Chandauli News: चकिया में भाकपा(माले) का अनिश्चितकालीन धरना शुरू: तहसील प्रशासन से मांगा जवाब

Chandauli News: धरने का नेतृत्व कर रहे भाकपा(माले) के राज्य स्थाई समिति सदस्य अनिल पासवान ने बताया कि तहसील प्रशासन को पिछले एक साल से लगातार ज्ञापन दिए जा रहे थे, लेकिन जनता से जुड़े सवालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

Sunil Kumar
Published on: 10 Jun 2025 3:50 PM IST
Chandauli News: चकिया में भाकपा(माले) का अनिश्चितकालीन धरना शुरू: तहसील प्रशासन से मांगा जवाब
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चकिया में भाकपा(माले) का अनिश्चितकालीन धरना शुरू   (photo: social media )

Chandauli News: चंदौली जिले के चकिया तहसील क्षेत्र में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी- लेनिनवादी) लिबरेशन (भाकपा-माले) ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। यह धरना चकिया बाजार स्थित गांधी पार्क में शुरू हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य तहसील क्षेत्र के आम नागरिकों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर तहसील प्रशासन का ध्यान आकर्षित करना और उनका तत्काल समाधान सुनिश्चित करना है।

प्रमुख मांगें: भूमि अधिकार से लेकर विकास तक

धरने का नेतृत्व कर रहे भाकपा(माले) के राज्य स्थाई समिति सदस्य अनिल पासवान ने बताया कि तहसील प्रशासन को पिछले एक साल से लगातार ज्ञापन दिए जा रहे थे, लेकिन जनता से जुड़े सवालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मुख्य मांगों को विस्तार से बताया, जिनमें बैराठ फॉर्म की जमीन पर बरसों से बसे गरीब, भूमिहीन और आदिवासी परिवारों को मालिकाना हक देने के लिए पट्टा जारी करना प्रमुख है। इसके अतिरिक्त, धरदे, धनवाल और सपही (जंगल) सहित कई गांवों में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है।

खनन अनुमति और राजस्व ग्राम की मान्यता की मांग

भाकपा(माले) ने मिर्जापुर की तर्ज पर चकिया की वृक्ष विहीन पहाड़ियों पर खनन की अनुमति देने की भी मांग की है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा हो सकें। बैराट फॉर्म के संबंध में जिला प्रशासन से जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने का भी आग्रह किया गया है। इसके साथ ही, गणवा जैसे कई मान्यता विहीन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देने की मांग उठाई गई है, ताकि इन गांवों के निवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।

पिछड़ी बस्तियों में विकास और बुनियादी सुविधाओं की मांग

धरने में शेरपुर रसिया बनवासी बस्ती में सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने और जिगना के तुरपुरवा में सरकारी बंजर जमीनों को चिन्हित कर गरीबों को पट्टा देने की भी मांग शामिल है। लेफ्ट कर्मनाशा के पचवनिया गेट के पास टूटे हुए पुल के तत्काल निर्माण और अतरसुहवा नाला को काटकर भोका बांध में मिलाकर सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे भी उठाए गए हैं।

आर-पार की लड़ाई का ऐलान

भाकपा(माले) के राज्य कमेटी सदस्य विजई राम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक तहसील प्रशासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता, तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सचिव रामायण राम ने भी धरने को अपना पूर्ण समर्थन दिया और संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का संकल्प लिया।

धरना स्थल पर चंद्रिका यादव, रमेश चौहान, किसमती देवी, सुरेश, हरिहर राम और अन्य कई कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा की अध्यक्षता अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सहसचिव परमहंस राम ने की, जबकि संचालन विजई राम ने किया।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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