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मैं गिरफ्तार करूंगा नेतन्याहू को! न्यूयॉर्क में उठा अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक तूफान, ट्रंप प्रशासन में खलबली
Mamdani arrest Netanyahu: ज़ोहरान ममदानी, न्यूयॉर्क सिटी मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार, ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया जिसने अमेरिकी राजनीति के साथ-साथ वैश्विक कूटनीति को भी हिला दिया।
Mamdani arrest Netanyahu: न्यूयॉर्क की राजनीति इन दिनों धमाकेदार मोड़ पर है। एक तरफ दुनिया के सबसे विवादित नेताओं में से एक – इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हैं, तो दूसरी ओर खड़े हैं भारतीय मूल के, फिलिस्तीनी समर्थक और न्यूयॉर्क मेयर पद के प्रबल उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी। और अब दोनों के बीच की लड़ाई ने वैश्विक राजनीति को गरमा दिया है। सवाल उठ रहा है – क्या न्यूयॉर्क की धरती पर किसी विदेशी राष्ट्र प्रमुख की गिरफ्तारी संभव है? क्या ये बयानबाजी है या वाकई एक ऐतिहासिक टकराव की पटकथा लिखी जा रही है?
ममदानी की धमकी से गूंजा अमेरिका
ज़ोहरान ममदानी, न्यूयॉर्क सिटी मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार, ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया जिसने अमेरिकी राजनीति के साथ-साथ वैश्विक कूटनीति को भी हिला दिया। उन्होंने खुलकर कहा कि अगर नेतन्याहू न्यूयॉर्क आएंगे, तो वे उनकी गिरफ्तारी के लिए कदम उठाएंगे। ममदानी ने ये धमकी इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) द्वारा नेतन्याहू पर संभावित वॉर क्राइम्स के आरोपों के संदर्भ में दी है। ममदानी ने कहा, "इज़राइल के प्रधानमंत्री को न्यूयॉर्क की सड़कों पर ऐसे नहीं घूमने दिया जा सकता, जब उन पर युद्ध अपराधों के गंभीर आरोप हैं। कानून सभी पर समान रूप से लागू होना चाहिए।"
नेतन्याहू का जवाब – "मैं ट्रंप के साथ आऊंगा"
इज़राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ममदानी की इस धमकी को सिरे से खारिज करते हुए इसे "मूर्खतापूर्ण और हास्यास्पद" करार दिया। उन्होंने कहा, "दुनिया में पागलपन की कोई कमी नहीं है, लेकिन यह बात गंभीर नहीं है। मैं न्यूयॉर्क जरूर जाऊंगा।" इतना ही नहीं, नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मंच साझा करते हुए कहा, "मैं ट्रंप के साथ न्यूयॉर्क आऊंगा।" इस पर ट्रंप ने ममदानी को लेकर तंज कसते हुए कहा, "मैं उसे बाहर निकाल दूंगा।"
ट्रंप की धमकी – "उन्हें अच्छा व्यवहार करना चाहिए…"
डोनाल्ड ट्रंप ने ममदानी को लेकर काफी तीखा रुख अपनाया है। उन्होंने उन्हें ‘कम्युनिस्ट’ कहकर संबोधित किया और यह भी कहा कि यदि ममदानी मेयर बनते हैं तो उन्हें व्हाइट हाउस की जरूरत पड़ेगी। ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "उन्हें अच्छा व्यवहार करना चाहिए, नहीं तो उन्हें बड़ी समस्याएं होने वाली हैं।" यह बयान सिर्फ एक स्थानीय चुनाव का हिस्सा नहीं, बल्कि ट्रंप के लिए भी 2024 की राष्ट्रपति दौड़ में एक नया मुद्दा बन गया है – "इसराइल-विरोधी राजनीति"।
ममदानी कौन हैं? क्यों मचा है इतना शोर?
