Lucknow News: अखिलेश यादव ने सीएम योगी के लिए पेश किया 'सौदा' बोले - बेचना ही है तो हमें बेच दें JPNIC, चंदा लगाकर ख़रीद लेंगे

Lucknow news: : जेपीएनआईसी के निजीरण की घोषणा के बाद अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी को घेरा कहा सरकार निजीकरण के रास्ते खत्म कर रही सरकारी इमारतें, न तो रोजगार देने की मंशा न तो लोगों की हित में है सोच!

Shubham Pratap Singh
Published on: 5 July 2025 5:33 PM IST (Updated on: 5 July 2025 5:48 PM IST)
Lucknow News: अखिलेश यादव ने सीएम योगी के लिए पेश किया सौदा बोले - बेचना ही है तो हमें बेच दें JPNIC, चंदा लगाकर ख़रीद लेंगे
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Lucknow news: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जेपीएनआईसी के निजीकरण के मामले पर न केवल निशाना साधा बल्कि एक सौदा का प्रस्ताव भी पेश किया। उन्होंने निजीकरण का विरोध किया है। उनका कहना है कि सरकार अपने निजी फायदे के मकसद से सरकारी इमारतों को निजी हाथों में देने पर तुली हुई है। बिना सोचे समझे और बूझे इमारतों को निजी हाथों में दिया जा रहा है ताकि उनके चहोतों को इसका फायदा मिले और फिर सरकार को अन्य तरीकों से इसका लाभ पहुंच सके। ऐसी इमारतों को सरकारी उपयोग में लाया जा सकता है। लेकिन, शायद सरकार को इसका उपयोग ही करना नहीं आ रहा है। वहीं, उन्होंने योगी सरकार के लिए एक सौदा भी पेश कर दिया है।

बरबाद कर देगी एलडीए

अखिलेश ने निजीकरण की नीतियों पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार को हर सरकारी भवन निजी हाथों में सौंपने का शौक सा हो गया है। यह साफ तौर पर दिख रहा है कि जैसे सरकार इमारत के निजीकरण जैसा मुकाबला सा चला रही है। निजीकरण के खेल में सरकार खूब तेजी से दौड़ लगा रही है। इसके साथ ही उन्होंने एलडीए को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिस विभाग की खुद की बनाई गई बिल्डिंगें खस्ता हालत में हैं वह विभाग किसी बिल्डिंग को सही करा पाएगा या नहीं यह तो अंधा भी बता देगा।

अखिलेश यादव ने सीएम योगी के सामने रखा प्रस्ताव

शनिवार को मीडिया के सामने सपा मुखिया ने सीएम योगी के सामने एक प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा की यदि भाजपा सरकार इसे निजी हाथों में देना ही चाहती है तो हमे यानी सपा को बेच दें। उन्होंने कहा कि हम चंदा इकट्ठा करके बिल्डिंग खरीद लेंगे। निजी हाथों में सौंप कर बिल्डिंग को जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह बचेगा ही नहीं। लोगों को रोजगार के अवसर और सरकारी लाभ भी नहीं मिलेंगे।

काम करने की नीयत नहीं है

अखिलेश ने कहा कि यह इमारत मल्टीटास्किंग कामों के नजरीए से बनाई गई थी। इसमें ऐसी ऐसी सुविधाएं थी जिसका उपयोग कई तरह के कामों के लिए किया जा सकता था। इससे सरकार की आय में बढ़त होती। सुझाव देते हुए कहा कि देश में कई तरह के प्रदेश हैं इनकी बोली, खान-पान, पहनावा एक दूसरे से अलग है। सरकार चाहती तो बिल्डिंग को दूसरे प्रदेशों के लिए कल्चरल सेंटर जैसी सुविधाएं कर सकते थे। इससे उत्तर प्रदेश में दूसरे प्रदेश से लोग अपनी कला दिखाने आते और इससे आमदनी की श्रोत बढ़ते, लेकिन जिस सकार का सिर्फ निजीकरण करना हो उन्हें यह समझा पाना मुश्किल है।

ड्रीम प्रोजेक्ट थी यह इमारत

864 करोड़ की लागत से बना जयप्रकाश नारायण सेंटर यानी (जेपीएमआईसी) को अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है। अखिलेश ने इसको एक वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी वाला सेंटर बनवाया। इसके निर्माण की शुरुआत अखिलेश सरकार में हुई थी। लेकिन 2017 में सरकार चली गई और प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। इसमें समाजवादी चिंतक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा भी लगी है। जहां हर साल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जयप्रकाश नारायण की जयंती पर जाते हैं।

वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग लेकिन सरकार बनते ही रोक दिया गया काम

अखिलेश यादव का दावा है कि जेपीएनआईसी वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग है। इसमें पार्किंग, जेपी नारायण से जुड़ा एक म्यूजियम, बैडमिंटन कोर्ट, लॉन टेनिस खेलने की व्यवस्था है। इस भवन में 100 कमरों का एक बड़ा सा गेस्ट हाउस बनाया है और एक ऑल वेदर स्वीमिंग पूल भी है। इसकी छत पर एक हेलीपैड भी बनाया गया है।

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