TRENDING TAGS :
भारत ने ट्रंप को फिर दिया झटका, पीयूष गोयल ने ट्रेड डील पर लगाई क्लास, "डेडलाइन पर हम बात नहीं करते"
भारत ने ट्रंप के दबाव को ठुकराते हुए साफ कहा कि ट्रेड डील केवल पारस्परिक लाभ पर होगी,डेडलाइन पर नही।
Piyush Goyal on Trump Trade Deal: अमेरिका और भारत के बीच चल रही ट्रेड डील पर तनातनी एक बार फिर चरम पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ कम करने में देरी करने का आरोप लगाया था, जिस पर अब भारत ने भी कड़ा जवाब दिया है। भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने साफ कर दिया है कि भारत कभी भी जल्दबाजी में या समय-सीमा के दबाव में आकर कोई व्यापार समझौता नहीं करेगा। यह बयान ट्रंप के उस आरोप के ठीक एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अब टैरिफ कम करने की पेशकश कर रहा है, "लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है।"
पीयूष गोयल का कड़ा रुख: 'पारस्परिक लाभ ही हमारा मंत्र है'
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए भारत की व्यापार नीति पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, "हम कभी भी समय-सीमा वाले व्यापार समझौतों पर बातचीत नहीं करते। हम सिर्फ अच्छे और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौतों पर ही बातचीत करते हैं।" गोयल का यह बयान साफ संकेत देता है कि भारत अमेरिका के दबाव में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि भारत सभी समझौतों में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और एक समान और लाभकारी समझौते के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर चर्चा जारी है, लेकिन यह जल्दबाजी में नहीं होगी। गोयल ने कहा, "अभी बहुत कुछ हुआ है, अभी बहुत कुछ होना बाकी है। BTA के लिए अमेरिका के साथ हमारी बातचीत जारी है।"
ट्रंप का आरोप: 'भारत ने बहुत देर कर दी'
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक बयान में भारत पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत ने अब टैरिफ कम करने की पेशकश की है, लेकिन यह बहुत देर से किया गया है। ट्रंप लंबे समय से भारत पर उच्च टैरिफ लगाने का आरोप लगाते रहे हैं, और उन्होंने कई बार भारत को "टैरिफ किंग" भी कहा है। उनका मानना है कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर अनुचित रूप से उच्च कर लगाता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होता है। हालांकि, भारत का कहना है कि वे घरेलू उद्योगों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।
ट्रेड डील में गतिरोध: छठे दौर की वार्ता स्थगित
भारत और अमेरिका मार्च से इस समझौते पर बातचीत कर रहे हैं और अब तक पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है। लेकिन, हाल ही में 27 अगस्त से अमेरिकी उत्पादों पर 50% शुल्क लगाए जाने के बाद, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने छठे दौर की वार्ता के लिए भारत का दौरा स्थगित कर दिया है। इस घटना ने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों में तनाव को बढ़ा दिया है। फिलहाल, अगले दौर की वार्ता की कोई तारीख तय नहीं की गई है, जिससे यह साफ है कि दोनों देशों के बीच सहमति बनना आसान नहीं होगा।
भारत की नई व्यापार रणनीति: दुनिया से हाथ मिलाना
इस तनाव के बावजूद, भारत अपनी वैश्विक व्यापार रणनीति पर आगे बढ़ रहा है। पीयूष गोयल ने बताया कि भारत ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस, ब्रिटेन और यूरोपीय देशों के समूह ईएफटीए के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर पहले ही हस्ताक्षर कर चुका है। इसके अलावा, अन्य देशों के साथ भी व्यापार समझौतों की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। यह रणनीति दिखाती है कि भारत सिर्फ अमेरिका पर निर्भर नहीं है और वह अपने व्यापारिक संबंधों को दुनिया के अन्य हिस्सों में भी मजबूत कर रहा है।
इस पूरी घटना ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में तनाव को उजागर किया है। एक तरफ ट्रंप जैसे नेता हैं जो दबाव की रणनीति अपनाते हैं, तो दूसरी तरफ भारत है जो अपने राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखकर व्यापारिक समझौते करना चाहता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देशों के बीच यह ट्रेड वॉर कब और कैसे समाप्त होता है, और क्या वे अंततः एक ऐसे समझौते पर पहुंच पाते हैं जो दोनों के लिए "पारस्परिक रूप से लाभकारी" हो।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!