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सावधान! भारत में लौट आया 'निपाह' वायरस, 400 से ज्यादा केस, एक की मौत, इमरजेंसी मोड पर अस्पताल
Nipah Virus In India: केरल में निपाह वायरस ने फिर से दस्तक दे दी है, जिससे हड़कंप मच गया। 425 से ज्यादा लोग निगरानी में हैं, एक युवती की मौत हो चुकी है। सरकार ने अलर्ट जारी कर पूरे राज्य में सख्ती बढ़ा दी है।
Nipah Virus In Kerala
Nipah Virus In Kerala: कोरोना वायरस के बाद अब भारत में एक बार फिर खतरनाक निपाह वायरस ने दस्तक दे दी है।। अगर वक्त रहते सावधानी नहीं बरती गई तो एक बार फिर लाशों के ढेर लगना शुरू हो सकते हैं। इस वायरस से सबसे ज्यादा ग्रस्त राज्य केरल है। यहां लगातार निपाह वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, जिसने सरकार और आम जनता की नींद उड़ा दी है। इस मामले में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने खुद चेताया है कि राज्य में 425 से ज्यादा लोग वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जिन्हें निगरानी में रखा गया है।
सबसे ज्यादा केस कहां?
निपाह वायरस के केस सबसे ज्यादा 228 लोग मलप्पुरम जिले, 110 पलक्कड़ और 87 कोझीकोड जिले से हैं। मलप्पुरम में 12 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 5 की हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें ICU में वेंटिलेटर पर रखा गया है। कोझीकोड और पलक्कड़ जिले में भी हालात चिंताजनक हैं। कोझीकोड में 87 स्वास्थ्यकर्मी निगरानी सूची में हैं, जो संक्रमण की गंभीरता को दर्शाता है।
स्वास्थ्यकर्मी भी निशाने पर, मौत का डर
पलक्कड़ जिले में 38 साल की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और एक व्यक्ति आइसोलेशन में है। लेकिन सबसे दिल दहला देने वाली खबर मलप्पुरम से आई, जहां 18 साल की युवती ने निपाह से दम तोड़ दिया। इसके बाद से ही राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। सरकार अब घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करवा रही है और 2,000 से ज्यादा घरों की जांच हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिये निर्देश, लॉकडाउन जैसे हुए हालात
स्वास्थ्य मंत्रालय ने निपाह वायरस की गंभीरता को देखते हुए व्यवस्थाएं भी शुरू कर दी है। मंत्रालय बुखार सर्वे और घरों में दौरे जैसी व्यवस्था शुरू कर दी है। साथ ही कंटेनमेंट जोन में भीड़ पर सख्त रोक है। पूरे राज्य में N95 मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटीन के नियमों को लेकर सख्ती बरती जा रही है। एम्बुलेंस सेवा और सभी अस्पताल इमरजेंसी मोड पर हैं। साथ ही संक्रमितों के रूट मैप सार्वजनिक कर दिए गए हैं, ताकि लोगों को संभावित संपर्कों से बचाया जा सके। वहीं सरकार ने अपील की है कि बुखार, सर्दी, खांसी, सिरदर्द या सांस की तकलीफ जैसे लक्षणों को हल्के में न लें, तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें और खुद को आइसोलेट करें।
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