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18 दिन अंतरिक्ष में बिताकर लौटा भारत का लाल, माता-पिता की खुशी से छलक उठींआंखें
18 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद भारत के गौरव शुभांशु शुक्ला सकुशल धरती पर लौट आए। उनके लौटने पर लखनऊ स्थित घर में जश्न का माहौल है। माता-पिता की आंखें खुशी से नम हो गईं। यह क्षण पूरे परिवार लिए गर्व से भरा और भावनात्मक रहा।
Shubhanshu Shukla returns, proud moment for entire family (Photo: Newstrack)
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन के सफल समापन के बाद सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनके घर लखनऊ में खुशी का माहौल है। जहां परिजन टीवी पर उनकी वापसी का सीधा प्रसारण देखकर भावुक हो उठे। परिवार के लिए यह बेहद गौरवपूर्ण क्षण रहा।शुभांशु शुक्ला 26 जून को तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों, अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे।

18 दिनों के प्रवास के दौरान उन्होंने करीब 76 लाख मील की दूरी तय करते हुए पृथ्वी की 288 बार परिक्रमा की। स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन यान से वापसी के दौरान यह दल 3:01 बजे (भारतीय समयानुसार) कैलिफोर्निया तट के पास प्रशांत महासागर में उतरा। ISS से अलग होने की प्रक्रिया सोमवार शाम 4:45 बजे शुरू हुई और धरती पर लौटने में करीब 22.5 घंटे लगे।

भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री हैं शुक्ला
इस अंतरिक्ष यात्रा के साथ शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वे राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। राकेश शर्मा ने 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के हिस्से के रूप में एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष उड़ान भरी थी।

गगनयान के लिए महत्वपूर्ण अनुभव
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्ला की ISS यात्रा के लिए लगभग ₹550 करोड़ का भुगतान किया। यह अनुभव इसरो को अपने गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की योजना और निष्पादन में सहायता करेगा। जिसे 2027 में कक्षा में स्थापित करने की तैयारी है।
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