चीन ने बनाई मानव इतिहास की सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइल! आवाज से 5 गुना तेज, दुनिया हुई हैरान

चीन ने विकसित की दुनिया की सबसे तेज़ और आकार बदलने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल, जो Mach 5 से तेज़ उड़ान भर सकती है। प्रो. वांग पेंग के नेतृत्व में NUDT ने नई ‘मॉर्फिंग टेक्नोलॉजी’ के साथ वायुगतिकी की सीमाओं को पार किया। वैश्विक रक्षा संतुलन बदलने की क्षमता वाली यह मिसाइल सैन्य और भविष्य के हाइपरसोनिक विमान में क्रांति ला सकती है।

Shivam Srivastava
Published on: 2 Nov 2025 1:47 PM IST
चीन ने बनाई मानव इतिहास की सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइल! आवाज से 5 गुना तेज, दुनिया हुई हैरान
X

चीन ने फिर से वैश्विक रक्षा जगत को चौंका दिया है। बीजिंग के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने का दावा किया है, जो उड़ान के दौरान अपना आकार बदल सकती है और मैच 5 (Mach 5) से अधिक की गति से उड़ सकती है। अब तक इसे असंभव माना जाता था, लेकिन इस ‘मॉर्फिंग वेपन’ ने वायुगतिकी की सीमाओं को चुनौती दी है।

इस रिसर्च का नेतृत्व प्रोफेसर वांग पेंग ने चीन की National University of Defense Technology (NUDT) से किया और इसे अंतरराष्ट्रीय जर्नल Acta Aeronautica et Astronautica Sinica में प्रकाशित किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल अपनी उड़ान के दौरान पंखों को समेट या फैलाने में सक्षम है जब गति चाहिए तो पंख अंदर रहते हैं और जब दिशा बदलनी हो तो बाहर आ जाते हैं।

उड़ान के दौरान कैसे बदलता है आकार

मिसाइल में Super-Twisting Sliding Mode Control नामक अत्याधुनिक नियंत्रण प्रणाली लगी है, जो पंखों की स्थिति को वास्तविक समय में बदलती है। इससे मिसाइल अपने आकार को बदलने के बावजूद दिशा में स्थिर रहती है। यानि अब मिसाइल का शरीर स्थिर रहता है और पंख अपने आप हिलते हैं। यह हाइपरसोनिक एरोडायनामिक्स में अब तक की सबसे जटिल उपलब्धियों में गिनी जा रही है।

तकनीक में कमाल, लेकिन चुनौतियां बाकी

इस अत्याधुनिक मिसाइल के बावजूद कई चुनौतियां बनी हुई हैं। हाइपरसोनिक गति पर तापमान 2,000°C तक पहुँच सकता है, जिससे धातु पिघलने का खतरा होता है। थर्मल प्रोटेक्शन और स्थिरता बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है। साथ ही, कंट्रोल चैटरिंग जैसी समस्याएं मिसाइल की उड़ान को अस्थिर कर सकती हैं।

हाइपरसोनिक पैसेंजर विमान की दिशा में उम्मीद

चीनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक भविष्य में हाइपरसोनिक पैसेंजर जेट बनाने में मदद कर सकती है। फिलहाल इसका उपयोग केवल सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। बीजिंग इसे अपने रक्षा क्षेत्र की भविष्य की नींव बता रहा है।

वैश्विक चिंता और रणनीतिक प्रभाव

2021 में चीन ने CJ-1000 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का प्रदर्शन किया था, जिसे अब कई विशेषज्ञ मॉर्फिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ा मॉडल मान रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह मिसाइल स्टील्थ जेट्स और एयरक्राफ्ट कैरियर्स को सटीक निशाना बना सकती है। हालांकि, इसे एक सीलबंद कंटेनर में दिखाया गया था, जिससे इसके डिजाइन के बारे में रहस्य और बढ़ गया।

भविष्य की मिसाइल तकनीक की झलक

प्रोफेसर वांग पेंग ने कहा कि यह रिसर्च भविष्य की हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक की झलक है। उन्होंने बताया कि चीन अब केवल अमेरिका और रूस के बराबर नहीं, बल्कि उनसे आगे निकलने की दिशा में काम कर रहा है। उनका मानना है कि यह शेप-शिफ्टिंग वेपन आने वाले वर्षों में वैश्विक रक्षा संतुलन को पूरी तरह बदल सकता है।

1 / 7
Your Score0/ 7
Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

Mail ID - [email protected]

Shivam Srivastava is a multimedia journalist.

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!