TRENDING TAGS :
क्वाड बैठक में बड़ा धमाका तय! जयशंकर की अमेरिका यात्रा से Pak-China में खलबली.. बदलने वाला है भारत का 'Game Plan'
S. Jaishankar's visit to America: यह यात्रा ऐसे वक़्त हो रही है जब विश्व स्तर पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव और आतंकवाद के बड़े खतरों को लेकर चर्चा तेज हो गयी है।
S. Jaishankar's visit to America
S. Jaishankar's visit to America: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज सोमवार यानी 30 जून से अमेरिका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर निकल गए हैं। यह यात्रा ऐसे वक़्त हो रही है जब विश्व स्तर पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव और आतंकवाद के बड़े खतरों को लेकर चर्चा तेज हो गयी है। इस दौरे का सबसे बड़ा फोकस क्वाड देशों की विदेश मंत्रियों की बैठक और संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 'आतंकवाद की मानवीय कीमत' के विषय पर प्रदर्शनी का उद्घाटन रहेगा।
क्वाड बैठक से जुड़ी महत्वपूर्ण उम्मीदें
विदेश मंत्री जयशंकर 1 जुलाई को वाशिंगटन डीसी में आयोजित होने वाली क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे। यह बैठक इसी साल जनवरी महीने में हुई पिछली बैठक की चर्चाओं को आगे बढ़ाएगी। चर्चा का मुख्य केंद्र एक 'स्वतंत्र, खुला और समावेशी हिंद-प्रशांत' क्षेत्र को सुनिश्चित करना होगा।
भारत की तरफ से इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, समुद्री मदद, तकनीकी साझेदारी और आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर प्रस्ताव रखे जाने की उम्मीद है। इसके अलावा क्वाड नेताओं के होने वाले शिखर सम्मेलन की रूपरेखा पर भी मंत्रियों के बीच विचार-विमर्श होगा, जिसकी मेजबानी भारत करने जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद पर प्रदर्शनी
जयशंकर 30 जून को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 'The Human Cost of Terrorism' नामक एक खास प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करने वाले हैं। यह प्रदर्शनी आतंकवाद के कारण पूरे विश्व भर में हुए बड़े स्तर के नुकसान और इसके खिलाफ वैश्विक कोशिशों पर केंद्रित होगी। भारत इसे सीमा पार आतंकवाद, खास तौर से पाकिस्तान से संचालित गतिविधियों के खिलाफ समर्थन जुटाने की कोशिश के रूप में देख रहा है।
अमेरिका की प्रतिक्रिया और सहयोग
अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, यह बैठक 'स्वतंत्र, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत' को आगे बढ़ाने के मार्ग में एक शक्तिशाली कदम है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा कि यह क्वाड के मार्ग में लगातार प्रगति को दर्शाता है और अमेरिकी नेतृत्व की ताकत तथा कूटनीतिक मजबूती को रेखांकित करता है।
बता दे, एस. जयशंकर की यह अमेरिका यात्रा कूटनीतिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जहां एक तरफ यह भारत की क्वाड समूह में सक्रिय हिस्सेदारी को मजबूत करती है, वहीं आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक समर्थन जुटाने में भी यह यात्रा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge