Meerut News: मेरठ में किसानों का गुस्सा उबाल पर, भाकियू जिलाध्यक्ष ने विकास भवन में धरना दिया

Meerut News: मेरठ में अधिकारियों की देरी से नाराज किसानों ने विकास भवन में धरना दिया। भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने किसानों के साथ जमीन पर बैठकर विरोध जताया।

Sushil Kumar
Published on: 24 Oct 2025 5:48 PM IST
Meerut News: मेरठ में किसानों का गुस्सा उबाल पर, भाकियू जिलाध्यक्ष ने विकास भवन में धरना दिया
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Meerut News: शुक्रवार को विकास भवन में आयोजित किसान दिवस उस वक्त गर्मा गया जब अधिकारियों की देरी से नाराज होकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी अपने सैकड़ों समर्थक किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता के अनुसार निर्धारित समय 11 बजे कार्यक्रम शुरू होना था, लेकिन जब 11:40 तक अधिकारी नहीं पहुंचे तो किसानों का सब्र टूट गया। चौधरी ने वहीं विकास भवन के बीचोंबीच जमीन पर बैठकर कहा — “जब अधिकारी किसानों की समस्याओं पर समय पर नहीं आते, तो किसानों को भी अब कुर्सियों पर बैठने की जरूरत नहीं!”

कुछ ही देर में पूरा माहौल आंदोलनी हो उठा। “किसान एकता ज़िंदाबाद” के नारों से विकास भवन गूंज उठा। स्थिति बिगड़ती देख जिलाधिकारी वी.के. सिंह खुद मौके पर पहुंचे और शांतिपूर्ण संवाद के ज़रिए किसानों को समझाया। उन्होंने भाकियू जिलाध्यक्ष और किसानों से कहा कि सभी मुद्दों पर खुले मन से चर्चा होगी। डीएम की पहल के बाद अनुराग चौधरी और किसान कुर्सियों पर बैठ गए और फिर शुरू हुआ समस्याओं का सिलसिला — गन्ना भुगतान, सिंचाई, बिजली और विभागीय लापरवाही पर खुली बहस।

गन्ना भुगतान के मुद्दे पर जिलाधिकारी ने त्वरित फैसला लेते हुए मलियाना समिति का भुगतान तत्काल कराने का आदेश दिया और दौराला समिति के भुगतान की तिथि 30 अक्टूबर तय की। सिंचाई विभाग को सख्त निर्देश दिए गए कि एक सप्ताह में रजवाहे की टेल तक पानी पहुंचे।बिजली विभाग की लापरवाही पर डीएम ने सख्त कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता दुर्गेश सिंह के वेतन से ₹25,000 काटने के आदेश जारी किए। उन्होंने कहा, “किसान को परेशान करना अब महंगा पड़ेगा, हर अधिकारी को जवाब देना होगा।”

बैठक के अंत में अनुराग चौधरी ने कहा, “किसान की मेहनत से ही प्रदेश चलता है। अगर समाधान नहीं मिला, तो इस बार सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसानों की आवाज सुनाएंगे और गन्ना मूल्य वृद्धि की लड़ाई लखनऊ तक ले जाएंगे।”इस दौरान बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे — जिनमें विनेश, सुनील, बबलू, विनोद, अंकित, ब्रजवीर, ओमपाल, वीरेंद्र, कृष्णपाल, ऋषिपाल, राहुल, रविंद और भरद्वाज प्रमुख रहे। विकास भवन में गूंजते नारों और जिलाधिकारी की तत्परता ने किसान दिवस को यादगार बना दिया।

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