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बिजली ट्रिप, कटौती और ओवर बिलिंग बर्दाश्त नहीं ! इसके लिए फीडर मैनेजर होंगे जिम्मेदार, जानें विद्युत व्यवस्था में क्या बदलाव की तैयारी
Power Cut in Uttar Prades: उत्तर प्रदेश की चरमराई विद्युत व्यवस्था ठीक करने के लिए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के बाद सीएम योगी समीक्षा बैठक कर चुके है। उसके बाद शनिवार को यूपीपीसीएल चेयरमैन आशीष कुमार गोयल ने शक्ति भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर के अधिकारियों को दिए है।
Power cut review meeting in Uttar Pradesh (Photo: Social Media)
Power Cut in Uttar Prades: उत्तर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है। विद्युत को ट्रिपिंग रहित, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के लिए ऊर्जा मंत्री के बाद सीएम योगी समीक्षा बैठक कर चुके है। उसके बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने शक्ति भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर के अधिकारियों को निर्देश दिए है।
इसके लिए फीडर मैनेजर होंगे जवाबदेह
यूपीपीसीएल अध्यक्ष प्रदेशभर के अधिकारियों से समीक्षा बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री की मंशा के अनुसार बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। प्रत्येक फीडर के लिए एक फीडर मैनेजर नियुक्त किया जाए। जिनकी जिम्मेदारी में आपूर्ति की गुणवत्ता, बिल वसूली, लाइन लॉस और उपभोक्ता संतुष्टि शामिल की जाएं।
फीडर वाइज बनाया जाए डाटा पोर्टल
इसकी हर तीन महीने पर समीक्षा की जाएगी। तब अच्छे प्रदर्शन पर प्रोत्साहन व खराब प्रदर्शन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अध्यक्ष ने कहा कि हर फीडर से सभी डाटा एक पोर्टल पर उपलब्ध कराए जाएं। ताकि पारदर्शिता बनी रहे और काम का सही मूल्यांकन हो पाएं। फीडर मैनेजर से लेकर एसडीओ, अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता तक के लिए टारगेट तय कर कार्यप्रणाली को परिणाम आधारित बनाया जाए।
पेंडिंग न रहे 1912 की कोई शिकायतें
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान में देरी न हो पाएं। हर हाल में 1912 पर दर्ज शिकायतें समय सीमा में निस्तारित की जाएं। जब तक समस्या पूरी तरह हल न हो जाएं, कॉल क्लोज न की जाए। इसकी नियमित मॉनिटरिंग मुख्य अभियंता स्तर से हो।अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि दिल्ली में ट्रिपिंग नहीं होती, लखनऊ में क्यों होती है? उन्होंने स्पष्ट कहा कि अनुरक्षण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिलिंग व्यवस्था में सुधार आवश्यक
अध्यक्ष डॉ. गोयल ने कहा कि हर उपभोक्ता को समय पर सही रीडिंग आधारित बिल दिया जाएं। उपभोक्ता को मिलने वाला गलत बिल विभाग की साख को नुकसान पहुंचाता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डिस्कॉम्स को तकनीकी और वाणिज्यिक हानियों (लाइन लॉस) को कम करने की ठोस रणनीति अपनाना होगा। बिजली व्यवस्था केवल तार और ट्रांसफॉर्मर नहीं है, यह शासन की प्रतिबद्धता और जनता की अपेक्षा है। हमें उपभोक्ता को बिना भेदभाव और समयबद्ध बिजली देनी है।
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