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हो गई स्कूलों में छुट्टी! कांवड़ यात्रा के चलते बंद रहेंगे विद्यालय, भारी ट्रैफिक और सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया फैसला
School Closed: कावड़ यात्रा के दौरान होने वाली भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए यूपी के इन जिलों में कल से स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है।
School closed due to kanwar yatra 2025
School Closed: सावन लगते ही कांवड़ियों का जत्था अपने गंतव्य पर निकलने लगा है। इस दौरान लाखों शिवभक्त कांवड़ लेकर महाकाल का जलाभिषेक करने जाते हैं। कावड़ियों की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने कुछ समय के लिए स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। हालांकि, ये छुट्टियां यूपी के कुछ ही जिलों में घोषित की गई हैं।
यूपी के इन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल
उत्तर प्रदेश के मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में कांवड़ यात्रा 2025 के कारण 16 से 23 जुलाई तक कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। सावन के महीने में लाखों शिवभक्त कांवड़ यात्रा निकालते हैं। इससे ट्रैफिक और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां बढ़ जाती हैं, भारी भीड़ और यातायात अवरोध भी रहता है। इसी के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों को बंद रखने की घोषणा की है।
दिल्ली-मेरठ मार्ग के वन-वे होने से लगा जाम
कांवड़ यात्रा के चलते पुलिस प्रशासन ने दिल्ली-मेरठ मार्ग को वन-वे कर दिया। जिसके कारण अब सड़क के एक ही साइड से वाहनों का आना जाना हो रहा है। एक ही लाइन होने के कारण मुरादनगर में भीषण जाम लग गया। 10 मिनट का सफर तय करने में लोगों को 2 से 3 घंटे का समय लगा। यातायात पुलिसकर्मी भी मौके पर तैनात होकर यातायात को सुचारु रुप से चलाने में जुट गए। मुरादनगर को पार करने में वाहन चालकों को काफी समय लग रहा है, इसके अलावा आने और जाने वालों की लंबी कतारे भी सड़क पर लगी है। एम्बुलेंस, स्कूल बस व वीआईपी वाहन भी जाम में फंसे नजर आए। वहीं, ट्रैफिक वनवे होने के कारण मनोटा से मोरटा तक दिल्ली-मेरठ मार्ग पर करीब 10 किमी लंबा जाम लग गया। गर्मी में जाम में फंसे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिन भर वाहन हाईवे पर रेंग रेंग कर चले। अब हाइवे की एक लाइन पर कांवड़िए और दूसरी लाइन पर वाहन चलाए जा रहें है। मेरठ शास्त्री नगर निवासी उमेश शर्मा का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने हाईवे को वनवे करने में जल्दबाजी की। अभी हाईवे पर कावड़ियों की संख्या अधिक नहीं है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसलिए होती है कांवड़ यात्रा
भगवान शिव के प्रति अटूट समर्पण और भक्ति का प्रतीक है कांवड़ यात्रा । कांवड़ को कंधे पर रखकर चलना, भक्तों के लिए एक तरह की तपस्या है। इस दौरान भक्त शारीरिक कष्ट सहते हैं, लेकिन उनके मन में भगवान शिव के प्रति आस्था जरा सी भी कम नहीं होती है। इससे ये भी पता चलता है कि साधक शिव जी के लिए किसी भी कठिनाई का सामना करने के लिए तैयार हैं और जीवन में अडिग रहकर अच्छाई का साथ किसी भी परिस्थिती में नहीं छोड़ेगा।
हरियाणा के हिसार में 10 हजार से ज्यादा स्कूलों में छुट्टी
हरियाणा में हिसार के एक स्कूल प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में 16 जुलाई को सभी निजी स्कूल बंद रहेंगे (Haryana Schools Closed Tomorrow)। हिसार के करतार मेमोरियल स्कूल में स्कूल प्रिंसिपल की हत्या हुई थी, हत्या के बाद शिक्षक समुदाय में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
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