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चिट फंड कंपनी ने ठगे 9 करोड़ रुपये, 6 महीने में पैसे दोगुना करने का लालच... 15 लोगों के खिलाफ FIR
UP के भदोही में चिट फंड कंपनी ने भोले निवेशकों से 9 करोड़ से अधिक की ठगी की, 6 महीने में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर FIR दर्ज।
UP News: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने निकलकर आया है। जहां एक चिट फंड कंपनी ने भोले-भाले निवेशकों से 9 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। कंपनी ने निवेशकों को 6 महीने में पैसा दोगुना करने का लालच दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार , ज्ञानपुर से संचालित वेरी वेल म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से निवेशकों से भारी भरकम रकम फिक्स डिपॉजिट कराई। कंपनी ने प्रमाणपत्र भी जारी किए, लेकिन समय आने पर पैसा लौटाने की बजाय कार्यालय में ताला लटका हुआ मिला।
इस दौरान कंपनी के एक निदेशक कृपाशंकर मौर्य का निधन हो गया। इसके बाद उनकी पत्नी और बेटा कंपनी का संचालन करने लगे। जब निवेशक अपना पैसा लेने पहुंचे तो उन्हें टालमटोल किया गया और बाद में पूरा कार्यालय ही बंद हो गया। लगभग 30 निवेशक सामने निकलकर आए हैं जिनकी टोटल राशि 9 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। एजेंट राजेश कुमार मौर्य की तहरीर पर पुलिस ने कंपनी के निदेशक सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
अनुमान है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी निवेशक सामने निकलकर आएंगे जिससे ठगी की राशि और ज्यादा बढ़ सकती है। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि शिकायत की जांच की गई और आरोप सही पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों को झांसा देकर ठगी की गई है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने निकलकर आया है। जहां एक चिट फंड कंपनी ने भोले-भाले निवेशकों से 9 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। कंपनी ने निवेशकों को 6 महीने में पैसा दोगुना करने का लालच दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार , ज्ञानपुर से संचालित वेरी वेल म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से निवेशकों से भारी भरकम रकम फिक्स डिपॉजिट कराई। कंपनी ने प्रमाणपत्र भी जारी किए, लेकिन समय आने पर पैसा लौटाने की बजाय कार्यालय में ताला लटका हुआ मिला।
इस दौरान कंपनी के एक निदेशक कृपाशंकर मौर्य का निधन हो गया। इसके बाद उनकी पत्नी और बेटा कंपनी का संचालन करने लगे। जब निवेशक अपना पैसा लेने पहुंचे तो उन्हें टालमटोल किया गया और बाद में पूरा कार्यालय ही बंद हो गया। लगभग 30 निवेशक सामने निकलकर आए हैं जिनकी टोटल राशि 9 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। एजेंट राजेश कुमार मौर्य की तहरीर पर पुलिस ने कंपनी के निदेशक सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
अनुमान है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी निवेशक सामने निकलकर आएंगे जिससे ठगी की राशि और ज्यादा बढ़ सकती है। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि शिकायत की जांच की गई और आरोप सही पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों को झांसा देकर ठगी की गई है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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