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बड़े हमले की साजिश! देश से गद्दारी, ISI से वफादारी कर रहा था राजस्थान का ये शख्स, Pak युवती के हनीट्रैप में फंस जासूसी..
Pakistani ISI Spy: राजस्थान से ISI के लिए जासूसी कर रहे एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। वह इशा शर्मा नामक पाकिस्तानी महिला के हनीट्रैप में फंस गया था और भारत से जुड़ी खुफिया जानकारी भेज रहा था।
Pakistani ISI Spy: राजस्थान की खुफिया एजेंसी ने अलवर से एक ऐसे शख्स को धर दबोचा है, जो पाकिस्तान की कुख्यात इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए भारत के सैन्य राज बेच रहा था। आरोपी का नाम है मंगत सिंह, जो एक फर्जी 'इशा शर्मा' के खतरनाक हनीट्रैप का शिकार होकर देशद्रोही बन गया।
यह मामला न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि ISI की उस पुरानी और खतरनाक चाल को भी दिखाता है, जिसमें वे आकर्षक फर्जी प्रोफाइल बनाकर पैसों और प्यार का लालच देकर भारतीय नागरिकों को अपने जाल में फंसाते हैं।
संदिग्ध हरकतों ने खोली पोल
अलवर के गोविंदगढ़ का रहने वाला मंगत सिंह सिख समुदाय से ताल्लुक रखता है। राजस्थान इंटेलिजेंस की निगाहें उस पर तब पड़ीं जब अलवर के कैंटोनमेंट इलाके के रूटीन सर्विलांस के दौरान उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं। खुफिया अफसरों को शक हुआ कि यह शख्स बार-बार इन सैन्य-महत्वपूर्ण क्षेत्रों में क्या कर रहा है। गहराई से जांच की गई तो पता चला कि वह पाकिस्तानी एजेंट्स के सीधे संपर्क में था।
'इशा शर्मा' का खतरनाक जाल और पैसों का लालच
जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सबको चौंका दिया। मंगत को सोशल मीडिया के जरिए 'इशा शर्मा' नाम की एक पाकिस्तानी हैंडलर ने फंसाया था। इशा ने भावनात्मक सहारा लेने के साथ-साथ उसे पैसों का लालच भी दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे मंगत ने देश के साथ गद्दारी करने का रास्ता चुना। खुफिया सूत्रों ने बताया कि मंगत को इसके बदले में अलवर के आसपास की सैन्य और सुरक्षा संबंधी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजनी थी। इशा शर्मा की पहचान अब पूरी तरह से उजागर हो चुकी है और इस पूरे मामले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजर रखी जा रही है। यह साफ दिखाता है कि कैसे ISI सोशल मीडिया को हथियार बनाकर लोगों को देशद्रोह के लिए उकसा रही है।
चकमा देकर किया गिरफ्तार, कड़े कानून के तहत मुकदमा
मामले की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार को जयपुर के स्पेशल पुलिस स्टेशन में आधिकारिक राज सेक्रेट्स एक्ट 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया। सीआईडी इंटेलिजेंस की टीम ने मंगत को उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर चालाकी से गिरफ्तार कर लिया। उसके फोन से बरामद हुई संवेदनशील तस्वीरें, चैट मैसेजेस, और मनी ट्रांसफर के रिकॉर्ड इस पूरी साजिश का पुख्ता सबूत हैं।
राजस्थान पुलिस के प्रवक्ता ने इसे एक समय पर हुई बड़ी सफलता बताया, क्योंकि अलवर जैसे बॉर्डर एरिया में किसी भी बड़ी साजिश को पनपने से पहले ही रोक लिया गया। अब मंगत सिंह पर देशद्रोह का मुकदमा चलेगा, जिसमें उसे कड़ी सजा हो सकती है। यह गिरफ्तारी उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो लालच में आकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की सोचते हैं।
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