Sonbhadra News: जल्द मिल सकता है रेणुकूट-अंबिकापुर रेल लाइन का तोहफा, रेलवे बोर्ड के सीईओ से मिले पूर्व सांसद

Sonbhadra News: इस रेलवे लाइन के सर्वे में बेहतर रिटर्न की आई रिपोर्ट और छत्तीसगढ़ विस की मंजूरी के साथ ही, पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की तरफ से, प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाने के लिए प्रयास किए जाने की जानकारी दी गई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 5 Jun 2025 7:04 PM IST
Former MP meets Tohfa of Renukot-Ambikapur railway line, Railway Board CEO
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जल्द मिल सकता है रेणुकूट-अंबिकापुर रेल लाइन का तोहफा, रेलवे बोर्ड के सीईओ से मिले पूर्व सांसद (Photo- Newstrack)

Sonbhadra News: सोनभद्र । सोनभद्र (यूपी) के रेणुकूट से अंबिकापुर (छत्तीसगढ़) के लिए प्रस्तावित रेलवे लाइन को जल्द मंजूरी मिले, इसके लिए जहां लोगों की निगाहें, केंद्रीय रेलवे मंत्रालय के साथ ही, रेलवे बोर्ड पर टिकी हुई हैं। वहीं, इस रेलवे लाइन के सर्वे में बेहतर रिटर्न की आई रिपोर्ट और छत्तीसगढ़ विस की मंजूरी के साथ ही, पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की तरफ से, प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाने के लिए प्रयास किए जाने की जानकारी दी गई। वहीं, राज्य सभा के निवर्तमान सांसद रामशकल की तरफ से भी सप्ताह भर पूर्व रेलवे बोर्ड के सीईओ से मिलकर, रेलवे लाइन के प्रस्ताव को शीघ्र मंजूरी दिलाए जाने का अनुरोध किया गया है। इसको देखते हुए माना जा रहा है कि यूपी और छत्तीसगढ़ दोनों के एक बड़े हिस्से के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही रेलवे लाइन के लिए जल्द ही मंजूरी की सौगात मिल सकती है।

सितंबर 2023 से लगातार उठ रही आवाज

रेणुकूट परिक्षेत्र के म्योरपुर रोड रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, सरगुजा जिले से होते हुए अंबिकापुर रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली इस प्रस्तावित रेलवे लाइन को लेकर लिए पिछले एक सितंबर 2023 से लगातार आवाज उठाई जा रही है। इस मुहिम की शुरूआत उक्त तिथि को रेणुकूट से चेतना यात्रा निकाली गई थी। इस यात्रा की शुरूआत क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम की तरफ से हरी झंडी दिखाए जाने के साथ ही, जहां इसको लेकर आवाज उठाई जा रही है। वहीं, चार अप्रैल 2025 तक राज्यसभा सांसद रहे रामशकल भी लगातार इस मुहिम को मूर्तरूप देने की कवायद में जुटे हुए हैं।

छत्तीसगढ़ की जनप्रतिनिधि भी इसको लेकर बने हुए हैं मुखर

छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधि भी इसको लेकर लगातार मुखर बने हुए हैं। इसका परिणाम है कि गत 26 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ विधानसभा सर्वसम्मति से इस नई रेल लाइन निर्माण के लिए संकल्प प्रस्ताव पास कर मंजूरी के लिए रेल मंत्रालय को भेज चुकी है। इस प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने की मांग और सोनभद्र के एक बड़े हिस्से के लिए इस रेलवे लाइन को फायदेमंद बताते हुए गत 29 मई 2025 को जहां निवर्तमान राज्य सभा सांसद रामशकल ने चेयरमैन एवं सीईओ रेलवे बोर्ड सतीश कुमार से मुलाकात कर अनुरोध पत्र सौंपा। वहीं, पिछले दिनों सरगुजा आए छत्तीसगढ़ के सीएम ने लोगों को भरोसा दिया, इस रेलवे लाइन को जल्द मंजूरी मिले, इसके लिए वह स्वयं प्रयासरत हैं। इसको देखते हुए माना जा रहा है कि जल्द ही बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होती दिखाई दे सकती है।

रेलवे लाइन के निर्माण से बनेगा नया धार्मिक-आर्थिक कारीडोर

क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे विलासपुर के क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य मुकेश तिवारी का कहना है कि इस नई रेल लाइन के निर्माण से यूपी-छत्तीसगढ़ के बीच एक नया आर्थिक और धार्मिक कारीडोर स्थापित होगा। इससे जहां वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या से छत्तीसगढ़ के रायपुर के साथ ही जगन्नाथ पुरी के लिए लोगों को सीधी रेल सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। वहीं, यूपी-छत्तीसगढ़ के बीच कोयले और बॉक्साइट का परिवहन आसान हो जाएगा। एल्युमिनियम परिवहन में भी यह रेलवे मार्ग उपयोगी साबित होगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के एनर्जी कोरिडोर के प्रस्ताव की पूर्ति में भी यह रेलवे लाइन महत्वपूर्ण सुविधा निभाएगी। म्योरपुर हवाई अड्डे से जुड़ाव के साथ ही, यूपी के सोनभद्र और मध्यप्रदेश के सिंगरौली स्थित औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी यह लाइन खासी फायदेमंद रहेगी।

8217 करोड़ से होना है 150 किमी लंबी रेलवे लाइन का निर्माण

सर्वेक्षण में 152 किलोमीटर लंबी इस प्रस्तावित रेलवे लाइन की लागत जहां 8217 करोड रुपए अनुमानित की गई। वहीं इसका आर्थिक संकेतक यानी फाइनेंशियल इंटरनल रेट ऑफ़ रिटर्न $5.51 और इकोनॉमिकल इंटरनल रेट ऑफ़ रिटर्न तय मानक से काफी अच्छा 19.50 आंकलित किया गया है। सूरजपुर जिले में कमलपुर ग्राम रेलवे स्टेशन के आगे पंडोनगर से गोवर्धनपुर तक लाइन निर्माण होगा। बलरामपुर जिले में यह लाइन परसडीहा से फूलीडूमर तक जाएगी। सोनभद्र में धनवार से लेकर रनटोला तक इसका विस्तार किया जाएगा। यहां यह म्योरपुर रोड स्टेशन में जुड़ जाएगी।

जानिए क्यों महत्वपूर्ण है यह रेलवे लाइन?

प्रस्तावित अंबिकापुर-रेणुकूट रेलवे लाइन, छत्तीसगढ़ कमलपुर से म्योरपुर के बीच 70 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरेगी। वहीं, यह लाइन 32 कोल ब्लॉकों के पास से होकर गुजरेगी जो आर्थिक दृष्टि से एक नया कारीडोर बनाता दिखेगा। सोनभद्र की जहां पांच लाख आबादी इस लाइन से सीधे तौर पर लाभान्वित होगी। वहीं, जिले के इकदरी, घघरा, चांगा, म्योरपुर में नया रेलवे स्टेशन तो बनाया ही जाएगा। छत्तीसगढ़ के सोनवाही, मजिरा, मदननगर, गोटगवां, प्रतापपुर, चंदौरा, पहाड़ करवा, रेवती, वाड्रफनगर, रूपपुर में भी नए रेलवे स्टेशन का निर्माण होगा। दावा किया जा रहा है कि पिछड़े और आदिवासी अंचल के लिए यह रेलवे लाइन सुविधा और विकास की एक नई गाथा लिखती नजर आएगी।

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