Meerut News: मेरठ में ‘उदयपुर फाइल्स’ की गूंज, कन्हैया लाल का बेटा बोला – “तीन साल में न्याय नहीं मिला, केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाए”

Meerut News: फिल्म को देखने पहुंचे उनके बेटे यश साहू और पत्नी यशोदा साहू के चेहरे पर गुस्सा और गम साफ झलक रहा था।

Sushil Kumar
Published on: 11 Aug 2025 10:36 PM IST
Meerut News: मेरठ में ‘उदयपुर फाइल्स’ की गूंज, कन्हैया लाल का बेटा बोला – “तीन साल में न्याय नहीं मिला, केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाए”
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कन्हैया लाल हत्याकांड पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’   (photo; social media )

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार शाम बहुचर्चित कन्हैया लाल हत्याकांड पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ दिखाई गई। इस मौके पर जिसमें फिल्म के निर्देशक-निर्माता अमित जानी के साथ दिवंगत कन्हैया लाल साहू की पत्नी यशोदा साहू और पुत्र यश साहू भी मौजूद रहे। फिल्म को देखने पहुंचे उनके बेटे यश साहू और पत्नी यशोदा साहू के चेहरे पर गुस्सा और गम साफ झलक रहा था।

मीडिया से बातचीत में यश साहू ने कहा कि कोर्ट की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। 3 साल में 166 गवाह में से सिर्फ 15-16 गवाह की ही पेशी हुई है। यह सिस्टम की धीमी रफ्तार का सबूत है। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाए, वरना न्याय की उम्मीद खत्म हो जाएगी।”

देशवासियों से भावुक अपील

मेरे लिए एक बहुत बड़ा दर्द है, जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। उन्होंने देशवासियों से भावुक अपील की – “मेरे पिताजी सिर्फ एक टेलर नहीं, एक इंसान थे, जिनकी हत्या ने पूरे देश को हिला दिया था। अगर आप सब साथ देंगे तो उनके कातिलों को फांसी जरूर होगी।

यश ने बताया कि फिल्म के निर्माता-निर्देशक अमित जानी ने फिल्म बनाने से पहले वादा किया था कि कमाई का 25 फीसदी परिवार को देंगे। अब इस पैसे से उन्होंने पिता के नाम पर एक ट्रस्ट बना लिया है। योजना है कि इससे एक वृद्ध आश्रम बनेगा और कोर्ट केस की लड़ाई भी मजबूत होगी।

कन्हैया लाल की पत्नी यशोदा साहू ने कहा कि जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं मिलती, उन्हें शांति नहीं मिलेगी। वहीं, निर्माता अमित जानी ने कहा, “उदयपुर में एक टेलर की हत्या नहीं, बल्कि हत्याओं का ट्रेलर था। यह फिल्म देश को जगाने का प्रयास है, ताकि दोषियों को फांसी के फंदे तक पहुंचाया जा सके।”

वहीं, अमित जानी ने कहा, “उदयपुर की घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि आने वाले खतरों का ट्रेलर थी। लोगों की यादें छोटी होती हैं, लेकिन यह फिल्म उन्हें जगाने और दोषियों को फांसी तक पहुंचाने का एक प्रयास है।”

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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