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Meerut News: गोशाला में भूख से मरे गोवंश का मामला: प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह गिरफ्तार, गबन और पशुक्रूरता अधिनियम में केस दर्ज

Meerut News: सिविल लाइन थाना पुलिस ने सोमवार की रात डॉ. हरपाल सिंह को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद मंगलवार शाम उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

Sushil Kumar
Published on: 22 July 2025 8:42 PM IST
Meerut News: गोशाला में भूख से मरे गोवंश का मामला: प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह गिरफ्तार, गबन और पशुक्रूरता अधिनियम में केस दर्ज
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गोशाला में भूख से मरे गोवंश का मामला  (photo: social media )

Meerut News: परतापुर स्थित कान्हा उपवन गोशाला में भूख से गोवंश की हुई दर्दनाक मौतों के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जांच में लापरवाही और अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह को गंभीर धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथ ही पूर्व केयरटेकर भारत पर भी सरकारी धन के गबन और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

देर रात सरकारी आवास से हुई गिरफ्तारी

सिविल लाइन थाना पुलिस ने सोमवार की रात डॉ. हरपाल सिंह को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद मंगलवार शाम उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, केयरटेकर भारत की तलाश जारी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें सक्रिय हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद हुआ खुलासा

यह पूरा मामला तब सामने आया जब कान्हा उपवन में गोवंश की दयनीय हालत का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में कई गोवंश भूख और कुपोषण के चलते मृत या अर्धमृत अवस्था में दिखे। वीडियो के संज्ञान में आने के बाद डीएम वीके सिंह और नगर आयुक्त ने अलग-अलग जांच समितियां गठित कीं।

जांच में खुला लापरवाही और गबन का मामला

डीएम की कमेटी और नगर आयुक्त की कमेटी — दोनों की जांच रिपोर्ट में डॉ. हरपाल सिंह को जिम्मेदार ठहराया गया। रिपोर्ट के अनुसार, गोशाला के सात में से दो शेड में चारा ही नहीं था, जबकि बाकी में भी केवल चौकर उपलब्ध था। हरे चारे और दाने का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं मिला। अप्रैल 2024 से जून 2025 तक का पशु आहार न तो चेक किया गया, न ही उसका कोई सत्यापन रिकॉर्ड मौजूद है। बावजूद इसके बिना बिल नंबर के भुगतान कर दिया गया।

स्वार्थ के लिए किया गया गबन

जांच में यह भी सामने आया कि डॉ. हरपाल ने निजी लाभ के लिए गोशाला सामग्री का रिकॉर्ड नहीं रखा और पशुओं को आहार न देकर सरकारी धन का गबन किया। यह न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही है बल्कि लोक सेवक के रूप में सरकारी जिम्मेदारियों का खुला उल्लंघन भी है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी सतवीर सिंह के अनुसार सफाई एवं खाद्य निरीक्षक कुलदीप कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। कानून के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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