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बड़े युद्ध की तैयारी..! तालिबान हमले के बाद पाकिस्तान में 'लॉकडाउन', इस्लामाबाद बंद, इंटरनेट शटडाउन
Pakistan Lockdown Amid Tensions: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और रावलपिंडी में लॉकडाउन की स्थिति हो गई। TLP के प्रदर्शन के कारण सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मोबाइल इंटरनेट बंद, सड़कें नाकाबंदी, और 'रेड जोन' घोषित।
Pakistan Lockdown Amid Tensions: तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। बीती रात अफगानिस्तान के काबुल पर हुए हमले का शक पाकिस्तान की तरफ गहराया रहा है। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच पाकिस्तान में भी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। यहां की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार को अजीब सा सन्नाटा छा गया है। गलियां सुनसान हैं, सड़कें बंद हैं और मोबाइल इंटरनेट भी काम नहीं कर रहा।
दरअसल, पाकिस्तान में यह स्थिति उस समय पैदा हुई, जब कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन निकालने की घोषणा की। सरकार ने इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए और शहर को लगभग पूरी तरह से घेर लिया।
TLP का मोर्चा और उसका कारण
TLP का यह मोर्चा सीधे तौर पर गाजा में इजरायली हमलों के खिलाफ है। संगठन ने इस्लामाबाद को घेरने की धमकी दी थी, और इसे रोकने के लिए ही पुलिस ने अहम सड़क मार्गों पर कंटेनर लगाकर नाकेबंदी कर दी। दिलचस्प बात यह है कि TLP का यह प्रदर्शन उस समय निकाला जा रहा है, जब गाजा में इजरायल और हमास के बीच सिर्फ एक दिन पहले ही सीजफायर का समझौता हो चुका था।
इंटरनेट और सुरक्षा व्यवस्था
राजधानी और पड़ोसी शहर रावलपिंडी में सुरक्षा के लिहाज से मोबाइल इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने पाकिस्तानी टेलीकॉम अथॉरिटी (PTA) को निर्देश दिए कि इंटरनेट अनिश्चितकाल तक बंद रखा जाए। इसके साथ ही पुलिस ने शहर में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं। प्रदर्शन की संभावित हिंसक स्थितियों को देखते हुए पुलिस ने हथियारों से लैस टीमों को प्रमुख सड़कों और चौराहों पर खड़ा कर दिया है।
'रेड जोन' में दफ्तर और मिशन
इस्लामाबाद में जो भी बड़े दफ्तर और विदेशी डिप्लोमैटिक मिशन हैं, उन्हें 'रेड जोन' घोषित कर दिया गया है। इन जगहों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। TLP ने बुधवार को इस प्रदर्शन का एलान किया था, जिसके बाद पुलिस ने लाहौर में पार्टी हेडक्वार्टर पर छापेमारी की और TLP के मुखिया साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार करने की कोशिश की। इस कार्रवाई के दौरान TLP कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं, जिसमें कई लोग घायल हुए।
रावलपिंडी में धारा 144 लागू
इस्लामाबाद के साथ-साथ रावलपिंडी में भी सुरक्षा की दृष्टि से कड़ा कदम उठाया गया है। शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर हसन वकार चीमा ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि 11 अक्टूबर तक सभी विरोध प्रदर्शन, धरना, सभा और रैलियों पर रोक रहेगी। इस दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल भी प्रतिबंधित होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि शहर के कई संवेदनशील इलाकों में हिंसक घटनाओं का खतरा था।
राजधानी पर तनाव का असर
हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। आम लोग घरों में रहकर टीवी और सोशल मीडिया के जरिए स्थिति पर नजर रख रहे हैं। शहर में व्यापारिक गतिविधियां लगभग ठप हैं और लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह नियंत्रण है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हर संभव इंतजाम कर चुकी हैं। इस्लामाबाद और रावलपिंडी में यह तनाव इसलिए भी संवेदनशील माना जा रहा है क्योंकि ये दोनों शहर पाकिस्तान के प्रशासनिक और डिप्लोमेटिक हब हैं।
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