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Fraud with Haldiram Director: 9.38 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज , हल्दीराम डायरेक्टर को लगाया करोड़ों का चूना, मुंबई के 4 लोगों पर एफआईआर
Fraud with Haldiram Director: मुंबई के चार लोगों ने एक फर्जी ड्रायफ्रूट कंपनी के नाम पर हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड के डायरेक्टर को भारी रिटर्न का लालच देकर 9.38 करोड़ रुपये की ठगी की।
Fraud with Haldiram Director (Image Credit-Social Media)
Fraud with Haldiram Director : देश की प्रतिष्ठित मिठाई और नमकीन निर्माता कंपनी हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड के डायरेक्टर कमल अग्रवाल के साथ करोड़ों रुपये की ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मुंबई के चार लोगों ने एक फर्जी ड्रायफ्रूट कंपनी के नाम पर उन्हें भारी रिटर्न का लालच देकर 9.38 करोड़ रुपये की ठगी की। आरोपियों ने नकली दस्तावेज, झूठी बैलेंस शीट और बनावटी साझेदारी प्रस्ताव के ज़रिए उन्हें भरोसे में लिया और धीरे-धीरे करोड़ों की रकम ट्रांसफर करवा ली। यह मामला नागपुर के कलमना पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है और फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
76% हिस्सेदारी का लालच
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों ने खुद को एक सूखे मेवे की कंपनी ‘रॉयल ड्रायफ्रूट प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़ा बताया। उन्होंने कहा कि अगर कमल अग्रवाल 12.5 करोड़ रुपये का निवेश करते हैं, तो उन्हें कंपनी में 35% हिस्सेदारी दी जाएगी। इसके बाद बातचीत बढ़ी और झूठे दस्तावेजों, नकली बैलेंस शीट और बनावटी बिजनेस रिकॉर्ड के दम पर उन्हें निवेश के लिए राज़ी किया गया।
अग्रवाल, जो स्वयं ओम इंडस्ट्रीज नाम की एक कंपनी के मालिक हैं, शुरुआत में इस योजना को आकर्षक मान बैठे। जनवरी 2023 से जून 2023 के बीच उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से करीब 4.5 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। धीरे-धीरे यह निवेश बढ़ता गया और कुल मिलाकर 9.38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इस निवेश के बदले में उन्हें 76% हिस्सेदारी का वादा किया गया था।
असली दस्तावेजों की जांच में खुली पोल
अग्रवाल को तब शक हुआ जब कंपनी की गतिविधियों में कोई स्पष्टता नहीं दिखी। उन्होंने स्वतंत्र रूप से सभी दस्तावेजों की जांच करवाई। जांच में सामने आया कि कंपनी के सारे दस्तावेज, बैलेंस शीट, और पार्टनरशिप एग्रीमेंट पूरी तरह से फर्जी थे। इस खुलासे के बाद उन्होंने बिना देर किए नागपुर के कलमना पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान मुंबई के बांद्रा निवासी समीर अब्दुल हुसैन ललानी (51 वर्ष), उनकी पत्नी हीना ललानी (47 वर्ष), बेटा अलीशान ललानी (25 वर्ष) और ठाणे जिले के कल्याण निवासी प्रकाश भोसल के रूप में की है। चारों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
सावधानी ही सुरक्षा है
यह मामला न केवल व्यापारिक दुनिया के लिए एक चेतावनी है, बल्कि आम निवेशकों के लिए भी सबक है। कोई भी बड़ा निवेश करने से पहले उसकी पृष्ठभूमि, दस्तावेजों और कानूनी स्थिति की पूरी जांच बेहद जरूरी है। केवल भारी रिटर्न के लालच में बिना पड़ताल किए पैसा लगाना भारी नुकसान का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष
हल्दीराम जैसी प्रतिष्ठित कंपनी के डायरेक्टर के साथ इतनी बड़ी धोखाधड़ी यह साबित करती है कि अपराधी अब कितने चालाक और योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं। मुंबई के इन चार आरोपियों ने जिस तरीके से एक फर्जी कंपनी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की, वह कानून व्यवस्था और निवेश की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करता है। यह जरूरी हो गया है कि निवेश से पहले पूरी जानकारी, साक्ष्य और कानूनी वैरिफिकेशन किया जाए ताकि ऐसे अपराध रोके जा सकें। पुलिस की कार्रवाई जारी है और उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को जल्द ही कड़ी सज़ा मिलेगी।
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