Micro Workout: जिम जाने का झंझट खत्म! अपनाएं 10 मिनट का 'माइक्रो वर्कआउट' का नया फॉर्मूला, पाएं जबरदस्त फिटनेस

Micro Workout: माइक्रो वर्कआउट से आप किस प्रकार हेल्दी रह सकते हैं? बस इन 10 मिनट को सही तरीके से इस्तेमाल करें और देखें कैसे धीरे-धीरे आपका शरीर, एनर्जी और हेल्थ बदलने लगती है।

Priya Singh Bisen
Published on: 17 Aug 2025 6:30 AM IST (Updated on: 17 Aug 2025 6:31 AM IST)
Micro workout benefits
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Micro workout benefits (photo credit: social media)

Micro workout benefits: आजकल की व्यस्तता भरी जिंदगी में ख़राब खान-पान और लाइफस्टाइल में अधिकतर लोग मोटापे और कमजोर इम्यून सिस्टम का शिकार हो रहे हैं। लोगों के पास अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का वक़्त ही नहीं है। ऑफिस से लेकर शाम को घर आने तक इंसान काम में व्यस्त होने के चक्कर में इतना थक जाता है कि वर्कआउट करने के लिए एनर्जी ही नहीं बचती। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हम आपको आज इस लेख में एक ऐसा गज़ब का फार्मूला बताने जा रहे हैं जिसमें अब आपको कहीं बाहर जिम जाने या घंटों कड़ी कसरत करने की आवश्यकता नहीं है। मात्र कुछ मिनटों में ही आप खुद को फिट रख सकते हैं।

मात्र कुछ मिनटों में वर्कआउट कर के खुद को हेल्दी बनाये रखने के फार्मूले का नाम है – माइक्रो वर्कआउट। जिसमें कुछ वक़्त के लिए ही सही लेकिन फोकस्ड होकर हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करना होता है, यानी आपको बस पूरे दिन में कुछ ही मिनट समय निकलने की ज़रूरत। लेकिन उन कुछ मिनटों में सही तरीके से की गई वर्कआउट आपको हेल्दी रख सकती है। माइक्रो वर्कआउट आपके हृदय, मसल्स और मेटाबॉलिज्म पर उतना ही प्रभाव डालता है जितने ज्यादा समय तक वर्कआउट।

क्या होता है माइक्रो वर्कआउट ?


एक बात का ध्यान रखें कि इसमें कुछ हल्के -फुल्के वर्कआउट या धीरे-धीरे टहलने की ओर ध्यान नहीं देना है। माइक्रो वर्कआउट में हर एक्सरसाइज को फास्ट, एनर्जी से भरपूर और फोक्स्ड होकर करना चाहिए। इसे बिना रुके लगातार करना होता है, ताकि हार्ट रेट तेजी से बढ़े और कैलोरी बर्न अधिक से अधिक हो। जैसे कि -

आप एक ही स्थान पर खड़े होकर जंपिंग जैक्स, रस्सी कूदना (Skipping), स्क्वाट्स, पुश-अप्स, माउंटेन क्लाइंबर, हाई नीज एक्सरसाइज आदि कर सकते हैं।

माइक्रो वर्कआउट के लाभ

रिसर्च के मुताबिक, यदि आप एक सप्ताह में 4-5 दिन केवल 10 मिनट का हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट कर लेते हैं, तो यह न केवल आपके स्टैमिना को बढ़ाएगा बल्कि आपका फैट बर्न करने, ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने और मूड सुधारने में भी सहायता करता है। लंबा वर्कआउट हमेशा कुछ सप्ताह बाद करना मुश्किल होता है लेकिन, 10 मिनट का वर्कआउट रोजाना बहुत आसानी से किया जा सकता है।

घर पर ही प्रैक्टिस करें माइक्रो वर्कआउट


माइक्रो वर्कआउट की एक और बड़ी विशेषता है कि यह कहीं भी आसानी से किया जा सकता है — चाहे घर का लिविंग रूम हो, ऑफिस का कॉर्नर, या फिर पार्क में हों। इसके लिए आपको कहीं किसी महंगे जिम की मेंबरशिप या भारी-भरकम मशीनों की आवश्यकता नहीं पड़ती।

ये गलती कभी न करें माइक्रो वर्कआउट में

वर्कआउट करते समय एक गलती लोग हमेशा कर देते हैं वो है अचानक अधिक इंटेंसिटी से शुरुआत करना। यदि आप लंबे वक़्त से वर्कआउट नहीं कर रहे हैं, तो शुरुआत में आपको इस वर्कआउट को हल्की इंटेंसिटी से शुरू करना चाहिए। साथ ही वर्कआउट करने से पहले इस बात का खास ख्याल रखें कि खुद को वार्म-अप और कूल-डाउन करना न भूलें, ताकि आपको किसी तरह की समस्या पैदा न हो।

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