Chandauli News: बचपन की बेबसी से आजादी: चंदौली पुलिस का 'ऑपरेशन बचपन'

Chandauli News: यह कार्रवाई न केवल बच्चों के लिए एक नया जीवनदान साबित हुई है, बल्कि समाज को भी बाल श्रम और भिक्षावृत्ति के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संदेश देती है।

Sunil Kumar
Published on: 15 July 2025 5:25 PM IST
Chandauli News: बचपन की बेबसी से आजादी: चंदौली पुलिस का ऑपरेशन बचपन
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बचपन की बेबसी से आजादी: चंदौली पुलिस का 'ऑपरेशन बचपन'  (photo: social media )

Chandauli News: रेलवे स्टेशन के कोलाहल में खोई हुई तीन मासूम जिंदगियां, भिक्षावृत्ति के दलदल में धंसी, आज चंदौली पुलिस के 'ऑपरेशन बचपन' के तहत नई सुबह का स्वागत कर रही हैं। मिशन शक्ति अभियान के पांचवें चरण में चल रहे इस विशेष अभियान ने पीडीडीयू नगर रेलवे स्टेशन पर बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त तीन नाबालिग बच्चों को मुक्त कराकर उन्हें सुरक्षित आश्रय प्रदान किया है। यह कार्रवाई न केवल बच्चों के लिए एक नया जीवनदान साबित हुई है, बल्कि समाज को भी बाल श्रम और भिक्षावृत्ति के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संदेश देती है।

पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित हुई टीम

चंदौली के पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के कुशल निर्देशन में 'ऑपरेशन बचपन' को प्रभावी ढंग से चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत,अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन दिगम्बर कुशवाहा और क्षेत्राधिकारी पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी शर्मा के पर्यवेक्षण में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम में एएचटीयू टीम के निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह, कांस्टेबल राम जी घुसिया, जिला समन्वयक चन्दौली इन्द्रजीत सिंह, डीसीपीयू चन्दौली की अनुराधा वर्मा और चा0हे0ला0 चन्दौली के चेतन श्रीवास्तव शामिल थे।

रेलवे स्टेशन पर चला विशेष अभियान

आज, दिनांक 15 जुलाई 2025 को इस टीम ने पीडीडीयू नगर रेलवे स्टेशन पर सक्रियता दिखाते हुए बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त तीन बच्चों को चिन्हित किया। टीम ने तत्परता दिखाते हुए इन बच्चों को भिक्षावृत्ति के चंगुल से मुक्त कराया। इसके पश्चात, कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए बच्चों को बाल न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें बाल शिशु गृह को सौंप दिया गया ताकि उनकी उचित देखभाल और पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।

'ऑपरेशन बचपन': बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ एक मुहिम

'ऑपरेशन बचपन' चंदौली पुलिस की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में बाल भिक्षावृत्ति को पूरी तरह से समाप्त करना है। यह अभियान न केवल बच्चों को सड़कों पर भीख मांगने से बचाता है, बल्कि उन्हें शिक्षा और बेहतर भविष्य का अवसर भी प्रदान करता है। चंदौली पुलिस का यह सराहनीय कदम बाल अधिकारों की रक्षा और समाज को एक संवेदनशील नागरिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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