लाल किले से PM ने की RSS की तारीफ, ओवैसी को लगी मिर्ची! बोले- 'यह स्वतंत्रता संग्राम का अपमान'

Owaisi on PM praises RSS: लाल किले से पीएम मोदी द्वारा RSS की तारीफ के बाद सियासत गरमा गई है। ओवैसी ने इसे स्वतंत्रता संग्राम का अपमान बताया, तो कांग्रेस ने भी तीखा हमला बोला।

Harsh Srivastava
Published on: 15 Aug 2025 6:12 PM IST
लाल किले से PM ने की RSS की तारीफ, ओवैसी को लगी मिर्ची! बोले- यह स्वतंत्रता संग्राम का अपमान
X

Owaisi on PM praises RSS: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तारीफ ने देश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री ने RSS को दुनिया का सबसे बड़ा NGO बताते हुए उसकी राष्ट्रसेवा की सराहना की, जिसके बाद विपक्षी दलों ने उन पर तीखा हमला बोला है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी के इस कदम को भारत के संवैधानिक मूल्यों और स्वतंत्रता संग्राम का अपमान बताया है।

ओवैसी का तीखा वार, 'ब्रिटिश के प्यादों ने गांधी से नफरत की'

असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि "संघ की प्रशंसा करना स्वतंत्रता संग्राम का अपमान है।" ओवैसी ने आरोप लगाया कि RSS और उसके सहयोगियों ने ब्रिटिश राज के दौरान उनके प्यादों के रूप में काम किया और "उन्होंने गांधी से जितनी नफरत की, उतना कभी ब्रिटिश का विरोध नहीं किया।"

ओवैसी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी लाल किले से RSS की तारीफ नहीं कर सकते थे, क्योंकि यह हमारे संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने चेतावनी दी कि चीन भले ही हमारा सबसे बड़ा बाहरी खतरा हो, लेकिन "हमारे भीतर इससे भी बड़ा खतरा - संघ परिवार की ओर से फैलाया जा रहा नफरत और विभाजन है।" ओवैसी ने कहा कि आजादी को सुरक्षित रखने के लिए हमें ऐसी सभी ताकतों को हराना होगा।

'75वें जन्मदिन से पहले संघ को खुश करने की कोशिश'

कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री के भाषण को "अत्यंत चिंताजनक" बताते हुए उसकी आलोचना की। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि लाल किले की प्राचीर से RSS का नाम लेना संवैधानिक और धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का खुला उल्लंघन है। रमेश ने इसे RSS को खुश करने का एक "हताश प्रयास" बताया, खासकर अगले महीने पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन से पहले। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि "4 जून, 2024 की घटनाओं के बाद से निर्णायक रूप से कमजोर पड़ चुके प्रधानमंत्री" अब पूरी तरह मोहन भागवत की कृपा पर निर्भर हैं, ताकि सितंबर के बाद उनके कार्यकाल का विस्तार हो सके।

पीएम मोदी ने RSS के बारे में क्या कहा था?

अपने भाषण में, पीएम मोदी ने RSS के 100 साल पूरे होने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। 100 साल की राष्ट्र की सेवा एक बहुत ही गौरवपूर्ण कार्य है।" उन्होंने कहा कि RSS दुनिया का सबसे बड़ा NGO है और लाखों स्वयंसेवकों ने राष्ट्र निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। पीएम मोदी के इस बयान और विपक्षी दलों के पलटवार ने देश में एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है।

1 / 7
Your Score0/ 7
Harsh Srivastava

Harsh Srivastava

Mail ID - [email protected]

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!