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Operation Sindoor के हीरो का छलका दर्द, डिफेंस प्रोजेक्ट्स की देरी पर हुए खफा हुये एयर चीफ,HAL को जमकर सुनाया
हम इंडिया में केवल मैन्युफैक्चरिंग की बात नहीं कर सकते हमें साथ में डिजाइन की भी बात करनी होगी। हमें फोर्स और इंडस्ट्री के बीच मजबूत भरोसे की जरूरत है। इसके लिए काफी खुलापन दिखाने की भी आवश्यकता है। अगर हम एक बार किसी चीज को कमिट कर देते हैं तो वह हमें जरूर पूरी करनी चाहिए।
डिफेंस प्रोजेक्ट में हो रही देरी को लेकर एक बार फिर वायु सेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह का दर्द दोबारा से छलक उठा। गुरुवार को डिफेंस सिस्टम की खरीद और उसकी सप्लाई में ही देरी पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा कोई भी प्रोजेक्ट नहीं जो समय से पूरा हुआ हो। उन्होंने कहा, यह गौर करने वाली बात है कि ठेकेदार की तरफ से ऐसे वादे क्यों किए जाते हैं कि हम फलां तारीख तक प्रोजेक्ट आपको डिलीवर कर देंगे। जबकि, तब तक वह वादा पूरा ही नहीं किय जा सकता।
कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय तो वह कह देते हैं कि यह काम समय से हो जाएगा, लेकिन वह पूरा नहीं हो पता। जिसकी वजह से पूरा सिस्टम ही खराब हो जाता है। CII की सालाना बिजनेस समिट मे वायु सेना प्रमुख ने खुले तौर पर कहा, टाइमलाइन एक बड़ा इशू है। टाइम से डिफेंस प्रोजेक्ट पूरा न होने की वजह से ऑपरेशनल तैयारी पर असर पड़ता है।
इससे पहले भी वायु सेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह ने तेजस फाइटर प्लेन की डिलीवरी में देरी को लेकर नाराजगी की जाहिर की थी। जनवरी महीने में उन्होंने कहा था, जहां एक और चीन जैसे देश अपने एयर डिफेंस को तेजी से मजबूत कर रहे हैं। वहीं, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की तरफ से हमें अभी तक 40 तेजस जेट्स की सप्लाई नहीं हुई है।
48000 करोड़ की HAL के साथ डील हुई थी साइन
साल 2021 में भारतीय वायु सेना ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ तेजस MK1A की सप्लाई के लिए अनुबंध किया था। मार्च 2024 से तेजस की डिलीवरी शुरू हो जानी थी। लेकिन आज की तारीख तक एक भी विमान की सप्लाई HAL की तरफ से नहीं की जा सकी। इसके साथ ही वह तेजस MK2 का प्रोटोटाइप भी तैयार करने में नाकाम रहे हैं। साथ ही एडवांस स्टेल्थ फाइटर एमसीए का भी प्रोटोटाइप वह तैयार नहीं कर पाए।
आज की डिमांड, आज ही पूरी करनी पड़ेगी
वायु सेना प्रमुख ने कहा हमें आज के लिए रेडी रहना है तभी हम आगे के लिए रेडी रह पाएंगे। यह ठीक बात है कि आने वाले 10 सालों में हमें ज्यादा आउटपुट देखने को मिलेगा। लेकिन हमें आज जो जरूरत है, वह आज ही पूरी होनी चाहिए।
हम इंडिया में केवल मैन्युफैक्चरिंग की बात नहीं कर सकते हमें साथ में डिजाइन की भी बात करनी होगी। हमें फोर्स और इंडस्ट्री के बीच मजबूत भरोसे की जरूरत है। इसके लिए काफी खुलापन दिखाने की भी आवश्यकता है। अगर हम एक बार किसी चीज को कमिट कर देते हैं तो वह हमें जरूर पूरी करनी चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर को भी लेकर बोले वायु सेना प्रमुख
पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वायु सेना प्रमुख ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर ने हमें बताया कि हम किसी ओर बढ़ रहे हैं और भविष्य में हमें क्या करना चाहिए। हमें बहुत ही ज्यादा काम करने की जरूरत है। तभी हम अपने ऑब्जेक्टिव को पूरा कर पाएंगे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को राष्ट्रीय जीत बताया ऑपरेशन को उन्होंने देश की एकता और ताकत का प्रतीक बताया।
