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योगी या अमित शाह? मोदी के बाद कौन होगा देश का अगला PM, सर्वे में सामने आया चौकाने वाला नाम
मोदी के बाद अगला पीएम कौन? सर्वे में अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बीच कड़ा मुकाबला सामने आया।
Next PM of India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल का एक साल से ज्यादा समय पूरा हो चुका है। ऐसे में यह सवाल हर किसी के दिमाग में है कि आखिर पीएम मोदी के बाद भारतीय राजनीति में अगला बड़ा चेहरा कौन होगा? हाल ही में इंडिया टुडे द्वारा किए गए ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे ने इस सवाल का एक चौंकाने वाला जवाब दिया है। इस सर्वे में लोगों ने पीएम मोदी के बाद अगला प्रधानमंत्री कौन हो सकता है, इस पर अपनी राय दी है, और इसके नतीजे काफी दिलचस्प हैं।
मोदी के बाद लोगों की पहली पसंद 'अमित शाह'
सर्वे के अनुसार, प्रधानमंत्री पद के लिए लोगों की दूसरी पसंद कोई और नहीं, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। सर्वे में शामिल 28% लोगों ने अमित शाह को अगले पीएम के तौर पर सबसे उपयुक्त बताया है। अमित शाह अपनी मजबूत राजनीतिक रणनीति और पार्टी संगठन पर अपनी पकड़ के लिए जाने जाते हैं। उनकी लोकप्रियता यह दिखाती है कि जनता उन्हें पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद और सक्षम उत्तराधिकारी के तौर पर देखती है। इसके ठीक बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। 26% लोगों ने उन्हें अगले प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पसंद बताया है। योगी आदित्यनाथ की सख्त छवि और उनके विकास कार्यों ने उन्हें न केवल उत्तर प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में एक लोकप्रिय नेता बना दिया है। इसके अलावा, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी 7% लोगों ने पीएम पद का अगला दावेदार माना है। गडकरी अपनी बेहतर कार्यक्षमता और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
मोदी बनाम राहुल: जनता की पसंद अभी भी मोदी
सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि अगर मुकाबला पीएम मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बीच हो, तो जनता की पसंद अभी भी मोदी ही हैं। सर्वे में 52% लोगों ने पीएम मोदी के पक्ष में वोट किया, जबकि 25% लोगों ने राहुल गांधी को बेहतर चेहरा बताया। यह दिखाता है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है।
सरकार की सफलताएं और विफलताएं
सर्वे में लोगों ने मोदी सरकार की सफलताओं और विफलताओं पर भी अपनी राय दी है।
विफलताएं: 27% लोगों ने बेरोजगारी को सबसे बड़ी विफलता बताया है, जबकि 21% लोगों ने महंगाई को। इसके अलावा, आर्थिक विकास में कमी (7%) और सांप्रदायिक हिंसा (6%) को भी सरकार की नाकामी माना गया है।
सफलताएं: 17% लोगों ने राम मंदिर को सबसे बड़ी उपलब्धि माना है, और 12% लोगों ने ऑपरेशन सिंदूर को। बुनियादी ढांचे का विकास भी 10% लोगों की नजर में एक अहम सफलता है।
यह सर्वे भारतीय राजनीति के भविष्य की एक झलक देता है। यह दिखाता है कि बीजेपी के भीतर भी, पीएम मोदी के बाद, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ जैसे नेता जनता के बीच अपनी जगह बना चुके हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में यह राजनीतिक तस्वीर क्या मोड़ लेती है।
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