ज़ोहरान ममदानी भारतीय मूल के अमेरिकी नेता हैं, जो ‘डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका’ (DSA) से जुड़े हैं और हमेशा से इजराइल विरोधी और फिलिस्तीन समर्थक रुख अपनाते आए हैं। वे फिलिस्तीनी अधिकारों के लिए मुखर रहे हैं और गाजा में हो रही इजराइली कार्रवाई को ‘नरसंहार’ बताते रहे हैं। ममदानी ने कहा है कि नेतन्याहू जैसे नेता, जिन पर युद्ध अपराधों का आरोप हो, उन्हें "महाशक्ति वाले देश में यूं बिना रोक-टोक घूमने की इजाजत नहीं दी जा सकती।" उनकी इस बयानबाजी ने जहां उन्हें वामपंथी और मानवाधिकार समर्थकों का नायक बना दिया है, वहीं यह उन्हें अमेरिकी इजराइल लॉबी के सामने खलनायक बना चुका है।
क्या ममदानी का बयान सिर्फ प्रचार का हथियार है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ममदानी की यह धमकी एक रणनीतिक दांव है – वामपंथी, मुस्लिम, प्रगतिशील और फिलिस्तीनी-अमेरिकी वोट बैंक को पूरी तरह साधने के लिए। लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि अमेरिका की मुख्यधारा की राजनीति में ऐसा बयान एक जोखिम भरा कदम भी साबित हो सकता है। माना जा रहा है कि डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व भी ममदानी के इस तरह के अतिरेकी बयानों से असहज है, क्योंकि इससे अमेरिका-इजराइल संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है, और यह 2024 के राष्ट्रीय चुनावों पर असर डाल सकता है।
क्या वाकई नेतन्याहू की गिरफ्तारी संभव है?
यह सवाल हर किसी के दिमाग में है – क्या ममदानी वाकई ऐसा कर सकते हैं? विशेषज्ञों के अनुसार, किसी राष्ट्र प्रमुख की गिरफ्तारी अमेरिका में तब तक संभव नहीं है जब तक कि उनके खिलाफ अमेरिकी अदालत की वैध प्रक्रिया ना हो। ICC के वारंट का अमेरिका पर कोई कानूनी प्रभाव नहीं है क्योंकि अमेरिका खुद ICC का सदस्य नहीं है। इसलिए ममदानी की गिरफ्तारी की धमकी कानूनी से ज्यादा राजनीतिक प्रतीकात्मकता है।
क्या टूटेगा अमेरिका-इजराइल का रिश्ता?
अमेरिका में इजराइल का मजबूत समर्थन लंबे समय से चला आ रहा है। लेकिन अब डेमोक्रेटिक पार्टी में एक नई पीढ़ी उभर रही है, जो खुलेआम इजराइली नीतियों की आलोचना कर रही है। ममदानी, इल्हान उमर, राशिदा तलैब, एलेक्जेंड्रिया ओकासियो कॉर्टेज़ जैसे नेता नए अमेरिकी-इजराइल समीकरण को चुनौती दे रहे हैं। ममदानी की धमकी केवल एक शहर के चुनाव से कहीं ज्यादा बड़ी है – यह संकेत है कि अमेरिका की अगली राजनीतिक पीढ़ी इजराइल से बिना शर्त दोस्ती को अब चुनौती देने को तैयार है।
ममदानी बनाम नेतन्याहू
ज़ोहरान ममदानी का नेतन्याहू को लेकर बयान केवल एक चुनावी स्टंट नहीं है। यह एक नई विचारधारा की दस्तक है, जो अमेरिका की पारंपरिक विदेश नीति और इजराइल के साथ संबंधों को चुनौती दे रही है। जहां नेतन्याहू इसे "मूर्खतापूर्ण बयानबाजी" मानते हैं, वहीं ममदानी इसे "न्याय की लड़ाई" करार दे रहे हैं। इस टकराव में डोनाल्ड ट्रंप जैसे खिलाड़ी भी कूद चुके हैं, जो इसे अपने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव का हिस्सा बना सकते हैं। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या न्यूयॉर्क का मेयर चुनाव अंतरराष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु बन जाएगा – और क्या नेतन्याहू, सच में ममदानी के इलाके में कदम रख पाएंगे… या नहीं।
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