डिफेंस प्रोजेक्ट में हो रही देरी को लेकर एक बार फिर वायु सेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह का दर्द दोबारा से छलक उठा। गुरुवार को डिफेंस सिस्टम की खरीद और उसकी सप्लाई में ही देरी पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा कोई भी प्रोजेक्ट नहीं जो समय से पूरा हुआ हो। उन्होंने कहा, यह गौर करने वाली बात है कि ठेकेदार की तरफ से ऐसे वादे क्यों किए जाते हैं कि हम फलां तारीख तक प्रोजेक्ट आपको डिलीवर कर देंगे। जबकि, तब तक वह वादा पूरा ही नहीं किय जा सकता। कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय तो वह कह देते हैं कि यह काम समय से हो जाएगा, लेकिन वह पूरा नहीं हो पता। जिसकी वजह से पूरा सिस्टम ही खराब हो जाता है। CII की सालाना बिजनेस समिट मे वायु सेना प्रमुख ने खुले तौर पर कहा, टाइमलाइन एक बड़ा इशू है। टाइम से डिफेंस प्रोजेक्ट पूरा न होने की वजह से ऑपरेशनल तैयारी पर असर पड़ता है।
इससे पहले भी वायु सेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह ने तेजस फाइटर प्लेन की डिलीवरी में देरी को लेकर नाराजगी की जाहिर की थी। जनवरी महीने में उन्होंने कहा था, जहां एक और चीन जैसे देश अपने एयर डिफेंस को तेजी से मजबूत कर रहे हैं। वहीं, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की तरफ से हमें अभी तक 40 तेजस जेट्स की सप्लाई नहीं हुई है।
48000 करोड़ की HAL के साथ डील हुई थी साइन
साल 2021 में भारतीय वायु सेना ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ तेजस MK1A की सप्लाई के लिए अनुबंध किया था। मार्च 2024 से तेजस की डिलीवरी शुरू हो जानी थी। लेकिन आज की तारीख तक एक भी विमान की सप्लाई HAL की तरफ से नहीं की जा सकी। इसके साथ ही वह तेजस MK2 का प्रोटोटाइप भी तैयार करने में नाकाम रहे हैं। साथ ही एडवांस स्टेल्थ फाइटर एमसीए का भी प्रोटोटाइप वह तैयार नहीं कर पाए।
आज की डिमांड आज ही पूरी करनी पड़ेगी
वायु सेना प्रमुख ने कहा हमें आज के लिए रेडी रहना है तभी हम आगे के लिए रेडी रह पाएंगे। यह ठीक बात है कि आने वाले 10 सालों में हमें ज्यादा आउटपुट देखने को मिलेगा। लेकिन हमें आज जो जरूरत है, वह आज ही पूरी होनी चाहिए।
हम इंडिया में केवल मैन्युफैक्चरिंग की बात नहीं कर सकते हमें साथ में डिजाइन की भी बात करनी होगी। हमें फोर्स और इंडस्ट्री के बीच मजबूत भरोसे की जरूरत है। इसके लिए काफी खुलापन दिखाने की भी आवश्यकता है। अगर हम एक बार किसी चीज को कमिट कर देते हैं तो वह हमें जरूर पूरी करनी चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर को भी लेकर बोले वायु सेना प्रमुख
पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वायु सेना प्रमुख ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर ने हमें बताया कि हम किसी ओर बढ़ रहे हैं और भविष्य में हमें क्या करना चाहिए। हमें बहुत ही ज्यादा काम करने की जरूरत है। तभी हम अपने ऑब्जेक्टिव को पूरा कर पाएंगे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को राष्ट्रीय जीत बताया ऑपरेशन को उन्होंने देश की एकता और ताकत का प्रतीक बताया।
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