ट्रंप की चेतावनी से मचा हड़कंप, तेहरान से शुरू हुआ सामूहिक पलायन

Donald Trump Warning :अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरान की राजधानी तेहरान को “तुरंत खाली कर दिया जाए”जिसके बाद से ही लाखों की संख्या में लोग शहर छोड़कर भाग रहे हैं।

Newstrack Desk
Published on: 17 Jun 2025 9:31 PM IST
Trumps Warning
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Trumps Warning (Image Credit-Social Media)

तेहरान। ईरान की राजधानी तेहरान में इस समय एक बड़ा पलायन जारी है। लाखों की संख्या में लोग शहर छोड़कर भाग रहे हैं। इसकी शुरुआत तब हुई जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर देर रात यह सख्त चेतावनी जारी की कि तेहरान को “तुरंत खाली कर दिया जाए”। ट्रंप की इस चेतावनी के बाद ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे संघर्ष के और भी भयावह रूप लेने की आशंका बढ़ गई है। यह संघर्ष अब अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है, जिसमें मिसाइल हमलों और हवाई हमलों का सिलसिला लगातार जारी है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि शहर छोड़ने वालों की भीड़ से हाईवे जाम हो चुके हैं। लोग अपने परिवारों के साथ राजधानी से निकलने की कोशिश कर रहे हैं। जगह-जगह अफरा-तफरी, ईंधन की कमी और चरमराती बुनियादी सुविधाओं की खबरें सामने आ रही हैं।

संकट की शुरुआत और युद्ध की पृष्ठभूमि

यह संकट बीते शुक्रवार को तब शुरू हुआ जब इज़राइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर पहले से हमला बोल दिया। इज़राइल का आरोप था कि तेहरान गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है। इसके जवाब में ईरान ने ड्रोन और मिसाइलों से इज़राइल पर हमला शुरू कर दिया। वहीं मंगलवार को इज़राइल ने अपने हवाई हमले और तेज कर दिए, जिनमें तेहरान के सरकारी टेलीविजन मुख्यालय और कुद्स फोर्स के कमांड सेंटर्स को निशाना बनाया गया।


सोमवार को हुए एक प्रमुख हमले में ईरान के सरकारी प्रसारण केंद्र पर बमबारी की गई, जिसमें कम से कम दो कर्मचारियों की मौत हो गई। इतना ही नहीं, एक एंकर को लाइव प्रसारण के दौरान ही इमारत में आग लगने के कारण बीच में भागना पड़ा।

ट्रंप की चेतावनी से भय और बढ़ा

पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की इस चेतावनी — “ईरान को परमाणु हथियार नहीं रखने दिए जा सकते” — ने अमेरिका की संभावित भूमिका को लेकर अटकलों को और हवा दी है। हालांकि ट्रंप ने इज़राइल के हमलों में अमेरिका की प्रत्यक्ष भागीदारी से इनकार किया है, लेकिन तेहरान के एक करोड़ निवासियों को भागने की सलाह ने पूरे शहर में दहशत फैला दी है।

इज़राइली सेना ने भी केंद्रीय तेहरान के 3,30,000 निवासियों के लिए अलग से निकासी आदेश जारी किया है। इनमें वे क्षेत्र शामिल हैं जो सरकारी और सैन्य प्रतिष्ठानों के पास हैं, जिससे अराजकता और गहरी हो गई है।

तेहरान में गंभीर स्थिति

स्थानीय रिपोर्टें राजधानी में भयावह हालात को बयां कर रही हैं — पेट्रोल पंपों पर भीड़ उमड़ पड़ी है, एटीएम मशीनें खराब हो चुकी हैं और लोग पानी व खाने का सामान जमा कर रहे हैं। कई लोग कैस्पियन सागर की ओर उत्तर या सावे की ओर दक्षिण भाग रहे हैं। करज-चालूस जैसे हाईवे पूरी तरह जाम हो चुके हैं।


एक भागते हुए तेहरान निवासी ने कहा, “यह पूरी तरह अफरा-तफरी है। लोग किसी भी तरह बाहर निकलना चाहते हैं लेकिन निकलने का रास्ता ही नहीं मिल रहा।”

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस संकट के असर को लेकर चिंता बढ़ गई है। अधिकांश मध्य पूर्वी देशों ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं, जिससे हजारों यात्री फँस गए हैं। ट्रंप ने कनाडा में चल रहे G7 शिखर सम्मेलन से जल्दी प्रस्थान किया है। उनके साथ अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी लौट आए, जिससे अमेरिका के इरादों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि ट्रंप ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इस दावे को खारिज कर दिया है कि वह संघर्षविराम की मध्यस्थता के लिए रवाना हुए हैं।

इस बीच ईरानी अधिकारियों ने ओमान, कतर और सऊदी अरब जैसे मध्यस्थों के जरिए तनाव कम करने की इच्छा जताई है, लेकिन इज़राइल द्वारा ईरानी सैन्य और राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाने के बाद अमेरिका के साथ बातचीत गतिरोध में चली गई है।

भविष्य अनिश्चित, खतरा बरकरार

तेहरान के निवासी लगातार सायरनों और विस्फोटों की गूंज के बीच एक अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे हैं। इज़राइली रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने कहा है कि नागरिकों को निशाना नहीं बनाया जा रहा है, लेकिन सैन्य और सरकारी ठिकानों के आसपास के क्षेत्रों में खतरा बना हुआ है। ईरान ने दोहराया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है और उसने इज़राइल पर कूटनीतिक प्रयासों को विफल करने का आरोप लगाया है।


स्थिति लगातार और बिगड़ती जा रही है, और मानवीय संकट गहराता जा रहा है। पूरी दुनिया आने वाले दिनों में किसी भी बड़े युद्ध के विस्तार के खतरे की आशंका से चिंतित है, जो वैश्विक ऊर्जा बाजार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

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मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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