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होशियार खबरदार! पुतिन ने चली खतरनाक चाल, बैलिस्टिक मिसाइल से भी घातक 'अंडरवॉटर परमाणु हथियार' किया लॉन्च
Russian nuclear drone test: रूस ने अपने परमाणु ऊर्जा से चलने वाले अंडरवॉटर ड्रोन ‘पोसाइडन’ का सफल परीक्षण किया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे बड़ी सैन्य सफलता बताया।
Russian nuclear drone test: रूस लगातार अपनी ताकत बढ़ाने की तरफ कदम बढ़ा रहा है। अब रूस ने अपने परमाणु उर्जा से चलने वाले अंडरवॉटर ड्रोन 'पोसाइडन' का सफल परीक्षण किया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे बड़ी सफलता बताया और कहा कि इस प्रणाली की ताकत और पहुंच कमाल की है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पोसाइडन को रोकना आसान नहीं होगा, और यह किसी भी महाद्वीप तक पहुंचने में सक्षम है।
पुतिन की घोषणा और तकनीकी दावें
राष्ट्रपति पुतिन ने सैन्य अस्पताल के दौरे के दौरान ही इस परीक्षण की जानकारी दी और पोसाइडन के प्रदर्शन की प्रशंसा की। उनके मुताबिक यह अनमैनड अंडरवाटर डिवाइस पारंपरिक पनडुब्बियों से भी तेज चल सकता है और बहुत गहरे गोता लगा सकता है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल कोई भी देश उसकी गति और गोता लगाने की क्षमता की बराबरी करने की स्थिति में नहीं है। रूसी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पोसाइडन एक किलोमीटर से अधिक गहराई पर काम कर सकता है और 70 नॉट तक की ऊंची गति से यात्रा कर सकता है। साथ ही यह उपकरण राडार और पारंपरिक डिटेक्शन सिस्टम के लिए मुश्किल से पता लगने वाला बताया जा रहा है।
क्षमता और विनाशक शक्ति
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि पोसाइडन दो मेगाटन तक के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। एक ऐसी शक्ति जो बहुत बड़े पैमाने पर विनाश और रेडियोधर्मी प्रभाव पैदा कर सकती है। रूसी विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि हार्ड-हिट तटीय इलाकों में अगर ऐसा हथियार गिराया गया तो रेडियोएक्टिव सुनामी जैसी तबाही भी संभव है, जिससे तटीय आबादी को भारी नुकसान हो सकता है।
पुतिन ने पोसाइडन की तुलना रूस की उन्नत इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल सरमत (शैतान-2) से भी की और कहा कि पोसाइडन की मारक क्षमता उससे भी कहीं अधिक गंभीर है। यह घोषणा रूस की हालिया और उन्नत हथियार प्रणालियों की एक कड़ी का हिस्सा मानी जा रही है, जिसमें हाल ही में परमाणु-ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइल बुरेवेस्टनिक का सफल परीक्षण भी शामिल था।
रणनीतिक निहितार्थ और वैश्विक चिंता
पोसाइडन की इस सफलता की जानकारी ने वैश्विक सुरक्षा पर नई चिंता पैदा कर दी है। समुद्र की गहराइयों से संचालित ऐसे हथियारों का होना मिसाइल रक्षा प्रणालियों के दायरे को चुनौती देता है और रणनीतिक अस्थिरता बढ़ा सकता है। पोसाइडन को विशेष पनडुब्बियों जैसे K-329 बेलगोरोद से लॉन्च करने की बात कही जाती है, और इसकी ऊर्जा आपूर्ति एक छोटे परमाणु रिएक्टर द्वारा होती है, जिससे इसकी परिचालन सीमा और लंबे समय तक सक्रिय रहने की क्षमता अधिक हो जाती है।
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