जम्मू-कश्मीर में बादल फटा, मचैल माता यात्रा मार्ग पर 26 श्रद्धालुओं की मौत, 30 घायल, राहत कार्य जारी

J&K Paddar Kishtwar Cloud Burst: पजानकारी के मुताबिक, यात्रा मार्ग पर करीब 26 लोगों की मौत, 30 घायल और कई लोग लापता हैं। हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के लिए इकठ्ठा हुए थे।

Priya Singh Bisen
Published on: 14 Aug 2025 2:33 PM IST (Updated on: 14 Aug 2025 5:11 PM IST)
J&K Paddar Kishtwar Cloud Burst
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J&K Paddar Kishtwar Cloud Burst (PHOTO CREDIT: social media)

J&K Paddar Kishtwar Cloud Burst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पड्डर सब-डिवीज़न में बादल फटने की हादसे की खबर सामने आई है। पड्डर के चिशोती गांव में मचैल माता मंदिर के पास हुए इस घटना ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। बादल फटने के तत्काल बाद अचानक बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में डर का माहौल बन गया। यह स्थान मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु होने के कारण घटना के वक़्त वहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

हादसे में 30 घायल, कई लोग लापता

जानकारी के मुताबिक, यात्रा मार्ग पर करीब 26 लोगों की मौत, 30 घायल और कई लोग लापता हैं। हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के लिए इकठ्ठा हुए थे। अचानक बादल फटने से आई बाढ़ में टेंट, वाहन सब बाह गए। इस बाढ़ में चशोती गांव का आधा हिस्सा मलबे में डूब गया है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस, सेना और NDRF की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में तेजी से लग गयी हैं। प्रशासन का कहना है कि शुरुआती मिली जानकारी के अनुसार आमजन को बड़ा नुकसान होने की आशंका है।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पोस्ट कर जताई चिंता

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्होंने किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से तुरंत बात की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट किया और बताया, "चोसिटी इलाके में बादल फटने से भारी जनहानि की आशंका है। प्रशासन तत्काल एक्टिव हो गया है और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। नुकसान का आकलन जारी है और ज़रूरी चिकित्सा एवं राहत कार्य तेज़ी से चल रहे हैं।"

जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और पड्डर-नागसेनी के विधायक सुनील कुमार शर्मा ने भी स्थिति की गंभीरता पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि चूंकि मचैल माता यात्रा निरंतर चल रही है, इस कारण इलाके में भारी भीड़ थी और नुकसान की संभावना भी ज्यादा है। उन्होंने उपराज्यपाल से NDRF टीम को तत्काल भेजने की मांग की है।

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा घटना पर जताया दुःख

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने इस घटना पर अपना दुख जाहिर किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "चोसिटी किश्तवाड़ में बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सभी बचाव एजेंसियों को राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद उपलब्ध करने के आदेश दिए गए हैं।"

राहत बचाव कार्य जारी

इसके अलावा, किश्तवाड़ के साथ-साथ कश्मीर के राजौरी और मेंढर क्षेत्रों में भी बादल फटने की जानकारी सामने आई हैं, जिससे वहां भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने इधर आने वाले दिनों में ऊंचाई वाले इलाकों में भारी वर्षा और अचानक बाढ़ की आशंका जताई है, जिससे प्रशासन अलर्ट मोड पर है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि तीर्थयात्रा मार्ग पर विशेष रूप से निगरानी, देख-रेखऔर मौसम अलर्ट सिस्टम को और मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं में आमजन का नुकसान कम से कम हो सके।

फिलहाल राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से किया जा रहा है और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और आधिकारिक जानकारी पर ही विश्वास करें।

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Content Writer

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