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Green Signal for Jindal Steel Project: जिंदल (इंडिया) को ओडिशा में ₹3,600 करोड़ की स्टील परियोजना के लिए मिली मंजूरी

Green Signal for Jindal Steel Project : कंपनी की योजना 2030 तक तीन चरणों में कुल ₹15,000 करोड़ का निवेश करने की है, जिससे ओडिशा राज्य में बड़े पैमाने पर औद्योगिक बुनियादी ढांचे का विकास होगा।

Sonal Girhepunje
Published on: 7 July 2025 7:12 PM IST
Green Signal for Jindal Steel Project
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Green Signal for Jindal Steel Project (Image Credit-Social Media)

Green Signal for Jindal Steel Project: देश के औद्योगिक विकास को नई रफ्तार देते हुए जिंदल (इंडिया) लिमिटेड को ओडिशा सरकार से ₹3,600 करोड़ की लागत वाले ग्रीनफील्ड स्टील प्लांट के लिए मंजूरी मिल गई है। यह अत्याधुनिक संयंत्र राज्य के सुंदरगढ़ जिले में स्थापित किया जाएगा। कंपनी की योजना 2030 तक तीन चरणों में कुल ₹15,000 करोड़ का निवेश करने की है, जिससे ओडिशा राज्य में बड़े पैमाने पर औद्योगिक बुनियादी ढांचे का विकास होगा।

यह परियोजना विशेष कोटेड स्टील उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित होगी, जिससे भारत की उत्पादन क्षमता वैश्विक मानकों तक पहुंचेगी। इसके साथ ही, हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, जिससे स्थानीय युवाओं को आजीविका के बेहतर अवसर मिलेंगे। परियोजना से परिवहन, लॉजिस्टिक्स, और लघु उद्योगों को भी व्यापक लाभ मिलेगा। यह कदम न केवल राज्य की औद्योगिक छवि को सशक्त करेगा, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी सरकारी पहलों को भी मजबूत आधार प्रदान करेगा।

ओडिशा में लगेगा विशेष कोटेड स्टील उत्पादों का आधुनिक संयंत्र

जिंदल (इंडिया) लिमिटेड ने एक बयान में बताया कि कंपनी को ओडिशा सरकार की हाई-लेवल क्लियरेंस अथॉरिटी (HLCA) से ₹3,600 करोड़ की स्टील परियोजना के लिए औपचारिक मंजूरी मिल गई है। यह ग्रीनफील्ड प्लांट विशेष कोटेड स्टील उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित होगा।

संयंत्र में अत्याधुनिक तकनीकों से लैस कोटिंग सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इनमें कोल्ड रोलिंग मिल (CRM), कंटीन्युअस गैल्वनाइजिंग लाइन (CGL) और कलर कोटिंग लाइन (CCL) शामिल होंगी। यहां सालाना कुल 9.6 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इस परियोजना का पहला चरण वर्ष 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।

2030 तक उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 30 लाख मीट्रिक टन होगी

जिंदल (इंडिया) लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जिंदल इंडिया स्टील टेक लिमिटेड (JISTL) भी इस परियोजना में भागीदार है। JISTL 2030 तक संयंत्र की कुल फ्लैट प्रोडक्ट डिविजन की क्षमता को बढ़ाकर 30 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष तक पहुंचाएगी।

कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, “यह परियोजना न सिर्फ कंपनी की घरेलू निर्माण क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि स्टील उत्पादों के आयात पर निर्भरता को भी कम करेगी। इसके साथ ही राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और ओडिशा के औद्योगिक परिदृश्य में कंपनी की उपस्थिति और मजबूत होगी।”

स्टील पाइप निर्माण इकाई भी होगी स्थापित

जिंदल (इंडिया) लिमिटेड अपनी इस योजना के तहत एक स्टील पाइप निर्माण इकाई भी स्थापित करेगी। इस इकाई की अनुमानित वार्षिक उत्पादन क्षमता 2 लाख मीट्रिक टन होगी। इससे कंपनी को पाइप सेगमेंट में भी अपनी उपस्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा।

सारांश

जिंदल (इंडिया) लिमिटेड की यह नई परियोजना न केवल ओडिशा में औद्योगिक निवेश को गति देगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए रास्ते भी खोलेगी। विशेष कोटेड स्टील उत्पादों के क्षेत्र में यह संयंत्र देश की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा। इस कदम से यह स्पष्ट है कि भारत की औद्योगिक नीतियों में स्थायित्व और राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी से निजी कंपनियों को बड़े पैमाने पर निवेश के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।

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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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