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क्या बिहार से शुरू होगी आकाश आनंद की अग्निपरीक्षा ! मायावती ने दी सियासी मिशन की जिम्मेदारी, यूपी में होगी अगली एंट्री

Lucknow News: बहुजन समाज पार्टी में वापसी के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा जताया है।

Virat Sharma
Published on: 1 July 2025 11:37 AM IST (Updated on: 1 July 2025 11:38 AM IST)
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Lucknow News: बहुजन समाज पार्टी में वापसी के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा जताया है। हालांकि इस बार उन्हें सियासत की तालीम देने की शुरुआत उत्तर प्रदेश से नहीं, बल्कि बिहार से की जा रही है। माना जा रहा है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में आकाश आनंद की अग्निपरीक्षा होगी, जो उनके राजनीतिक भविष्य की दिशा तय करेगी। यही चुनाव तय करेगा कि उन्हें उत्तर प्रदेश में दोबारा बड़ी भूमिका दी जाए या नहीं।

बिहार चुनाव बनेगा सियासी कॅरियर की नींव

बीएसपी प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद के लिए नई रणनीति तैयार की है, जिसके तहत उन्हें बिहार चुनाव में एक खास मिशन सौंपा गया है। यह मिशन सिर्फ दलितों तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य जातियों के साथ भाईचारे को बढ़ाकर उन्हें बसपा से जोड़ने का प्रयास भी शामिल है। पार्टी की कोशिश है कि बिहार की जनता के सामने आकाश आनंद को एक परिपक्व और असरदार नेता के रूप में प्रस्तुत किया जाए। विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले ही तैयारी शुरू हो चुकी है।

रामजी गौतम रखेंगे हर कदम पर नजर

मायावती ने आकाश आनंद के प्रदर्शन की निगरानी के लिए अपने सबसे विश्वसनीय नेता और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर रामजी गौतम को जिम्मेदारी सौंपी है। बिहार चुनाव के दौरान आकाश की भाषण शैली, जनता से जुड़ाव और रणनीतिक कौशल का गहराई से मूल्यांकन किया जाएगा। चुनावी मैदान में उनके प्रदर्शन के आधार पर ही पार्टी आगे की रूपरेखा तय करेगी। अगर वे उम्मीदों पर खरे उतरते हैं तो यूपी पंचायत चुनाव से पहले ही उन्हें वहां दोबारा सक्रिय किया जा सकता है।

यूपी चुनावों में अहम भूमिका की तैयारी

बिहार में मिले फीडबैक के आधार पर आकाश आनंद को उत्तर प्रदेश में बड़ी भूमिका दी जा सकती है, खासतौर से 2025 के यूपी पंचायत चुनाव और आगे चलकर विधानसभा चुनाव में। आकाश आनंद इस मौके को एक बड़ी जिम्मेदारी के रूप में देख रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हाल ही में हुई बसपा की एक रैली में आकाश ने जिस आक्रामक अंदाज में बिहार सरकार पर निशाना साधा, उसने यह संकेत जरूर दे दिया है कि वह मायावती की कसौटी पर खरा उतरने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती की रणनीति अब स्पष्ट हो चुकी है पार्टी की दूसरी पंक्ति के नेतृत्व को मजबूती देना और आकाश आनंद को भविष्य का चेहरा बनाना। बिहार चुनाव उनके राजनीतिक कॅरियर का टर्निंग पॉइंट बन सकता है। अगर आकाश वहां खुद को साबित कर पाते हैं, तो उत्तर प्रदेश में उनका कद और भूमिका दोनों ही बड़ी हो सकती है।

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