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नींद की सबसे बड़ी दुश्मन बनी स्मार्टफोन की लत! जानें ये कितना खतरनाक है...?
स्मार्टफोन की लत स्वास्थ्य और नींद के लिए बड़ा खतरा बन रही है, जानें इससे कैसे बचें।
Smartphone Addiction and Sleep
Smartphone Addiction and Sleep: आज की व्यस्तता भरी ज़िन्दगी में स्मार्टफोन का यूज़ सबसे ज्यादा बढ़ गया है। देखा जाए तो आज बिना स्मार्टफोन के काम कर पाना बहुत मुश्किल है। घर से लेकर किचन तक... पढ़ाई से लेकर किसी भी जॉब तक... के लिए स्मार्टफोन इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाने लगा है। लेकिन आज.. जिस तरीके से इस्तेमाल बढ़ रहा है इसे केवल बचे ही नहीं बल्कि बड़ी उम्र के लोगों पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। भले ही लोग आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में ध्यान न दे रहे हों लेकिन समर्टफोने की लत से केवल बच्चे ही नहीं बच्चे ही नहीं बल्कि आज के युवा लोग भी अब परेशान है। ये एक ऐसी लत है जिसके बारे में पता ही नहीं चलता और धीरे-धीरे आप इसके शिकार बन जाते हैं।
देखा जाए फोन से आप अपना निजी काम भी करते हैं लेकिन उसी काम की वजह से कब आप दिन का अधिकतर समय फोन चैक करने में बिताने लगते हैं इसका पता भी चल पाता। अब सवाल ये है कि स्मार्टफोन की लत किस प्रकार आपकी नींद भी खराब कर रही है? आइये आपको बताते हैं इसका कारण विस्तार से...
आज के सोशल मीडिया के दौर में हमारी जिंदगी का एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा स्मार्टफोन के इर्द-गिर्द ही बीतता है। लगभग सभी लोग आज सुबह उठते ही सबसे पहले फोन चेक करते हैं और रात को सोने से ठीक पहले तक फोन चलाते हैं। फ़ोन में तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म, वीडियो गेम्स, OTT, ऑनलाइन शॉपिंग और चैटिंग जैसी कई तरह की चीजों ने स्मार्टफोन को केवल एक जरूरत ही नहीं बल्कि एक बुरी लत में तब्दील कर दिया है। इसी लत के कारण नींद में समस्या आने लगती है और स्लीप साइकल पूरी तरह से बिगड़ जाता है।
आजकल लोगों को रात में नींद कम क्यों आती है ?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफोन से निकलने वाली ब्लू रेज़ दिमाग पर गहरा प्रभाव डालती है। फोन से निकलने वाली ये रेज़, शरीर में बनने वाले मेलाटोनिन हार्मोन को कम कर देती है। आपको बता दे इस हार्मोन का काम होता है नींद लाना। जब ये मेलाटोनिन ठीक से नहीं बन पाता तो हमें नींद आने में समस्या होती है। यही कारण है कि रात तक मोबाइल यूज़ वाले लोगों को हमेशा नींद आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आखिर क्या है स्मार्टफोन और नींद का संबंध ?
रात को सोने से पहले जब आप बेड पर लेटे होते हैं तब आप... बस 5 मिनट और वीडियो देख लें, किसी से 5 मिनट और चैट कर लें। लेकिन अब ये पांच मिनट तक वीडियो देखने का वक़्त कब घंटों समय हो जाता है इसका पता ही नहीं चलता। इसी के कारण सोने का समय बहुत ज्यादा निकल जाता है और गलत समय पर सोने से या तो आप सुबह काफी देर तक सोये रह जाते हैं या फिर आधी नींद में जल्दी उठना पड़ता है। इसी कारण से नींद पूरी नहीं हो पाती और स्लीप साइकल बिगड़ जाता है। सबसे परेशान ज्यादा करने वाली और गंभीर बात ये है कि प्रतिदिन ऐसा होने पर नींद आना बंद हो जाती है।
नींद की कमी से बढ़ती दिक्कतें:
1. नींद पूरी न होने से शरीर और दिमाग दोनों गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं।
2. कम नींद से ध्यान लगाने में समस्या होती है।
3. मूड खराब, हमेशा चिड़चिड़ापन रहना और काम में फोकस की कमी हो जाती है।
4. नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
5. रात में देर तक जागने से जंक खाना शुरू हो जाता है जिससे वजन बढ़ने लगता है।
6. लंबे वक़्त तक ऐसे होने पर डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है।
7. नींद की कमी से बच्चों की मेमोरी और लर्निंग कैपेसिटी पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
8. सोशल मीडिया की वजह से FOMO (Fear of Missing Out) होना भी फोन की लत का एक बड़ा कारण है।
स्मार्टफोन की लत से किस प्रकार पा सकते हैं छुटकारा?
यदि आप भी स्मार्टफोन ज्यादा यूज़ करने से नींद की कमी से जूझ रहे हैं तो कुछ अच्छी आदतें आपकी मदद कर सकती हैं, जैसे कि-
- ज़्यादा स्क्रॉलिंग न करें।
- सोने से कम से कम एक 1 पहले फ़ोन यूज़ करना बंद कर दें।
- रात को बेड पर फोन लेकर न सोयें।
- चाहें तो अलार्म के लिए डिजिटल घड़ी का प्रयोग कर सकते हैं।
- पूरे दिन में स्मार्टफोन के यूज़ के लिए एक समयसीमा तय करें।
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