छात्रवृत्ति वितरण में होगा तकनीकी बदलाव, छात्रों को मिलेगा लाभ, अब छात्रवृत्ति के लिए लागू होगी फेस रिकॉग्निशन प्रणाली

उत्तर प्रदेश सरकार अब छात्रवृत्ति प्रणाली को सेमेस्टर आधारित और तकनीकी रूप से उन्नत बना रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में छात्रों को समय पर स्कॉलरशिप, मोबाइल ऐप, फेस रिकॉग्निशन और 24x7 पोर्टल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। जानिए कैसे बदल रही है छात्रवृत्ति प्रणाली।

Virat Sharma
Published on: 29 May 2025 3:04 PM IST (Updated on: 29 May 2025 3:04 PM IST)
छात्रवृत्ति वितरण में होगा तकनीकी बदलाव, छात्रों को मिलेगा लाभ, अब छात्रवृत्ति के लिए लागू होगी फेस रिकॉग्निशन प्रणाली
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Lucknow Today News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार छात्रवृत्ति योजनाओं को और पारदर्शी, सरल और सुलभ बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। अब छात्रवृत्ति वार्षिक नहीं, बल्कि सेमेस्टर आधारित होगी, जिससे छात्रों को समय पर सहायता मिल सकेगी। तकनीकी बाधाओं के कारण यदि किसी पात्र छात्र की छात्रवृत्ति रुकती है, तो उसे इसका समाधान करने का अवसर भी मिलेगा। सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश है कि तकनीकी कारणों से कोई भी छात्र वंचित नहीं रहेगा।

इस व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग को छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति योजनाओं का नोडल विभाग बनाया गया है। इसके अंतर्गत अल्पसंख्यक कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित कर साझा पोर्टल तैयार किया जाएगा, जो वर्षभर खुला रहेगा। इससे अब छात्रों को सीमित समयावधि की चिंता नहीं होगी और वे किसी भी समय आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।

तकनीकी रूप से उन्नत बनाया जाएगा छात्रवृत्ति प्रणाली

छात्रवृत्ति प्रणाली को तकनीकी रूप से उन्नत करने के लिए एक आधुनिक पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें मोबाइल ऐप, रियल टाइम नोटिफिकेशन, और दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच जैसी सुविधाएं रहेंगी। छात्रों की वास्तविक उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए फेस रिकॉग्निशन आधारित प्रणाली भी लागू की जाएगी, जिससे फर्जीवाड़े पर पूर्ण रोक लगेगी।

तीनों विभाग मिलकर करेंगे चुनौतियों का समाझान

प्रदेश सरकार ने इस सुधार की दिशा में तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है। समाज कल्याण विभाग ने इस कार्य के लिए पहले ही 6 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया था, जिसने हाल ही में तीनों विभाग (समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण) की साझा बैठक में अपने सुझाव दिए, जिस पर अमल करने के लिए साझा सहमति बन गई है। अब विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर बदलावों को धरातल पर उतारी जाएगी। साथ ही, टीम दवारा तीनों विभागों के निदेशकों की एक संयुक्त टीम बनाने का भी प्रस्ताव दिया गया, जिसके माध्यम से रुकावटों की पहचान कर समाधान तैयार किया जाएगा।

छात्रवृत्ति के माध्यम से सामाजिक न्याय व्यवस्था

योगी सरकार के इस पहल का उद्देश्य स्पष्ट है। हर वर्ग के छात्र तक बिना भेदभाव छात्रवृत्ति पहुंचाना और उन्हें शिक्षा की राह में आर्थिक चिंता से मुक्त करना है। सरकार की यह नीति "सबका साथ, सबका विकास" के मूल मंत्र को साकार करती है। छात्रों और अभिभावकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है कि छात्रवृत्ति अब न केवल तकनीकी रूप से अधिक सरल और सुरक्षित होगी, बल्कि समयबद्ध भी होगी। यूपी सरकार के इस कदम से लाखों विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की उम्मीद है और इससे राज्य की शिक्षा और सामाजिक न्याय व्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह स्पष्ट संदेश है कि पात्र छात्रों को किसी भी स्थिति में वंचित नहीं होने दिया जाएगा और सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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