भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा बड़ा मुस्लिम गैंगस्टर, पाकिस्तान और दाऊद से था कनेक्शन, जानिए उसका अपराधों का पूरा इतिहास!

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल में संयुक्त ऑपरेशन में शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल को गिरफ्तार किया, जो पाकिस्तान और दाऊद से जुड़ा बड़ा हथियार सप्लायर था।

Harsh Sharma
Published on: 9 Aug 2025 11:08 AM IST
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नेपाल में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त ऑपरेशन में देश के सबसे बड़े अवैध हथियार सप्लायर शेख सलीम, उर्फ सलीम पिस्टल को गिरफ्तार किया गया है। सलीम पिस्टल कई सालों से पाकिस्तान से भारत में आधुनिक हथियारों की तस्करी कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली है कि सलीम के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से संबंध थे।

बड़े गैंगस्टरों से जुड़ा हुआ था

सलीम पिस्टल, जो पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई करता था, कई बड़े गैंगस्टरों से जुड़ा हुआ था। इनमें लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा, सलीम सिद्धू मूसेवाला हत्या केस के एक आरोपी का गुरु भी रह चुका है।

2018 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था

सलीम को 2018 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में वह विदेश भागने में सफल हो गया। हाल ही में दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली कि वह नेपाल में छिपा हुआ है। इसके बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने उसे नेपाल से गिरफ्तार कर लिया।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी आया था नाम

सलीम पिस्टल का नाम बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी सामने आया था। वह दिल्ली के सीलमपुर इलाके का रहने वाला है, और उसका नेटवर्क भारत और पाकिस्तान के बीच फैला हुआ था। सलीम ने अपनी पढ़ाई आठवीं कक्षा के बाद आर्थिक कारणों से छोड़ दी थी। फिर वह कार ड्राइवर बन गया और 1992 में उसकी शादी हुई।

पूरा नाम शेख सलीम

आरोपी शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल का पूरा नाम शेख सलीम है। उनका उपनाम सलीम पिस्टल है और उनके पिता का नाम मोहम्मद शरीफ है। सलीम का जन्म 1972 में हुआ था, और उनका स्थायी पता दिल्ली के जाफराबाद स्थित मकान संख्या 1034, गली नंबर 34 में है। सलीम के परिवार में पांच भाई, दो बहनें, पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं।

कई गंभीर अपराधों में था नाम

सलीम पिस्टल का आपराधिक इतिहास कई गंभीर अपराधों से भरा हुआ है। 2000 में, उसने अपने साथी मुकेश गुप्ता उर्फ काका के साथ मिलकर चांदनी चौक से एक मारुति वैन चुराई। इसके बाद, उस पर FIR संख्या 70/2000 के तहत धारा 379/411/34 IPC के तहत केस दर्ज हुआ और 25 मई 2000 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिर, 2011 में, उसने जाफराबाद के एक घर में हथियारों के बल पर 20 लाख रुपये की डकैती की। इस मामले में FIR संख्या 243/2011 और धारा 395/397 IPC के तहत आरोप लगाए गए। सलीम को 18 सितंबर 2013 को गिरफ्तार किया गया और न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली

सलीम पिस्टल की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। यह गिरफ्तारी भारत में चल रहे अवैध हथियारों के कारोबार को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। अब सुरक्षा एजेंसियां उसके नेटवर्क और पाकिस्तान से उसके संबंधों की गहरी जांच कर रही हैं, ताकि इस गैंग के और सदस्यों का पता चल सके और अवैध हथियारों की सप्लाई को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।

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