिक स्थानों पर नशेड़ियों पर कार्रवाई, संदिग्ध वाहनों की जाँच, और चौराहों पर निगरानी की जाएगी।
पूरे लखनऊ में सक्रिय होगी महिला सुरक्षा टीम
आपको बता दें कि एंटी-रोमियो स्क्वाड की टीम पहले केवल कुछ स्थानों पर सक्रिय था। अब यह पूरे लखनऊ में महिलाओं के खिलाफ होने वाले हर प्रकार के अपराध (यौन उत्पीड़न, ड्रग्स, हिंसा आदि) को रोकने के लिए काम करेगा। यह बदलाव महिला सुरक्षा से जुड़े राष्ट्रीय कानूनों और सामाजिक अपेक्षाओं के अनुरूप है। अब महिला सुरक्षा टीम की भूमिका सिर्फ कानून लागू करना नहीं, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने और सुरक्षित वातावरण देने की है।
महिला सुरक्षा दल को मिलेंगी ये सुविधाएं
बताया जाता है कि महिला सुरक्षा टीम को सीयूजी नंबर दिया जाएगा। इसके साथ ही चार पहिया वाहन भी उपलब्ध होगा। टीम प्रभारी के पास बॉडी वार्न कैमरा होगा और ई-चालान डिवाइस सहित एक छोटा शख भी दिया जाएगा। प्रत्येक टीम में 1 उपनिरीक्षक, 2 आरक्षी, और 2 महिला आरक्षी शामिल होंगे। दल के सदस्यों को न्यूनतम 2 महीने के लिए नियुक्त किया जाएगा, जिन्हें अन्य ड्यूटी नहीं दी जाएगी। महिला सुरक्षा टीम के पास दंगा नियंत्रण उपकरण (डंडा, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, रस्सा) और चार पहिया वाहन होगा। ये टीम रोजाना सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ड्यूटी पर रहेगी। आकस्मिक स्थितियों (जैसे दंगा या महिला अपराध) में इसे क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) के रूप में तैनात किया जाएगा।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge