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Moradabad News: IFTM यूनिवर्सिटी के फाइनेंस अफसर के बेटे ने दोस्त का गला रेता, 28 टांके आए; ADG के दखल के बाद FIR दर्ज, पुलिस पर 'मैनेज' करने का आरोप
Moradabad News: मुरादाबाद और अमरोहा पुलिस दोनों ही 10 दिनों तक मामले को दबाए रखने और 'मैनेज' करने में लगी रही। सोमवार को बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा के दखल के बाद ही इस मामले में आखिरकार रिपोर्ट दर्ज हो पाई।
IFTM यूनिवर्सिटी के फाइनेंस अफसर के बेटे ने दोस्त का गला रेता (Photo- Newstrack)
Moradabad News: मुरादाबाद, 07 जुलाई 2025: मुरादाबाद के लोदीपुर राजपूत स्थित IFTM यूनिवर्सिटी (अमरोहा बॉर्डर पर) के एक फाइनेंस अफसर के बेटे ने अपने दोस्त की गर्दन रेत दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी गर्दन में 28 टांके आए हैं। आरोप है कि यूनिवर्सिटी के दबाव में मुरादाबाद और अमरोहा पुलिस दोनों ही 10 दिनों तक मामले को दबाए रखने और 'मैनेज' करने में लगी रही। सोमवार को बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा के दखल के बाद ही इस मामले में आखिरकार रिपोर्ट दर्ज हो पाई। हालांकि, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी थाना डिडौली पुलिस पर मामले को 'मैनेज' करने का आरोप लग रहा है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 25 जून की है। मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र के लोदीपुर राजपूत गांव में स्थित IFTM यूनिवर्सिटी के फाइनेंस अफसर कुशाल पाल सिंह का बेटा हर्षित, जो खुद भी यूनिवर्सिटी में कार्यरत है, अपने मित्र पुनीत सिंह पुत्र यशपाल सिंह के साथ दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर निकला था। दोनों दोस्त कार में शराब पी रहे थे। मुरादाबाद-अमरोहा बॉर्डर पर औरंगाबाद गांव, थाना डिडौली के पास कार चलाने को लेकर उनमें कहासुनी हो गई।
चूंकि कार पुनीत की थी और उसे हर्षित चला रहा था, लेकिन नशे में होने के कारण उसे कार चलाने में दिक्कत हो रही थी। पुनीत ने जब उसे कार चलाने से रोका, तो इसी बात पर हर्षित गुस्से में आ गया। उसने अपनी जेब से चाकू निकाला और पुनीत की गर्दन पर चला दिया। चाकू लगने से पुनीत का खून बहने लगा और हर्षित फिर भी गला रेतना जारी रखा। किसी तरह पुनीत अपनी जान बचाकर हर्षित के चंगुल से भागा और सड़क पर भागने लगा। घटना के पास चाचा भतीज ढाबे की ओर भागते हुए पुनीत ने बताया कि हर्षित ने उस पर कार चढ़ाने की कोशिश भी की थी। इतने में ही ढाबे पर मौजूद लोगों ने पुनीत को हर्षित से बचाया। इसके बाद हर्षित पुनीत की कार और फोन लेकर फरार हो गया।
ADG के दखल के बाद दर्ज हुई FIR, पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल पुनीत को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसी दौरान एडीजी रमित शर्मा अमरोहा से बरेली लौट रहे थे और यह घटना उनकी नजर में आ गई। उन्होंने तत्काल अमरोहा के एसपी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिसके बाद अमरोहा पुलिस ने पुनीत के पिता यशपाल सिंह द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की।
हालांकि, पुनीत के पिता का आरोप है कि हर्षित के रसूखदार होने के नाते अमरोहा पुलिस ने अभी तक उसे गिरफ्तार करने के लिए कोई दबिश नहीं दी है। उल्टे, पुलिस बार-बार पुनीत के पिता को समझौता करने के लिए समझा रही है। घायल पुनीत को पांच दिनों तक मुरादाबाद के कॉसमॉस अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया, जहां उसकी गर्दन में 28 से 29 टांके आए हैं। यह मामला पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
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