Sonbhadra News: बांदा-चित्रकूट के बाद सोनभद्र में सबसे ज्यादा बारिश, जारी किया गया अलर्ट, किसी वक्त खोले जा सकते हैं रिहंद-ओबरा डैम के फाटक

Sonbhadra News: जिले में अब तक यानी 26 जुलाई तक 504.4 मिमी बारिश रिकार्ड की जा चुकी है, जो सामान्य बारिश के आंकड़े से 36 प्रतिशत अधिक है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 27 July 2025 7:40 PM IST (Updated on: 27 July 2025 7:45 PM IST)
Sonbhadra News: बांदा-चित्रकूट के बाद सोनभद्र में सबसे ज्यादा बारिश, जारी किया गया अलर्ट, किसी वक्त खोले जा सकते हैं रिहंद-ओबरा डैम के फाटक
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बांदा-चित्रकूट के बाद सोनभद्र में सबसे ज्यादा बारिश   (photo: social media )

Sonbhadra News: जिले में इस बार बारिश का मौसम सीजन की शुरूआत से ही मेहरबान है। पूर्वी उत्तरप्रदेश में बांदा-चित्रकूट (क्रमशः 640 मिमी, 567.2 मिमी) के बाद, जहां सोनभद्र में सबसे ज्यादा 504.4 मिमी (सामान्य बारिश 369.9 मिमी) बारिश दर्ज की गई है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी हमीरपुर, ललितपुर और महोबा (क्रमशः 581.1 मिमी, 784.9 मिमी, 551.6 मिमी) ही ऐसे जनपद हैं, जहां सोनभद्र से ज्यादा बारिश रिकार्ड हुई है। जिले में अब तक यानी 26 जुलाई तक 504.4 मिमी बारिश रिकार्ड की जा चुकी है, जो सामान्य बारिश के आंकड़े से 36 प्रतिशत अधिक है।

उधर, सोनभद्र के साथ ही, सीमावर्ती छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश के चलते लगातार दूसरे वर्ष, रिहंद डैम का जलस्तर अधिकतम के करीब पहुंच गया है और किसी भी वक्त बांध का गेट खोले जाने की स्थिति बन गई है। इसको देखते हुए, जहां जिला प्रशासन की तरफ से रिहंद और सोन नदी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी करते हुए सचेत रहने के लिए कहा गया है। वहीं, नदी में ज्यादा पानी आने के कारण, जद में आने वाली एरिया में रह रहे लोगों से सुरक्षित जगह पर पहुंचने की अपील की गई है।

बताते चलें कि एशिया के सबसे बड़ी कृत्रिम झील का दर्जा रखने वाले रिहंद जलाशय का अधिकतम जलस्तर 870 फीट निर्धारित है। रिहंद बांध सिविल खंड के एक्सईएन की तरफ से जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक रिहंद बांध का जलस्तर रविवार को 866.80 फीट पर पहुंच गया है और बारिश का क्रम जारी रहने के साथ ही, बांध के जलस्तर में तेजी से बढाव का क्रम जारी है। इसको देखते हुए रिहंद बांध का गेट किसी भी वक्त खोलने की स्थिति बन गई है। रिहंद बांध से छोड़े जाने वाला पानी रिहंद नदी से होते हुए ओबरा डैम और ओबरा डैम से निकलकर, सोन नदी में पहुंचता है। हालात को देखते हुए, रिहंद डैम के निचले हिस्से यानी रिहंद (रेणुका) नदी के तटवर्ती क्षेत्र और सोन नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई गई है। इसको देखते हुए, जिलाधिकारी बीएन सिंह की तरफ से सभी संबंधितों को जहां अलर्ट रखने को कहा गया है। वहीं आपदा राहत विभाग को स्थिति पर नजर बनाए रखने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। रिहंद बांध के निचले हिस्से में रह रहे लोगों तथा नदी के तटीय इलाके के बाशिंदों के साथ आम लोगों से अपील की गई है कि स्थिति को देखते हुए, सुरक्षा के दृष्टिगत नदी के आस-पास न जाएं और जो लोग नदी के तलहटी क्षेत्र में रह रहे हों, वह सुरक्षित स्थान के लिए निकल जाएं।

जुलाई में पहली बार रिहंद डैम मंे बनी अधिकतम जलस्तर की स्थितिः

पिछले 10 वर्षों के आंकड़ांे पर नजर डालें तो पहली बार जुलाई मे रिहंद बांध का जलस्तर अधिकतम स्तर पर पहुंचने की स्थिति बनी है। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2016 के बाद 2024 में पहली बार रिहंद डैम का गेट खोलने की स्थिति बनी थी। छह सितंबर 2016 को अधिकतम जलस्तर 872.6 फीट रिकार्ड किया गया था। इसके बाद वर्ष 2020 में अधिकतम जलस्तर 868 फीट 14 अक्टूबर को रिकार्ड किया गया था लेकिन गेट खोलने की स्थिति नहीं बनी थी। 2021 में एक अक्टूबर को 867 फीट जलस्तर रिकार्ड हुआ था। पिछले वर्ष भी अधिकतम जलस्तर 18 सितंबर को 871.9 फीट रिकार्ड किया गया था। पहली बार जुलाई में जहां, रिहंद बांध के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव की स्थिति आई है। वहीं पिछले वर्ष 2़6 जुलाई को रिकार्ड किए गए जलस्तर 838 पर नजर डालें तो, इस बार जुलाई में रिहंद का जलस्तर, पिछले साल के मुकाबले, 31 फीट ज्यादा पहुंच चुका है। अभी अगस्त और सितंबर की बारिश बाकी है। वर्तमान में जिस तरह की बारिश दिख रही है, उससे अगस्त, सितंबर में भी गेट खोलने की स्थिति बनती दिखाई दे तो बड़ी बात नहीं होगी।


रहें अलर्ट - बाणसागर डैम के भी खोले जा सकते हैं गेट

पिछले सप्ताह ही सोन नदी पर मध्यप्रदेश में स्थित बाणसागर डैम के 10 गेट खोले जाने की स्थिति सामने आई थी। इसके लिए चलते तीन दिन तक सोन नदी के किनारों पर बाढ़ जैसे हालात बने हुए थे। कुछ दिन के बाद फिर से बारिश का सिलसिला शुरू होने और सोनभद्र के साथ मध्यप्रदेश में भी अच्छी बारिश को देखते हुए, बाणसागर में भी गेट खेालने की संभावना जताई जा रही है। इसको देखते हुए पिछले दिनों सोन नदी से सटे जिन-जिन गांवों को अलर्ट किया गया था, इस बार भी उन गांवों के लिए अलर्ट की स्थिति बनाई जा रही है।

इन-इन गांवों के लिए बनी अलर्ट की स्थिति:

ओबरा तहसील के गुरदह, अलउर, सिंदुरिया, चकाड़ी, गुड़ूूर, चोपन, अम्माटोला, हर्दी, सोंझर, चकरिया, चांचीकला, नकतवार, पिंडारी और घोरावल तहसील के गायघाट, गोठानी, चंदौली, घटिहटा, मीतापुर, चौरा, बिजौर, बड़गांव और कुड़ारी गांव के लिए अलर्ट की स्थिति बताई जा रही है।

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Monika

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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