TRENDING TAGS :
रूस के लिए काल बना अमेरिका, यूक्रेन को घातक 'टॉमहॉक' मिसाइल देने का किया ऐलान, Russia ने पूछा...
अमेरिका ने यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें देने का ऐलान किया, रूस ने चिंता जताई और पूछा कि मिसाइलों को कौन लॉन्च करेगा। जानें इस कदम से युद्ध पर क्या असर पड़ेगा।
US supply Tomahawks missiles to Ukraine: यूक्रेन युद्ध को एक नए और खतरनाक मोड़ पर ले जाने की तैयारी हो रही है। अमेरिका अब यूक्रेन के उस महत्वपूर्ण अनुरोध पर विचार कर रहा है, जिसमें रूस को पीछे धकेलने के लिए लंबी दूरी की विध्वंसक टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की मांग की गई है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने रविवार को यह घोषणा करके अंतरराष्ट्रीय जगत में हलचल मचा दी है। हालांकि, वेंस ने साफ किया है कि अमेरिका का लक्ष्य है कि नाटो के यूरोपीय सदस्य राष्ट्र ये क्रूज़ मिसाइलें खरीदें और फिर उन्हें यूक्रेन को हस्तांतरित कर दें। फॉक्स न्यूज से बात करते हुए वेंस ने कहा कि हम कई यूरोपीय देशों के ऐसे प्रस्तावों पर गंभीरता से गौर कर रहे हैं। इस खुलासे के बाद रूस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और सीधे सवाल किया है कि "इन मिसाइलों को कौन दागेगा?"
यूरोप से होगी 'टॉमहॉक' की सप्लाई
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन अब यूरोप से अधिक जिम्मेदारी संभालने और अमेरिकी सहायता को सीमित रखने की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा कि टॉमहॉक मिसाइलें प्रदान करने के संभावित खतरों के बारे में अंतिम फैसला पूरी तरह से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही करेंगे। वेंस ने दोहराया कि उनका प्रशासन यूरोप से अधिक जिम्मेदारी लेने और शांति वार्ता की मेज पर लौटकर गंभीरता से बातचीत करने के लिए रूस को संदेश देने की अपेक्षा कर रहा है।
मिसाइल की ताकत: टॉमहॉक एक सबसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी रेंज 2500 किलोमीटर तक होती है और इसका वॉरहेड (आयुध) 450 किलो तक होता है।
लक्ष्य पर असर: यदि ये मिसाइलें यूरोप से लॉन्च की जाती हैं, तो ये मॉस्को के आसपास के इलाकों तक आसानी से पहुँच सकती हैं, जिससे रूस के लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा।
बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान ट्रंप से मुलाकात की थी और इस मुद्दे पर चर्चा की थी, जिसके बाद ट्रंप ने सकारात्मक जवाब दिया था कि वह इस पर काम करेंगे।
रूस का सीधा सवाल: मिसाइलों को कौन करेगा लॉन्च?
टॉमहॉक मिसाइलों की संभावित आपूर्ति की खबर पर रूस ने तत्काल और कड़ा रुख अपनाया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि यदि पश्चिमी देश यूक्रेन को रूस के अंदर हमले करने योग्य मिसाइलों के लिए खुफिया जानकारी देते हैं, तो वे स्वयं को युद्ध में सीधे शामिल कर लेंगे।उपराष्ट्रपति वेंस के बयानों पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस इन बयानों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण कर रहा है। पेस्कोव ने इस मुद्दे को उठाते हुए सवाल किया: "इन मिसाइलों को कौन दागेगा? क्या केवल यूक्रेनी सैनिक या अमेरिकी सैनिकों को भी इसमें भाग लेना पड़ेगा?" पेस्कोव ने आगे जोर दिया कि मिसाइलों के लक्ष्य निर्धारित करने का काम कौन करेगा अमेरिकी पक्ष या यूक्रेन? उन्होंने कहा कि इसकी गहन जांच आवश्यक है।
'टॉमहॉक' से युद्ध में बदलाव नहीं आएगा: क्रेमलिन
पेस्कोव ने एक तरफ जहां आरोपों की गंभीरता पर जोर दिया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने स्पष्ट किया कि टॉमहॉक मिसाइलें युद्ध की स्थिति में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं लाएंगी। पेस्कोव का मानना है कि भले ही यह आपूर्ति हो जाए, लेकिन "कीव सरकार के लिए मोर्चे पर स्थिति पलटने का कोई चमत्कारी हथियार नहीं है। कोई जादुई उपाय नहीं। चाहे टॉमहॉक हों या कोई अन्य मिसाइल, ये परिस्थितियों को बदलने में सफल नहीं रहेंगी।" हालांकि, अमेरिका का यह कदम निश्चित रूप से युद्ध को और अधिक विनाशकारी दिशा में ले जाने की क्षमता रखता है।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!



