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Bihar: आंख से निकला दांत! बिहार में हैरान करने वाला मामला... इस तरह से हुआ खुलासा
जांच में पता चला कि रमेश की दाईं आंख के ठीक नीचे 'फ्लोर ऑफ द आर्बिट' में दांत निकल आया है।
IGIMS Patna surgery
IGIMS Patna surgery: मेडिकल की दुनिया में आए दिन हैरान कर देने वाले मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन... यदि आप बिहार में हाल ही में हुआ एक मामला सुनेंगे तो हैरान रह जायेंगे। पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (IGIMS) में डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान एक मरीज की आंख से दांत निकाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना बेहद दुर्लभ है और ऐसे मामले भारत में अब तक गिनती के केवल एक ही सामने आए हैं।
क्या है पूरी कहानी ?
दरअसल, मरीज का नाम रमेश कुमार है जो कि सिवान ज़िले का निवासी है। 42 वर्षीय रमेश को पिछले साल अक्टूबर महीने में ऊपर वाले दांत से खून आने की समस्या हुई थी। शुरुआती इलाज के बाद वे दिसंबर 2024 तक लगभग ठीक हो गए थे। लेकिन इस साल मार्च 2025 में उन्हें दाईं आंख और दांतों के बीच गाल पर एक गांठ जैसी समस्या महसूस हुई। इसके साथ ही धुंधला दिखाई देना, सिर में दर्द, चक्कर आना और सुस्ती जैसी दिक्कतें बढ़ गईं। जब स्थानीय इलाज से राहत नहीं मिली तो रमेश पटना के IGIMS पहुंचे।
इस तरह से हुआ खुलासा
IGIMS में जांच के दौरान डॉक्टरों ने उनका CBCT (Cone Beam Computed Tomography) स्कैन किया। इस जांच में पता चला कि रमेश की दाईं आंख के ठीक नीचे 'फ्लोर ऑफ द आर्बिट' में दांत निकल आया है। इसके बाद 11 अगस्त को डॉक्टरों की टीम ने जटिल सर्जरी कर इस दांत को सफलतापूर्वक निकाल दिया। फिलहाल रमेश पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनकी आंखों की रोशनी भी बिल्कुल ठीक है।
आंख में दांत कैसे निकल आया ?
IGIMS के ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी विभाग की हेड के मुताबिक, यह एक डेवलपमेंटल एनोमली यानी विकास के दौरान हुई विसंगति है। जब बच्चा मां के गर्भ में पल रहा होता है तो दांत बनाने वाले तत्व कभी-कभी गलत जगह पर विकसित होने लगते हैं। इस मरीज के मामले में दांत का जड़ वाला भाग आंख के नीचे 'फ्लोर ऑफ द आर्बिट' में था और क्राउन (दांत का ऊपरी हिस्सा) मैक्सिलरी साइनस में पनप गया था। शरीर ने इसे विदेशी वस्तु मानकर उसके चारों ओर एक सिस्ट बना लिया, जिसके कारण चेहरे पर सूजन और हड्डी गलने की दिक्कत पैदा हो गई।
क्या ऐसा दोबारा हो सकता है ?
डॉक्टर के मुताबिक, दोबारा आंख या अन्य जगह पर दांत बनने की संभावना बेहद कम है। हालांकि, मरीज की निगरानी निरंतर की जाएगी ताकि कोई नई दिक्कत न उभरे। ऑपरेशन के दौरान सिस्ट को हटाने के बाद उस हिस्से को कॉटराइज भी किया गया है ताकि आने वाले में संक्रमण की ज़रा भी संभावना न रहे।
ये केस दुर्लभ मामलों में से एक है...
विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत में ऐसे मामले अब तक केवल 2-3 बार ही दर्ज हुए हैं। साल 2020 में चेन्नई के मशहूर सर्जन SM बालाजी ने भी ऐसा ही एक ऑपरेशन किया था।
बता दे, आंख से दांत निकलने का यह मामला चिकित्सा विज्ञान के लिए एक बार फिर यह साबित करता है कि मानव शरीर में विकास के दौरान अजीबोगरीब घटनाएं कभी भी हो सकती हैं। पटना के डॉक्टरों की यह सफलता न केवल मरीज के लिए बल्कि पूरे देश की मेडिकल साइंस के लिए भी गर्व का विषय है।
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