TRENDING TAGS :
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी में राजनीतिक दखल के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी के छायाचित्र पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व कांग्रेसजनों ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
Varanasi News: पत्रकार वार्ता शुरू करने से पूर्व काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी के छायाचित्र पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व कांग्रेसजनों ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि बीएचयू की कार्यकारिणी परिषद में शैक्षणिक उत्कृष्ट लोगों की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष और शहर के मेयर को शामिल करना विश्व विख्यात विश्वविद्यालय को राजनीतिक दखल और आरएसएस का कार्यालय बनाने जैसा है।
उन्होंने कहा कि बीएचयू में कार्यकारी परिषद विश्वविद्यालय का प्रमुख कार्यकारी निकाय है और इस परिषद का आरएसएस करण करना निंदनीय है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले वर्ष भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था कि कार्यकारी परिषद का गठन हो और उसमें शिक्षाविद्, कुलपति, वैज्ञानिक, शिक्षा जगत के महत्वपूर्ण लोग जिन्हें पद्मश्री, पद्मभूषण या देश के महत्वपूर्ण सम्मान से अलंकृत किया जाता हो, उन्हें शामिल किया जाए। परंतु केंद्र की भाजपा सरकार ने अपने पुराने रवैए को दोहराते हुए फिर से निम्न स्तर का कार्य किया है।
अजय राय ने सवाल उठाया कि जब बीएचयू में कुलपति थे तो कार्यपरिषद नहीं थी, और अब कार्यपरिषद है तो कुलपति नहीं है, जो एक गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि बीएचयू शोध और अध्ययन का विश्व स्तरीय केंद्र है। ऐसे में भाजपा के जिन तीन नेताओं को कार्य परिषद में शामिल किया गया है, क्या वे शिक्षाविद् हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के समय जब कार्य परिषद की कमेटियां बनती थीं तो उसमें शिक्षाविद्, वैज्ञानिक और भारतीय सम्मान से अलंकृत शिक्षाविद् हस्तियां शामिल रहती थीं।
राय ने कहा कि मोदी सरकार की नीति में शिक्षा का कोई स्थान नहीं है, क्योंकि लगातार शिक्षा पर कुठाराघात हो रहा है और महामना की बगिया का लगातार आरएसएस करण किया जा रहा है। उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि बीएचयू में अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का अंबार है। उन्होंने एमआरआई टेंडर में फर्जीवाड़ा, कोविड काल में महंगे दामों पर दवाएं और उपकरण खरीदने, कोविड राहत फंड का दुरुपयोग, और अस्पताल के अनुदान में भारी वृद्धि के बावजूद मरीजों को सुविधाएं न मिलने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने मांग की कि तत्काल इस परिषद का राजनीतिकरण बंद हो और योग्य व्यक्तियों को परिषद् का सदस्य बनाया जाए।
इस आयोजन में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, फसाहत हुसैन, मनीष मोरोलिया, सतनाम सिंह, वकील अंसारी, अरुण सोनी, चंचल शर्मा, प्रमोद वर्मा, रोहित दुबे, अब्दुल हमीद डोडे, विकास कौण्डिल्य, विनीत चौबे, शुभम राय, किशन यादव, विकास पाण्डेय समेत कई लोग उपस्थित रहे।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!