TRENDING TAGS :
बिहार की तरह तेलंगाना में भी सियासी एक्शन, पूर्व CM KCR ने बेटी को पार्टी से निकला, लगाए संगीन आरोप
KCR ने बेटी कविता को BRS से निलंबित किया, तेलंगाना राजनीति में बढ़ा तनाव।
KCR removed her daughter from Party: तेलंगाना की राजनीति में भूचाल, पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनी ही बेटी के कविता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह फैसला तब आया है जब कविता लगातार पार्टी के अंदरूनी मामलों और नेताओं पर सवाल उठा रही थीं। इस नाटकीय घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में सबको चौंका दिया है, क्योंकि यह पहली बार है जब एक पिता ने अपनी ही बेटी को पार्टी से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई तब हुई जब के कविता ने खुद अपने ही पिता की पार्टी के नेताओं पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था।
पार्टी की छवि पर खतरा: बाप-बेटी में टकराव
भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने मंगलवार को एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी और पार्टी की वरिष्ठ नेता के कविता को पार्टी से निलंबित कर दिया। पार्टी के अनुसार, कविता का हाल का व्यवहार और उनकी गतिविधियां पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रही थीं, जिसके कारण पार्टी अध्यक्ष केसीआर ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित करने का फैसला किया। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पार्टी को एकजुटता की सख्त जरूरत है। केसीआर का यह फैसला राजनीतिक पंडितों के लिए भी एक पहेली बन गया है, क्योंकि किसी ने कल्पना नहीं की थी कि परिवार के अंदर का यह विवाद इस स्तर तक पहुंच जाएगा।
श्रमिक संघ से निष्कासन और साजिश के आरोप
यह पहली बार नहीं है जब के कविता को पार्टी के भीतर झटका लगा है। इससे पहले, 22 अगस्त को जब वह विदेश यात्रा पर थीं, उन्हें तेलंगाना बोग्गु गनी कर्मिका संगम (TBGKS) के अध्यक्ष पद से अचानक हटा दिया गया था। कविता ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और इसे "राजनीति से प्रेरित कदम" बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी जानकारी के बिना पार्टी कार्यालय में चुनाव कराया गया, जो श्रम कानून का संभावित उल्लंघन था। कविता ने खुलकर कहा था कि पार्टी के अंदर काम करने के तरीकों पर सवाल उठाने की वजह से उनके खिलाफ द्वेष रखा गया। हालांकि, तब उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिया था, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि उनके निशाने पर पार्टी के भीतर के ही कुछ बड़े नेता थे।
केसीआर की छवि: पिता या पार्टी अध्यक्ष?
के कविता का निलंबन इस बात को दर्शाता है कि केसीआर के लिए पार्टी की छवि और अनुशासन, पारिवारिक संबंधों से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। उनका यह फैसला बीआरएस के भीतर एक सख्त संदेश देता है कि कोई भी नेता, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, अगर पार्टी लाइन से हटकर काम करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह घटना आने वाले समय में तेलंगाना की राजनीति में और भी बड़े बदलाव ला सकती है। क्या कविता एक नई राजनीतिक राह चुनेंगी? क्या यह घटना बीआरएस के भीतर और भी ज्यादा टूट का कारण बनेगी? इन सवालों के जवाब आने वाला समय ही देगा। फिलहाल, यह साफ है कि तेलंगाना की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है, जहाँ परिवार से ज्यादा पार्टी की वफादारी मायने रखती है।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!