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Chandauli News: ऑपरेशन 'नन्हे फरिश्ते' के तहत आरपीएफ ने बिछड़े बच्चे को मिलाया परिवार से
Chandauli News: अक्सर ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं जहाँ बच्चे अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे की सुरक्षा बल (RPF) उनके लिए एक भरोसेमंद साथी बनकर सामने आती है।
Chandauli News
Chandauli News: रेलवे प्लेटफार्म पर अक्सर ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं जहाँ बच्चे अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे की सुरक्षा बल (RPF) उनके लिए एक भरोसेमंद साथी बनकर सामने आती है। 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत आरपीएफ की टीम गुमशुदा और लावारिस बच्चों को सुरक्षित उनके परिवार तक पहुँचाने का काम करती है। हाल ही में, इसी ऑपरेशन के तहत एक 13 साल के बच्चे को उसके परिवार से मिलाया गया।
डीडीयू जंक्शन पर मिला भटकता हुआ बच्चा
यह घटना मंगलवार दोपहर की है, जब दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल की टीम अपनी नियमित गश्त पर थी। उप निरीक्षक सरिता गुर्जर और निशांत कुमार, चाइल्डलाइन के स्टाफ राधेश्याम के साथ, प्लेटफार्म नंबर 6 पर घूम रहे थे। तभी उनकी नज़र एक अकेले और सहमे हुए लड़के पर पड़ी। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम युवराज सिंह, उम्र 13 वर्ष, और पता गाजीपुर, बिहार बताया।
डांट से नाराज़ होकर घर छोड़ा
युवराज को आरपीएफ पोस्ट पर ले जाकर उसकी काउंसलिंग की गई। बातचीत के दौरान उसने बताया कि उसके पिता ने उसे डांटा था, जिससे वह नाराज़ होकर घर से भाग आया था। आरपीएफ अधिकारियों ने तुरंत उसके परिवार से संपर्क किया और उन्हें बच्चे के सुरक्षित होने की जानकारी दी।
चाइल्डलाइन की मदद से हुई सकुशल वापसी
इसके बाद, बच्चे को उसके परिवार को सौंपने के लिए चाइल्डलाइन डीडीयू के कर्मचारियों को सौंपा गया। आरपीएफ और चाइल्डलाइन के इस संयुक्त प्रयास से युवराज को सुरक्षित रूप से उसके माता-पिता के पास पहुंचाया जा सका। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि मुश्किल समय में रेलवे पुलिस और सामाजिक संस्थाएं मिलकर कैसे लोगों की मदद करती हैं और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखती हैं।
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